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"ऋषिवुर्र संगीत(Rishivurr Music): डीजे जुनून के साथ बंगाली जड़ों का मिश्रण"

 ऋषि ऐकत, जिन्हें व्यापक रूप से ऋषिवुर्र संगीत के नाम से जाना जाता है, बंगाली मूल के, झारखंड के जमशेदपुर से हैं। ऐसे परिवार में जन्मे और पले-बढ़े जहां हर कोने में संगीत गूंजता था, उनके माता-पिता ने उनकी प्रतिभा को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। श्री प्रोसेनजीत ऐकत, उनके पिता, एक इंजीनियर, और श्रीमती पिउ ऐकत, उनकी माँ, एक शिक्षिका, ने उनके भीतर संगीत के प्रति गहरा प्रेम पैदा किया। ऋषि ने अपनी मैट्रिक की पढ़ाई के लिए जमशेदपुर के लिटिल फ्लावर स्कूल में पढ़ाई की और ओपन स्कूलिंग के माध्यम से 12वीं कक्षा की पढ़ाई की। वर्तमान में, वह दिल्ली में एमिटी यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बी.टेक की डिग्री हासिल कर रहे हैं, जहां वह वर्तमान में उत्तराखंड में रहते हैं।







संगीतमय जड़ें:

ऋषि की संगीत यात्रा तीन साल की उम्र में शुरू हुई। बंगाली संस्कृति से समृद्ध घर में पले-बढ़े होने के कारण संगीत उनके जीन में बस गया था। वह अपनी प्रेरणा का श्रेय अपनी मां को देते हैं, जो एक कुशल शास्त्रीय गायिका थीं, जिनकी प्रतिभा ने उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया था। कीबोर्ड या कैसियो से शुरुआत करते हुए, ऋषि ने लगातार सीखने और इस उपकरण में महारत हासिल करने की तेरह साल की लंबी यात्रा शुरू की। संगीत उनकी जीवन रेखा बन गया, जीवन के कठिन क्षणों में सांत्वना का स्रोत बन गया। अपनी प्रारंभिक प्रेरणा को याद करते हुए, ऋषि अपनी माँ द्वारा दिए गए एक छोटे कीबोर्ड के उपहार को संजोकर रखते हैं, जो उन्हें उत्कृष्टता हासिल करने और एक बड़ा कीबोर्ड कमाने के लिए चुनौती देता है। इन घटनाओं से उन्हें अपनी अपार प्रतिभा और क्षमता का एहसास हुआ। इसके अतिरिक्त, ऋषि प्रसिद्ध बीथोवेन की प्रशंसा करते हैं और जब भी वह उनका संगीत सुनते हैं तो आश्चर्यचकित हो जाते हैं।

अपने गुरु को स्वीकार करते हुए, ऋषि अपने शिक्षक श्री रोही के प्रति गहरा आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने धैर्यपूर्वक उन्हें कीबोर्ड बजाने की मूल बातें सिखाईं। ऋषि की प्रशंसा डीजे स्नेक तक फैली हुई है, जिन्होंने डीजे के रूप में अपना करियर बनाने में उनकी रुचि जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डीजे स्नेक की जीवन कहानी से प्रेरित और उनके संगीत से ऊर्जावान ऋषि को प्रेरणा का एक स्रोत मिला।




अब तक का सफर:

ऋषिवुर्र की संगीत यात्रा 9वीं कक्षा के दौरान शुरू हुई जब उन्हें पहली बार जमशेदपुर के एक क्लब द डगआउट में प्रदर्शन करने का अनुभव हुआ। इस प्रारंभिक प्रदर्शन ने उन्हें अपने कौशल को निखारने और पेशे की बुनियादी समझ हासिल करने के लिए एक मंच प्रदान किया। हालाँकि उनके परिवार ने कभी-कभी एक युवा लड़के के रात भर लाउंज में प्रदर्शन करने के बारे में चिंता व्यक्त की, लेकिन अंततः उन्होंने उसके जुनून को समझा और दृढ़ता से उसका समर्थन किया।

उसके बाद ऋषिवुर्र ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह अपनी बड़ी बहन ऋषिका ऐकत को समय पर सलाह देने और जरूरत पड़ने पर अपनी ओर से अपने माता-पिता से लड़ने और उनके करियर को आकार देने का श्रेय देते हैं। ऋषिका की प्रेरणा ने उन्हें दिल्ली जाने के लिए प्रेरित किया, जहाँ उन्हें अधिक अवसर मिले। सोहो दिल्ली (जहां वह वर्तमान में काम करता है), प्रिवी, महौज, की नाइट क्लब, द नॉट, द अग्नि, द कोड और लॉर्ड ऑफ ड्रिंक्स ईस्ट जैसे प्रमुख पांच सितारा स्थानों पर काम करते हुए ऋषि की प्रतिभा चमकने लगी। इसके अतिरिक्त, व्यापक प्रदर्शन और वित्तीय स्थिरता की तलाश में, वह दिल्ली के बाहर अपने स्वयं के शो आयोजित करते हैं।


उपलब्धियाँ:

ऋषिवुर्र संगीत की उपलब्धियों की सूची व्यापक है, इसकी शुरुआत छोटी उम्र से ही हुई जब उन्होंने स्कूल और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। चौथी कक्षा के छात्र के रूप में भी, उन्होंने निडर होकर उच्च कक्षा में बड़े छात्रों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा की और लगातार प्रथम स्थान हासिल किया। ऋषिवुर्र का दृढ़ विश्वास है कि उम्र और संसाधनों तक पहुंच प्रतिभा को परिभाषित नहीं कर सकती। वह अपने सकारात्मक दृष्टिकोण पर कायम हैं और इस बात पर जोर देते हैं कि प्रतिभा व्यक्तियों के भीतर रहती है और उसे हटाया नहीं जा सकता।


रणनीतिक योजना, सहयोग, नेटवर्किंग और अपनी ऊर्जा को प्रभावी ढंग से प्रसारित करने के माध्यम से, ऋषिवुर्र अब हर महीने 30 से अधिक शो में प्रदर्शन करते हैं। हालाँकि, उनका मानना है कि ये संख्याएँ उनकी वास्तविक क्षमता की तुलना में कम हैं। उनका अंतिम लक्ष्य भारतीय डीजे का एक समूह बनाना है।

ऋषिवुर्र संगीत के हालिया कार्यक्रम हैं⭐️:-



- सोहो डीएल

-प्लेबॉय क्लब डीएल

- सफेद डीएल

- द नॉट डीएल

-अग्नि डीएल

-प्रिवी डीएल

- एमहौज़ डीएल

- डगआउट जमशेदपुर

- टेल्को मेगा नाइट

- ल्युपिटा जमशेदपुर

- लोयोला स्कूल फेस्ट 2021

- लिटिल फ्लावर स्कूल 2019

- कार्मेल जूनियर कॉलेज।


आगामी डीजे के लिए ऋषि का संदेश:

वह कहते हैं: एक डीजे के रूप में जिसने इस पेशे की खुशी और चुनौतियों का अनुभव किया है, मैं आपका गर्मजोशी से स्वागत करना चाहता हूं और आपकी यात्रा शुरू होने पर मार्गदर्शन के कुछ शब्द देना चाहता हूं। मैं अभ्यास, अभ्यास, अभ्यास का सुझाव दूंगा! बीटमैचिंग और मिक्सिंग से लेकर इफेक्ट्स का उपयोग करने और विभिन्न डीजेिंग सॉफ्टवेयर और उपकरणों में महारत हासिल करने तक, अपने तकनीकी कौशल को निखारने में अनगिनत घंटे बिताएं। आप जितना अधिक अभ्यास करेंगे, डेक के पीछे आप उतने ही अधिक आत्मविश्वासी और तरल बनेंगे। तैयारी की शक्ति को कभी कम मत आंकिए—यह आपको बाकियों से अलग कर देगी। डीजेिंग की दुनिया में नेटवर्किंग महत्वपूर्ण है। कार्यक्रमों में भाग लें, और साथी डीजे, प्रमोटरों और उद्योग पेशेवरों से जुड़ें।

अंत में, संगीत के प्रति अपने जुनून को कभी न भूलें। अपने आप के प्रति और उस कला के प्रति सच्चे रहें जो आपको यहां तक लेकर आई है। डीजेिंग एक निरंतर विकसित होने वाला क्षेत्र है, इसलिए जिज्ञासु बने रहें, भूखे रहें और अपनी सीमाओं को आगे बढ़ाते रहें। सफलता की राह हमेशा आसान नहीं हो सकती, लेकिन आप दृढ़ता से महानता हासिल कर सकते हैं,

दीपक सिंह बिष्ट: डिजिटल मार्केटिंग का प्रभाव



  दीपक सिंह बिष्ट,आजकल के डिजिटल युग में एक ऐसा नाम है जिसने अपनी डिजिटल मार्केटिंग क्षमता के साथ उद्यमिता का सफर तय किया है और एक प्रमुख प्रभावकारी बन गए हैं। उनकी उच्चतम स्तर की दक्षता और उनका साझागी दृष्टिकोण उन्हें डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में एक नेतृत्व भूमिका में स्थान देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

  प्रस्तावना : दीपक सिंह बिष्ट का असली उद्दीपन उनके डिजिटल सफर का हिस्सा है। उन्होंने अपने उद्यमिता की शुरुआत बहुत साल पहले की और उसके बाद से ही उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग में अपनी पहचान बनाई है।

  करियर की ऊर्जा : उनकी करियर की ऊर्जा और उनका समर्पण डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में उन्नति की दिशा में हैं। उन्होंने विभिन्न डिजिटल प्लेटफ़ॉर्मों पर काम किया है और वहां अपनी सामरिक नजर से विकसित की गई रणनीतियों को सीखकर अपना योगदान दिया है।

  यूट्यूब चैनल : उनका यूट्यूब चैनल उनके डिजिटल मार्केटिंग कौशल को लोगों तक पहुंचाने का एक उच्चतम स्तरीय साधन है। वह अपने वीडियो में नवीनता, योजना, और अनुभव का सांझा करते हैं, जिससे उनका चैनल एक गुरुत्वाकर्षण स्थल बन गया है जहां लाखों लोग डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में सीख सकते हैं।

  व्यक्तिगत प्रभाव : दीपक ने अपने समाज में भी एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व बनाया है। उनके सामरिक संपर्कों और लाइव सत्रों में उनका योजना और अनुभव साझा करने का तरीका उन्हें उनके अनुयायियों के साथ सीधे संवाद में लाता है और एक सकारात्मक अनुभव प्रदान करता है।

  डिजिटल समाज : इंस्टाग्राम और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर उनकी सक्रियता ने उन्हें एक बड़े डिजिटल समाज के हिस्से बना दिया है। वह वहां अपने अनुयायियों के साथ जुड़ने का एक माध्यम प्रदान करते हैं और विशेषज्ञता और नवाचार के क्षेत्र में उनकी स्थिति को सुनिश्चित करते हैं।

 प्रेरणा स्रोत : उनकी यात्रा ने कई छोटे व्यापारों को समृद्धि की ऊँचाइयों तक पहुँचाया है और वे अब उन्हें डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में एक नई दृष्टिकोण प्रदान कर रहे हैं।

 उद्यमी का भविष्य : दीपक ने अपने डिजिटल सफर के साथ एक बड़े समृद्धि के क्षेत्र में कई मील का पत्थर पार किया है, और वे अब भी नए और रोमांचक परियोजनाओं की ओर मुड़ रहे हैं। उनका उद्दीपन और उनकी स्थिति इस बारे में सभी को उत्साहित कर रही हैं, और उनका अनुयायी समुदाय उनकी नई उपलब्धियों की समीक्षा के लिए बेताब है।

  दीपक सिंह बिष्ट का डिजिटल प्रभाव उद्यमियों, छोटे व्यापारियों, और डिजिटल मार्केटिंग के अनुयायियों के लिए एक स्रोत और प्रेरणा स्रोत बना रहा है। उनका संधारित ज्ञान और सकारात्मक दृष्टिकोण उन्हें इस उद्यमी और नई दिशा में एक नेतृत्व भूमिका में स्थान देने के लिए उत्साहित कर रहा है।

मारवाड़ा मेवाड़ा प्रजापति समाज द्वारा श्री सूर्यादेवी मन्दिर पर अन्नकुट महोत्सव का आयोजन किया



 राजगढ़ (धार)। समीप ग्राम पंचायत धुलेट में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी मारवाड़ा मेवाड़ा प्रजापति समाज द्वारा श्री सूर्यादेवी मन्दिर पर अन्नकुट महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव के तहत प्रातः 9 बजे समाज का वार्षिक लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया। जिसके बाद 11:30 बजे श्री यादे माँ तथा श्री चारभुजाजी की महाआरती की गई। महाआरती के बाद महाप्रसादी का आयोजन किया गया। अन्नकुट महोत्सव में महाप्रसादी के लाभार्थी रामचंद्र नगरिया, दिलीप नगरिया परिवार एवं लेडगाव,धारसीखेडा था। महोत्सव में आसपास गांवों से बड़ी संख्या में समाजजन शामिल हुए।

राष्ट्रीय कार्यालय पर ध्वजवंदन कर परिषद् स्थापना दिवस मनाया गया




  राजगढ़(धार)। कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर अखिल भारतीय श्री राजेंद्र जैन नवयुवक परिषद का 65वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया।
  उक्त जानकारी देते हुए  कीर्ति भंडारी ने बताया की आज से 65 वर्ष पूर्व कार्तिक पूर्णिमा के दिन परम पूज्य आचार्य श्री यतिन्द्रसुरिश्वरजी महाराज साहब ने परिषद की स्थापना की थी एवं पुण्य सम्राट आचार्य श्री जयंतसेनसूरीश्वरजी म.सा. द्वारा परिषद को सिंचित किया गया ।

  इस अवसर पर परिषद परिवार राजगढ़ द्वारा राष्ट्रीय कार्यालय श्री जयंतसेन म्यूजियम,मोहनखेड़ा तीर्थ पर स्थापना दिवस मनाया गया । परिषद् राष्ट्रीय कार्यालय पर तरुण परिषद राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य धोका की उपस्तिथि में परिषद् ध्वजवन्दन कर परिषद् गीत का गान किया गया ।

   इस अवसर पर तरुण परिषद राष्ट्रीय अध्यक्ष आदित्य धोका ने सम्बोधित करते हुए कहा की सभी सदस्य परिषद् के प्रति समर्पित रहते हुए परिषद् के चारों उदेश्यो पर कार्य करे एवं सामाजिक तथा धार्मिक कार्यो में सभी अपनी अग्रणी भूमिका रखे ।

  इस अवसर पर तरुण परिषद पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शशांक लुणावत एवं श्रीसंघ व परिषद से शिखर मोदी, प्रणय भण्डारी, हर्ष बाफना, राहुल जैन, अनिल जैन आदि श्रीसंघ व परिषद परिवार उपस्थित था।

कार्तिक पूर्णिमा पर भाते का आयोजन -

  श्री जयंतसेन म्यूजियम परिसर में ट्रस्ट मंडल द्वारा कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भाता प्रसादी का आयोजन रखा गया। जिसका लाभ श्री चैनाजी केसुरामजी पंवार परिवार, रिंगनोद द्वारा लिया गया।

फिल्म अभिनेत्री Tamkeen Khan ने हाल ही रिलीज़ हुई फिल्म 'Thank You For Coming' अपनी राय देते हुए कहा.. फिल्मे समाज का आइना होती हैं



 मनोरंजन । भारतीय फिल्म अभिनेत्री Tamkeen Khan ने हाल ही में फिल्म 'Thank You For Coming' पर अपने विचार साझा किए। मध्य प्रदेश के शहर भोपाल में जन्मी तमकीन खान ने सोशल मीडिया की दुनिया में एक अभिनेत्री, मॉडल और प्रभावशाली शख्सियत के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उनकी यात्रा विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर आकर्षक शार्ट वीडियो के बनाने के साथ शुरू हुई, जहां उन्हें धीरे-धीरे प्रसिद्धि मिली और आज वह एक फिल्म अभिनेत्री के रूप में बॉलीवुड में काम कर रही हैं।  


फिल्म अभिनेत्री Tamkeen Khan ने 'थैंक यू फॉर कमिंग' पर अपने विचार व्यक्त करते हुए महत्वपूर्ण विषयों को हल्के-फुल्के अंदाज में संबोधित करने की फिल्म की महत्वाकांक्षा पर प्रकाश डाला। उन्होंने सामाजिक मुद्दों को सामने लाने और पारंपरिक रूढ़िवादिता को तोड़ने के प्रयास की सराहना की, लेकिन इस बात पर जोर दिया कि फिल्म कभी-कभी ऐसा करने में अपना रास्ता खो देती है चूँकि फ़िल्में हमारे समाज का आइना होती है, इसलिए हमें इस बात का ख्याल रखते हुए ही कोई फिल्म बनानी चाहिए। उन्होंने अधिक प्रामाणिकता और संवेदनशीलता की आवश्यकता पर ध्यान दिया, खासकर जब किशोरों और युवा दर्शकों के लिए प्रासंगिक विषयों से निपटते समय।

  फिल्म अभिनेत्री तमकीन खान (Tamkeen Khan) ने भी भूमि पेडनेकर के अभिनय और सहायक कलाकारों के प्रभावशाली प्रदर्शन की प्रशंसा की, यह स्वीकार करते हुए कि उन्होंने फिल्म में काफी हाड तक एक गहराई जोड़ी है। उनका मानना है कि 'थैंक यू फॉर कमिंग' जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण बातचीत शुरू करने की क्षमता होती है, लेकिन उन्हें उन विषयों पर सावधानीपूर्वक और जिम्मेदारी से काम करना चाहिए, जिनमें नाजुक स्पर्श की आवश्यकता होती है।

 इंडस्ट्री में एक उभरते सितारे के रूप में, तमकीन खान (Tamkeen Khan) की अंतर्दृष्टि भारतीय सिनेमा के विकसित परिदृश्य और कला और मनोरंजन के माध्यम से प्रासंगिक मुद्दों को संबोधित करने के महत्व पर एक मूल्यवान परिप्रेक्ष्य प्रदान करती है।

राजगढ़ : साध्वीजी का चातुर्मासिक परिवर्तन कल



  राजगढ़ (धार)। नगर के श्री राजेंद्र भवन पर चातुर्मास हेतु विराजीत पुण्य सम्राट श्रीमद्विजय जयन्तसेनसूरीश्वरजी महाराज साहब के पट्टधर पूज्य गच्छाधीपति श्रीमद्विजय नित्यसेनसूरीश्वरजी म. सा. एवं आचार्य श्रीमद्विजय जयरत्नसूरीश्वरजी म. सा. की आज्ञानुवर्ती एवं सरलमना समताधारी पू. गुरुमैया साध्वी श्री स्नेहलताश्रीजी म. सा. की सुशिष्या प. पू. साध्वी श्री तत्वलताश्रीजी म.सा., प. पू. साध्वी श्री कुसुमलताश्रीजी म. सा., प. पू. साध्वीश्री जिनांगयशाश्रीजी म. सा., प. पू. साध्वीश्री करुणायशाश्रीजी म. सा. का 5 माह का चातुर्मास देव-गुरु-धर्म के पुण्य प्रताप से तप-जप, धर्म-ध्यान आराधना से परिपूर्ण अपने अंतिम पड़ाव पर आ पहुचा है। कल 27-11-2023 को चातुर्मास पूरा कर चातुर्मासिक परिवर्तन होने जा रहा है ।

 चतुर्मासिक परिवर्तन का चल समारोह राजेंद्र भवन से प्रातः 9 बजे प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए श्री शैतानमलजी डांगी के निवास स्थान, राजेन्द्र कॉलोनी पर पहुंच कर धर्मसभा में परिवर्तित होगा । श्री डांगीजी के निवास पर साध्वीजी की 1 दिन की स्थिरता रहेगी ।

राजगढ़ में प्रेस क्लब की नवीन कार्यकारिणी का गठन, अजय "जैन" राजावत अध्यक्ष मनोनीत,विक्रम चावड़ा सचिव मनोनीत



   राजगढ़ (धार) । राजगढ़ प्रेस क्लब की बैठक आयोजित कर नवीन कार्यकारिणी का गठन किया गया। जिसमें संरक्षक अशोक भंडारी, वीरेंद्र जैन,गोपाल माहेश्वरी,गोपाल सोनी,सुनिल बाफना एवं दीपक जैन की उपस्थिति में सर्वानुमति से अजय जैन राजावत को अध्यक्ष मनोनीत किया गया। 

  सभी उपस्थित सदस्यों को वरिष्ठ पत्रकारों ने अध्यक्ष व पूर्ण कार्यकारणी को एकजुट होकर पत्रकारिता के क्षेत्र में अच्छे कार्य करने की शुभकामनाएं दी। वही नवनिर्वाचित अध्यक्ष जैन ने प्रेस क्लब के सभी सदस्यों से अपील की है कि वे प्रेस क्लब के कार्यों में सहयोग प्रदान करें।

 साथ ही उपाध्यक्ष,सचिव एवं कोषाध्यक्ष मनोनीत किये गये। जिसमें विपिन पांडे,दीपक पावेचा (उपाध्यक्ष),विक्रम चावड़ा (सचिव),अभिषेक राठौर (सह सचिव),सुंदर सिह हाड़ा (कोषाध्यक्ष) सन्तोष सोलंकी (सह कोषाध्यक्ष),मीडिया प्रभारी अक्षय भंडारी को नियुक्त किया है। इस दौरान निलेश सोनी,रमेश प्रजापत,प्रभु राजपूत,रमेश राजपूत,दीपक प्रजापति,विशेष सिंह राजपूत आदि पत्रकार उपस्थित रहे।