राजगढ़(धार)। आपका राजगढ नगर बड़ा पुण्यशाली जहा अनेक बड़े बड़े आचार्य एवं साधु साध्वी भगवंत का सानिध्य मिलता राह है ओर अभी भी मिल राह है, ईतने आचार्य ओर साधु साध्वी भगवंत के सानिध्य मिलने के बाद भी अगर आप लोग धर्म के मार्ग पर अग्रसर नही होते तो जैन कुल मे जन्म लेना निरर्थक है, पंचम आरे मे भी चोथे आरे के समान क्रिया निष्ठ साधु साध्वी भगवंत का योग मिलना अत्यंत दुर्लभ है जो आपको मिल राह है उसका उपयोग करके अपने जीवन को सार्थक करे उक्त उदगार स्थानक भवन पर आयोजित धर्मसभा मे पुज्या महासती श्री सुलोचनाजी म.सा ने वयक्त किये महासती श्री श्वेता जी म.सा ने भी धर्मसभा मे भगवान महावीर के उपकारो वर्णन करते गुरुओ के द्वारा बताये गये धर्ममार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान की ।
समाज के हेमंत वागरेचा ने बताया की प्रवचन मे अनेक श्रावक श्राविका एवं बच्चो ने उपस्थित होकर जीनवाणी श्रवण का लाभ लिया, पुज्या महासती श्री सुलोचनाजी म.सा आदि ठाणा 4 का शनिवार को विहार पेटलावद की ओर होगा, महासती मंडल का ईस वर्ष का चातुर्मास पेटलावद (जि.झाबुआ) मे होगा।
महासती मंडल भानगढ टिमायची झकनावाद रायपुरिया होते हुए पेटलावाद पहुंचेगे!
समाज के भेरुलाल वागरेचा, नरेन्द्र मुणत ने राजगढ पधारने के लिए महासती मंडल के प्रति आभार व्यक्त किया।