प्रदेश के 48 शिवरात्रि मेलों का होगा शुभारंभ
वर्ष प्रतिपदा 30 मार्च तक चलेगा विक्रमोत्सव
सम्राट विक्रमादित्य के युग, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और भारत विद्या पर केंद्रित रहेगा महोत्सव
मुख्यमंत्री ने किया विक्रमोत्सव कैलेंडर का विमोचन
विक्रमोत्सव में होंगे विविध कार्यक्रम
राष्ट्रीय वैज्ञानिक सम्मेलन और विज्ञान उत्सव देंगे नई दिशा
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई विक्रमोत्सव-2025 की आयोजन समिति की बैठक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में महाशिवरात्रि पर्व (26 फरवरी) से विक्रमोत्सव-2025 का शुभारंभ होने की घोषणा की। सृष्टिकर्ता महादेव के महोत्सव से सृष्टि के आरंभ दिवस, वर्ष प्रतिपदा (30 मार्च) तक चलने वाला यह महोत्सव सम्राट विक्रमादित्य के युग, भारत उत्कर्ष, नवजागरण और भारत विद्या पर केंद्रित रहेगा।
विक्रमोत्सव का व्यापक कैलेंडर
मुख्यमंत्री ने विक्रमोत्सव के कैलेंडर का विमोचन करते हुए कहा कि इस महोत्सव के अंतर्गत साहित्यिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों, ज्योतिर्विज्ञान, विचार गोष्ठियाँ, इतिहास एवं विज्ञान समागम, विक्रम व्यापार मेला, तथा लोक एवं जनजातीय संस्कृति पर आधारित गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी।
- वैदिक घड़ी ऐप का प्रवर्तन: विक्रमादित्य वैदिक घड़ी ऐप का लोकार्पण किया जाएगा।
- हस्तशिल्प, पारंपरिक व्यंजन, वस्त्रोद्योग एवं हथकरघा: इनके प्रदर्शन की व्यवस्था रहेगी।
- विशेष फिल्म महोत्सव: क्षेत्रीय, पौराणिक एवं श्रीकृष्ण पर केंद्रित फिल्मों की प्रदर्शनी होगी।
- कवि सम्मेलन एवं ग्रन्थ लोकार्पण: अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, शोधपरक पुस्तकों और विक्रम पंचांग का प्रकाशन भी महोत्सव का हिस्सा होगा।
मुख्यमंत्री के निर्देश एवं कार्यक्रमों का विवरण
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निर्देश दिए कि विक्रमोत्सव का आयोजन सम्राट विक्रमादित्य के बहुआयामी व्यक्तित्व की गरिमा के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने सभी विभागों से अनुरोध किया कि निर्धारित समय से पहले सभी तैयारियां पूर्ण की जाएँ।
- अतिथि देवो भव: आयोजनों में प्रतिभागियों, विद्वतजन और कलाकारों का स्वागत अतिथि देवो भव की भावना से किया जाए।
- शिवरात्रि मेलों का शुभारंभ: प्रदेश भर में 48 शिवरात्रि मेलों का भी शुभारंभ होगा।
- विज्ञान सम्मेलन: राष्ट्रीय विज्ञान सम्मेलन में ड्रोन, रोबोटिक-शो एवं इसरो समेत अन्य वैज्ञानिक संस्थानों के वैज्ञानिकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
- सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियाँ: विक्रमोत्सव में सम्राट विक्रमादित्य, भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा, देवी अहिल्याबाई पर आधारित प्रदर्शनियों के साथ-साथ जनजातीय बोलियों के कवि सम्मेलन, गीत, कविता एवं रचनाओं को भी शामिल किया जाएगा।
विक्रमोत्सव में आयोजित विविध कार्यक्रम
- महाशिवरात्रि शुभारंभ: उज्जैन में विंटेज कार, स्पोर्ट्स बाइक, जनजातीय कलाकारों की प्रस्तुति एवं कलश यात्रा के साथ 84 महादेव की विशेष प्रदर्शनी।
- वैदिक घड़ी ऐप एवं सिंहस्थ-2028: प्राचीन भारतीय काल गणना पर आधारित ऐप का लोकार्पण एवं आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा।
- वस्त्रोद्योग, हथकरघा एवं जनजातीय शिल्प: विक्रम व्यापार मेले के अंतर्गत इनकी प्रदर्शनी आयोजित होगी।
- प्रदर्शनी एवं संगोष्ठियाँ:
- 27 फरवरी से भारतीय ऋषि वैज्ञानिक परंपरा, विक्रमकालीन मुद्रा एवं मुद्रांक, श्रीकृष्ण की 64 कलाएँ, श्रीकृष्ण होली पर्व, चौरासी महादेव, जनजातीय प्रतिरूप आदि पर प्रदर्शनियां।
- 1 से 3 मार्च तक सम्राट विक्रमादित्य के न्याय विषय पर वैचारिक मंथन।
- 8 मार्च को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन।
- 10 से 12 मार्च तक अंतर्राष्ट्रीय इतिहास समागम।
- 15 से 16 मार्च तक संहिता ज्योतिष एवं आचार्य वराह मिहिर पर संगोष्ठी।
- 21 से मार्च तक महादेव शिल्पकला कार्यशाला, प्रतिदिन मांडना शिविर एवं पौराणिक फिल्मों का अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव।
- 26-28 मार्च को राष्ट्रीय विज्ञान सम्मेलन एवं विज्ञान उत्सव।
- नव सम्वत्सर उत्सव: 30 मार्च को सूर्योपासना, उज्जैनी गौरव दिवस, प्रकाशन लोकार्पण एवं सम्राट विक्रमादित्य अलंकरण समारोह, सांगीतिक प्रस्तुति एवं भव्य आतिशबाजी।
आयोजक समिति एवं सहभागिता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की अध्यक्षता में विक्रमोत्सव-2025 की आयोजन समिति की बैठक में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य कुमार काश्यप, उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा गौर, कौशल विकास राज्य मंत्री श्री गौतम टेटवाल समेत अन्य महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित थे। उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा, जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर डॉ. विजय शाह, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपत्तियां उईके तथा संस्कृति राज्य मंत्री श्री धर्मेंद्र सिंह लोधी भी वर्चुअली शामिल रहे। साथ ही अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भागीदारी दर्ज कराई।