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‘यमुना संगम’ कार्यक्रम की तैयारी पूरी,पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज ने कार्यक्रम स्थल का किया दौरा




 

  नई दिल्ली । गांधी स्मृति, राजघाट,दिल्ली में आयोजित होने जा रहे कार्यक्रम के निमित्त पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। पत्रकार वार्ता में परम् पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज (मुनी जी), परमाध्यक्ष, परमार्थ निकेतन, ऋषिकेष व मुख्य संरक्षक यमुना परिवार काउंसिल ने पत्रकार वार्ता को संबोधित किया। प्रेसवार्ता की अध्यक्षता काउंसिल के निदेशक कपिल गर्ग ने की। पत्रकार वार्ता के कार्यक्रम में विभिन्न पत्रकार बंधुओं ने हिस्सा लिया। श्री गर्ग ने सभी पत्रकार बंधुओं के परिचय के साथ-साथ आगामी 28 दिसम्बर को होने जा रहे कार्यक्रम के बारे में अवगत कराया। श्री गर्ग ने बताया कि इस बार यह पांचवीं दिव्य महाआरती होने जा रही है। इससे पूर्व वर्ष 2021 से दिल्ली में लगातार महाआरतियां होती आ रही हैं, जिससे दिल्लीवासियों में मां यमुना जी की स्वच्छता को लेकर लगातार उत्साह बढ़ रहा है। श्री गर्ग ने बताया कि यमुना संगम कार्यक्रम को लेकर दिल्ली की लगभग 22 किलोमीटर की बेल्ट में लोगों से निरंतर संपर्क किया जा रहा है। साथ ही राज्य सरकारों के मुख्यमंत्री, पदाधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, अनेकों सुप्रसिद्ध संस्थाएं, संत महत्मा, प्रबुद्ध समाजसेवी तथा मां यमुना साधकों से भी संपर्क किया जा चुका है। श्री गर्ग ने यह भी बताया कि इस दिव्य कार्यक्रम में गंगा, यमुना और सरस्वती की मूर्तियों के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। 

प्रेसवार्ता के माध्यम से परम् पूज्य स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज (मुनी जी) ने अपने संबोधन में बताया कि यह भारत के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में मां यमुना जी के स्वच्छता मिशन में संपूर्ण भारत को जोड़ा जाएगा। स्वामी जी ने बताया कि नदियां सबको जीवन देती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जो सबको साथ लेकर चले, वही सनातन है। नदियां मेरी हैं, और मुझे हर गांव, हर गली, हर मोहल्ले को जोड़कर और साथ लेकर इस मिशन को आगे बढ़ना है। साथ ही स्वामी जी ने कहा कि हम लगातार विभिन्न राज्य सरकारों, सुप्रसिद्ध संस्थाओं से संपर्क कर रहे हैं। राज्य सरकारों ने भी हमें मां यमुना स्वच्छता मिशन में अपने सहयोग देने के लिए हमें आवश्स्त किया है। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में मां यमुना जी के किनारे हरे-भरे पेड़, साथ ही हर 3 किलोमीटर की दूरी पर एक गुरूकुल की स्थापना हो, भव्यता व दिव्यता का संगम हो, बाहरी से ज़्यादा भीतरी प्रयास हो, सब आयें और सब जुड़ें, सब मिलकर काम करें, तभी भारत देश आदर्श बनेगा। इसी कारण से ये ‘यमुना संगम’ कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि गंदगी और बंदगी दोनों साथ-साथ नहीं चल सकती, इसलिए हम सभी के अंदर एक अच्छे संस्कार की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने प्लास्टिक मुक्त जीवन बनाने के लिए भी अपनी बात रखी। स्वामी जी के प्रमुख बिंदुओं में वृक्ष मंदिर और गुरूकुल, मेरी यमुना मेरा पेड़, जंगल नदी की मां, मां यमुना जी के किनारे हजारों रूद्राक्ष के पेड़ लगाने की इच्छा, मेरी नदियां, मेरी जिम्मेदारी, मेरा कचरा मेरी जिम्मेदारी, मन को शांति चाहिए तो यमुना के किनारे चलें, हरे भरे पेड़ लगाएं, नगर निगम और नगर पंचायतें सरकारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलें। कार्यक्रम के अंत में स्वामी जी ने यह भी संबोधित किया कि यह सरकार संवेदनशील है, जो समय पर खनन और मननपूर्वक कार्य कर रही है। हम सरकार के समन्वय से ही मां यमुना जी को साफ कर सकेंगे। कार्यक्रम के अंत में सभी पत्रकारों को हार्दिक धन्यवाद प्रेषित करते हुए उनको सम्मानित भी किया गया और मां यमुना जी के जयघोषों से प्रेसवार्ता का समापन किया गया।

राजगढ़ में श्रद्धापूर्वक मनाई गई स्वामी मुरलीधर जी महाराज की 45वीं पुण्यतिथि




 

   राजगढ़ (धार)। नगर के पांच धाम एक मुकाम माताजी मंदिर पर परम पूज्य गुरुदेव 1008 स्वामी मुरलीधर जी महाराज की 45वीं पुण्यतिथि श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई गई।

  शनिवार को प्रातः 8:00 से 10:00 बजे तक विशेष अभिषेक एवं महाआरती का आयोजन हुआ,जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया। यह आयोजन गुरुदेव के त्याग,तपस्या और उनके करुणामयी जीवन-दर्शन को स्मरण करने का एक पवित्र अवसर बना। गुरुकृपा के वातावरण में सभी धार्मिक अनुष्ठान सफलतापूर्वक संपन्न हुए।

गुरुदेव की प्रयाण स्थली राजगढ़ में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब,जय गुरु राजेंद्र' के जयकारों से गुंजायमान






 राजगढ़ (धार)। अभिधान राजेंद्र कोष के रचयिता, जैन श्वेतांबर समाज के महान संत परम पूज्य गुरुदेव श्रीमद्विजय राजेंद्र सूरीश्वरजी महाराज साहेब के जन्म और स्वर्गारोहण दिवस 'गुरु सप्तमी महोत्सव' की राजगढ़ नगर में भारी धूम है। गुरुदेव की देवलोक प्रयाण स्थली होने के कारण यहाँ देशभर से गुरुभक्तों का जनसैलाब उमड़ रहा है।

राजेंद्र भवन में लगा भक्तों का तांता

 नगर स्थित श्री राजेंद्र भवन  जहाँ गुरुदेव ने अपनी पार्थिव देह का त्याग किया था,आज श्रद्धा और भक्ति का मुख्य केंद्र बना हुआ है। इस पावन स्थली के दर्शन के लिए शुक्रवार शाम से ही गुरुभक्तों का आगमन शुरू हो गया । यहाँ श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं,जहाँ भक्तों ने गुरुदेव के चरणों में शीश नवाकर कृतज्ञता व्यक्त की।

भक्ति संध्या और विशेष आयोजन

  महोत्सव के अवसर पर राजगढ़ में विशेष धार्मिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जा रही है। आयोजन में सुप्रसिद्ध गायक देवेश जैन एण्ड पार्टी, इन्दौर द्वारा भजनों की अमृत वर्षा की जा रही है, जिस पर गुरुभक्त मंत्रमुग्ध होकर झूमते नजर आए हैं। पूरे नगर में 'गुरु राजेंद्र' के जयकारों की गूँज सुनाई दे रही है। राजगढ़ राजेंद्र भवन गुरु मंदिर में शनिवार को सुबह प्रातः में द्वार उद्घाटन,अभिषेक के चढ़ावे होगे। शुक्रवार को महाआरती का लाभ नेमीचंद चंपालाल कानूदा परिवार बेंगलुरु वालो ने लिया

  इस भव्य महोत्सव का सफल संयोजन जैनिश ग्रुप, राजगढ़ द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम के विनीत श्री सौधर्म बृहत्तपोगच्छिय त्रिस्तुतिक जैन श्रीसंघ, राजगढ़ हैं। श्रीसंघ और जैनिश ग्रुप के मार्गदर्शन में गुरुभक्त भक्तिभाव के साथ महोत्सव मना रहे हैं।

पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी के सार्वजनिक जीवन में शुचिता और पारदर्शिता रही सर्वोपरि : केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह



 
बसामन मामा प्राकृतिक खेती प्रकल्प विंध्य के किसानों के लिए बनेगा मार्गदर्शक
केन्द्रीय मंत्री श्री शाह के मार्गदर्शन में सहकारिता से किसानों की बढ़ा रहे हैं आय : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को 9 से बढ़ाकर किया जायेगा 20 प्रतिशत तक
केंद्र सरकार द्वारा प्रारंभ की जा रही हैं वृहद स्तर पर प्रयोगशालाएं
केंद्रीय मंत्री श्री शाह और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रीवा में कृषक सम्मेलन को किया संबोधित

 केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि भारत रत्न से सम्मानित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के सार्वजनिक जीवन में शुचिता और पारदर्शिता का स्थान सर्वोपरि रहा है। उन्होंने कहा कि स्व. वाजपेयी ने सुशासन की स्थापना के लिये अपने कार्यों से नये आयाम स्थापित किये। उन्होंने जो कहा उसे धरातल साकार करके दिखाया। केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि भारतीय राजनीति में स्व. वाजपेयी का स्थान और योगदान दोनों ही अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी को रीवा से सदैव विशेष लगाव रहा। केन्द्रीय मंत्री श्री शाह रीवा में बसामन मामा गौ वन्य विहार अभयारण्य में प्राकृतिक खेती के प्रकल्प का शुभारंभ कर कृषक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बसामन मामा प्राकृतिक खेती प्रकल्प विंध्य के किसानों के लिये मार्गदर्शक बनेगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संबोधित करते हुये कहा कि केन्द्रीय सहकारिता एवं गृह मंत्री श्री शाह के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश के किसानों की आय को बढ़ाने के लिये राज्य सरकार द्वारा समन्वित तरीके से सतत समग्र प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दूध के उत्पादन को 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक किया जायेगा। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री श्री शाह और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने हितग्राहियों को हितलाभ एवं संकल्प पत्रों को वितरण किया।

  केंद्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि मध्यप्रदेश का रीवा क्षेत्र धीरे-धीरे विकसित क्षेत्र बन रहा है। आज एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट रीवा में है। रीवा से जबलपुर तक सड़कों के जाल सहित इंदौर और दिल्ली के लिये वायु सेवा का भी विस्तार हुआ है। अब रीवा एयरपोर्ट से इंदौर और दिल्ली के लिए 24 घंटे हवाई सेवा उपलब्ध है। रीवा में बसावन मामा गौवंश वन्य विहार के रूप में अनुकरणीय प्रकल्प तैयार किया गया है। यहां गोबर से बने खाद से प्राकृतिक खेती की जा रही है। एक एकड़ में सवा लाख रुपए की आय देने का यह प्रयोग छोटे किसानों को बड़ा लाभ प्रदान करेगा। किसान इस मॉडल को अपनाएंगे तो उनकी आय बढ़ेगी। राज्य सरकार प्रगतिशील किसानों को इस परंपरागत मॉडल से अवगत कराने के लिये उनका भ्रमण कराये। उन्होंने कहा कि एक देशी गाय से 21 एकड़ रकबे में प्राकृतिक खेती होती है। किसान ही अन्नदाता है। अन्नदाता को प्राकृतिक खेती के लिये प्रेरित करने के साथ ही प्रोत्साहित करने के समग्र प्रयास हम सबको समन्वित तरीके से करना है। उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि अनाज के उत्पादन में रासायनिक खाद और कीटनाशकों के अत्यधिक प्रयोग के कारण कई तरह की बीमारियां बढ़ रही हैं। इससे बचाव के लिये जरूरी है कि हम सभी प्राकृतिक के संवर्धन में अपना योगदान दें।

  केंद्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि प्राकृतिक खेती को अपनाने से उत्पादन कम नहीं होता है। मैंने स्वयं अपने खेतों में प्राकृतिक खेती को अपनाया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में सहकारिता मंत्रालय के अंतर्गत वृहद स्तर पर प्राकृतिक खेती की उपज के प्रमाणीकरण का कार्य किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिये प्राकृतिक खेती के माध्यम से उत्पादित उपज के सर्टिफिकेशन, पैकेजिंग और मार्केटिंग की व्यवस्था की है। आगामी समय में देश में 400 से अधिक प्रयोगशालाएं किसान को प्राकृतिक खेती से संबंधित प्रमाण-पत्र प्रदान करेंगी। इन सभी प्रयासों से प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों की आय डेढ़ गुना तक बढ़ जाएगी। दुनियाभर में प्राकृतिक खेती का बड़ा बाजार है। आर्गेनिक अनाज खाने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है। भूमि परीक्षण से सर्टिफिकेशन, उपज का परीक्षण, बेहतर पैकेजिंग और मार्केटिंग किसानों को उपज का बेहतर मूल्य दिलाएंगी। हम किसानों की आय को बढ़ाने के लिए समुचित प्रयास प्राथमिकता से कर रहे हैं। निदर्शन फॉर्म आने वाले समय में प्राकृतिक खेती के लिए किसानों का मार्गदर्शन करेंगे।

  केंद्रीय मंत्री श्री शाह ने कहा कि प्रकृति की अनेक प्रकार से सेवा हो सकती है। हमें बसावन मामा की स्मृति में पीपल के वृक्ष रोपित करने का संकल्प लेना चाहिए। दु्निया से चले जाने के बाद भी यह पीपल वृक्ष लोगों को ऑक्सीजन देता रहेगा। पीपल का वृक्ष लगाना पुण्य कार्य है, जिसमें स्वयं भगवान विष्णु का वास होता है।

  मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषकों से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिये बढ़-चढ़कर सहभागिता करने का आहवान किया। उन्होंने बताया कि बसावन मामा गौवंश वन्य विहार के भ्रमण के दौरान केंद्रीय मंत्री श्री शाह के द्वारा 35 साल पहले गुजरात में जैविक खेती संवर्धन के लिये जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री शाह के द्वारा 35 साल पहले शुरू किये गये कार्य को राज्य सरकार आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं रखेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार किसान कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह के मार्गदर्शन में सहकारिता के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाई जा रही है। प्रदेश के किसानों की आय को बढ़ाने के लिये उन्हें दुग्ध उत्पादन के लिये भी प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिये डॉ. भीमराव अम्बेडकर कामधेनु योजना से किसानों को लाभांवित किया जा रहा है। प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड से एमओयू किया गया है। इससे किसानों को सीधे लाभ मिलेगा। राज्य सरकार दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए नस्ल सुधार जैसे अनेक कार्य भी कर रही है।

 राज्य सरकार दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए नस्ल सुधार जैसे अनेक कार्य भी कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य में दूध खरीद का आंकड़ा निरंतर बढ़ रहा है। साल भऱ में प्रति दुग्ध संघ दूध खरीदी में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। राज्य सरकार ने प्रदेश स्तर पर कुल दुग्ध उत्पादन को 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य रखा है।

  मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि गौमाताओं के संरक्षण के लिए प्रति गाय आहार अनुदान को 20 से बढ़ाकर 40 रुपए किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि अटलजी की जन्म जयंती के अवसर पर ग्वालियर में 2 लाख करोड़ से अधिक के निवेश से अनेक कार्यों के लिए भूमि-पूजन किया गया है। राज्य सरकार आगामी वर्ष 2026 को कृषि वर्ष के रूप में मनाने जा रही है। हमारी सरकार किसान कल्याण के लिए कृत संकल्पित है।

  उप मुख्यमंत्री श्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि गौशाला की 9 हजार से अधिक गौमाताओं ने श्री अमित शाह को बुलाया है। गाय में 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। गौमाता के गोबर से खाद बनाकर प्राकृतिक खेती की जा सकती है। जब धरती माता और नागरिक स्वस्थ होंगे, तभी भारत आत्मनिर्भर और समृद्ध होगा। राज्य सरकार प्राकृतिक खेती, गौसेवा और गौसंवर्धन को जन आंदोलन बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।

  वरिष्ठ विधायक एवं प्रदेशाध्यक्ष श्री हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी की जयंती पर रीवा में कृषक और सहकारिता सम्मेलन का आयोजन स्व. वाजपेयी के रीवा के प्रति लगाव के लिये सच्ची श्रद्धांजलि है। विंध्य की पावन धरा पर कृषक और सहकारिता सम्मेलन आयोजित हो रहा है। केन्द्र सरकार और प्रदेश सरकार के संकल्प से प्राकृतिक खेती को बढ़ावा मिल रहा है। इससे किसान समृद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार के एक अभिनव मिशन की शुरुआत की है।

  किसान सम्मेलन में रीवा के प्रभारी एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लखन पटेल, सांसद श्री जनार्दन मिश्र, विधायक सर्वश्री नागेन्द्र सिंह, दिव्यराज सिंह, नरेन्द्र प्रजापति, सिद्धार्थ तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, जनप्रतिनिधि श्री महेन्द्र सिंह, श्री वीरेन्द्र गुप्ता स्थानीय जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश के चहुँमुखी विकास की रखी सशक्त नींव : केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह,संतुलित विकास के क्षेत्रीय निवेश सम्मेलनों की श्रंखला की शुरूआत को बताया दूरदर्शी



 
  केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा मप्र के संतुलित विकास के क्षेत्रीय निवेश सम्मेलनों की श्रंखला आयोजित करने की शुरूआत को दूरदर्शी बताया है। उन्होने कहा कि यह ऐसी शुरूआत श्री नरेन्द्र मोदी जी ने गुजरात के लिये की थी। ‘वाइब्रेंट गुजरात’ के नाम से इंडस्ट्रियल समिट आयोजित करने की एक वैज्ञानिक और व्यवस्थित शुरुआत उन्होंने की। इसमें राज्य की राजधानी में बड़े स्तर पर इंडस्ट्रियल समिट आयोजित होते थे और राज्य में व्यापक निवेश आता था। डॉ. यादव ने क्षेत्रीय इन्वेस्टमेंट समिट के माध्यम से मध्यप्रदेश के चहुँमुखी विकास की एक मजबूत नींव रखी है।

  पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती परग्वालियर में ‘अभुदय : मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट’ में अपने संबोधन मेंकेन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने क्लस्टर इन्वेंस्टमेंट पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मैं डॉ. मोहन यादव को बधाई देना चाहता हूँ कि उन्होंने राज्य के संतुलित विकास के लिए ‘क्षेत्रीय निवेश कॉन्क्लेव’ की एक नई और दूरदर्शी शुरुआत की है। मध्यप्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कॉन्क्लेव आयोजित करने और निवेश के भूमिपूजन का जो सिलसिला उन्होंने शुरू किया है, वह आने वाले समय में राज्य के संतुलित विकास के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।

  आज जो 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश हो रहा है, वह देखने में भले ही छोटा लगे, लेकिन किसी एक क्षेत्र के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। किसी क्षेत्र की जनता के लिए यह निवेश अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। यदि राज्य का संतुलित विकास नहीं होता, तो राज्य आगे नहीं बढ़ सकता, क्योंकि हर क्षेत्र में अपार संभावनाएँ छिपी होती हैं।जैसे मालवा, ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में कपास लंबे समय से किसानों की प्रमुख फसल रही है, लेकिन उन्हें उसका उचित मूल्य नहीं मिल पाता था। अब पीएम मित्र पार्क के आने से पारंपरिक क्षेत्रों में निवेश बढ़ा है और कपास फिर से किसानों के लिए एक लाभकारी फसल बन गई है।

  मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी विशेषता उसका भौगोलिक लोकेशन है। यहाँ से पूरे देश के आधे हिस्से तक बहुत कम ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट में आपूर्ति संभव है। लेकिन इस भौगोलिक लाभ का शत-प्रतिशत उपयोग तभी संभव है, जब राज्य में सिमेट्रिक इंडस्ट्री विकसित की जाए। दक्षिण से जुड़े जिलों में उद्योग स्थापित हों, दिल्ली से जुड़े जिलों, जैसे ग्वालियर में उद्योग लगेंऔर पश्चिमी क्षेत्रों जैसे धार और झाबुआ में भी औद्योगिक विकास हो। तभी मध्यप्रदेश को अपने भौगोलिक लाभ का वास्तविक फायदा मिलेगा।

  केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि इसी सोच के साथ यह आयोजन डॉ. मोहन यादव ने किया है। मैं उन्हें हृदय से बधाई देता हूँ कि उनकी क्षेत्रीय इन्वेस्टमेंट समिट ने मध्यप्रदेश के चहुँमुखी विकास की एक मजबूत नींव रखी है।


केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने निवेश से रोजगार-अटल संकल्प विषय पर लगी प्रदर्शनी का किया अवलोकन



  

  मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक धरा ग्वालियर में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर “अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट” स्थल पर “निवेश से रोजगार-अटल संकल्प” विषय पर प्रदर्शनी लगाई गई। समिट के मुख्य अतिथि केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। समिट में केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमरऔर वरिष्ठ विधायक एवं प्रदेश अध्यक्षश्री हेमन्त खंडेलवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण भी उनके साथ थे।

पूर्व प्रधानमंत्री स्ववाजपेयी की राष्ट्रप्रेम को समर्पित जीवन यात्रा प्रदर्शित

यह प्रदर्शनी स्ववाजपेयी अटल जी की राष्ट्र प्रेम को समर्पित जीवन यात्रा और राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान को अत्यंत जीवंत रूप में प्रस्तुत कर रही थी। पूर्व प्रधानमंत्री स्ववाजपेयी की कविताओं, ओजस्वी भाषणों और उनकी राजनीतिक यात्रा के माध्यम से उनकी दूरदर्शिता, एकात्म मानववाद की विचारधारा तथा भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के उनके संकल्प को प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया।इसमें पोखरण परमाणु परीक्षण और गोल्डन क्वाड्रिलेटरल जैसी ऐतिहासिक उपलब्धियों को भी प्रदर्शित किया गया। साथ ही देश की मजबूती व विकास में पूर्व प्रधानमंत्री स्ववाजपेयी की भूमिका को रेखांकित कर रहे थे।

औद्योगिक प्रगति को भी दर्शाया

प्रदर्शनी में मध्यप्रदेश की औद्योगिक प्रगति और आर्थिक विकास को भी प्रदर्शित किया गया। इसमें राज्य की प्रमुख औद्योगिक परियोजनाओं जैसे सिंगाजी थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट, मालनपुर भिंड की इलेक्जर पीवीसी प्लाइवुड इकाई, पीथमपुर ऑटो हब और भोपाल फूड पार्क भी प्रदर्शित किये गये है। इसके साथ ही ड्रोन टेक्नोलॉजी और एग्रीटेक जैसे क्षेत्रों में कार्यरत सफल स्टार्ट-अप्स की कहानियों के माध्यम से नवाचार, उद्यमशीलता और युवाओं के लिए उपलब्ध अवसरों को भी प्रदर्शित किया गया।

वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट भी किये गए प्रदर्शित

प्रदर्शनी में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना ओडीओपी में मंदसौर की अफीम, मैहर का हस्तशिल्प, छिंदवाड़ा का टिंकीरा चावल जैसे उत्पादों को प्रदर्शित किया गया। साथ ही जीआई टैग प्राप्त उत्पादों में विदिशा का लहसुनिया लाल चना, बालाघाट का काकड़ हाट चावल, मुरैना की सरसों से बने स्थानीय उत्पाद एवं मुरैना की जीआई टैग गजक तथा दतिया का प्रसिद्ध जीआई टैग बेलमेटल वर्क शामिल किया गया।

समिट की प्रदर्शनी निवेशमें रोजगार से जोड़ने के अटल संकल्प को सशक्त रूप में प्रस्तुत किया गया।औद्योगिक विकास, नवाचार और स्थानीय उत्पादों के संवर्धन से सतत और समावेशी विकास की दिशा में निरंतर अग्रसरहोते मध्यप्रदेश को प्रदर्शित किया गया है। 

मध्यप्रदेश बना सबसे तेज़ी से आगे बढ़ने वाला राज्य : केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह




 

मध्यप्रदेश में निवेश करना हर तरह से फायदे का सौदा – रुपया लगाकर यहाँ करोड़ों कमाए जा सकते हैं
आकर्षक नीतियों और पारदर्शी प्रशासन से ही मध्यप्रदेश ने हासिल किया इस साल सर्वाधिक निवेश
भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में मध्यप्रदेश करेगा सर्वाधिक भागीदारी
ग्वालियर की धरा से मध्यप्रदेश ने पूरे देश को दिया विकास का नया संदेश
अभ्युदय मध्यप्रदेश में सहभागी बनना ही स्व. श्री अटल जी को सच्ची श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक की लागत से औद्योगिक/निर्माण इकाईयों का किया सामूहिक भूमिपूजन
निवेशकों और उद्योगपतियों को आशय पत्र एवं भूमि आवंटन पत्र भी वितरित किए
प्रदेश के औद्योगिक विकास पर आधारित कॉफी टेबल बुक और निवेश पुस्तिका का किया विमोचन
साइबर अपराधों के लिए ई-जीरो एफआईआर की शुरुआत, ऐसी व्यवस्था लागू करने में म.प्र. देश का दूसरा राज्य
मध्यप्रदेश लघु एवं कुटीर उद्योग में बनने जा रहा है देश का कॉटेज इंडस्ट्री हब
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में मध्यप्रदेश अव्वल, इस मामले में भारत जल्द ही बनेगा ग्लोबल लीडर
पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की जयंती पर आयोजित “अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट” में शामिल हुए केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह


 केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने कहा है कि मध्यप्रदेश अब देश में सबसे तेज़ गति से विकास करने वाला राज्य बन गया है। बीते सालों की वैश्विक आर्थिक उतार-चढ़ाव से अलग रहकर अनेकानेक चुनौतियों और संसाधनों के अभाव से उबरकर प्रदेश ने जिस रफ्तार से प्रगति की है, वह पूरे देश को अभिप्रेरित करती है। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, सिंचाई, उद्योग, ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य सुधार, खनन, फार्मा, नवकरणीय ऊर्जा और वृहद संख्या में आधारभूत अवसंरचनाएं, हर क्षेत्र में मध्यप्रदेश आज अग्रणी राज्यों की पंक्ति में खड़ा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश ने अपनी नई सोच, उद्यमशीलता, प्रगतिशील दृष्टिकोण और नवाचारों के माध्यम से विकास के ऐसे मानक स्थापित किए हैं, जिनका अनुसरण अब अन्य राज्य भी कर रहे हैं।

 केंद्रीय गृहमंत्री श्री शाह गुरुवार को भूतपूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जन्म जयंती के विशेष अवसर पर ग्वालियर के मेला मैदान में आयोजित “अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट” को संबोधित कर रहे थे।

 केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि भारत जल्द ही विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है और नि:संदेह यह तय है कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि में मध्यप्रदेश का योगदान सबसे बड़ा होगा। उन्होंने प्रदेश के नेतृत्व और प्रशासनिक क्षमता की सराहना करते हुए कहा कि यहां निवेश के लिए अनुकूल वातावरण, स्पष्ट नीतियां और मजबूत इच्छाशक्ति दिखाई देती है। इन्हीं सभी प्लस फैक्टर्स से ही मध्यप्रदेश ने इस साल देश में बड़ी संख्या में निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए हैं। इस मामले में मध्यप्रदेश ने देश में तीसरा स्थान हासिल किया है।

  इस अवसर पर गृह मंत्री श्री शाह ने 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश लागत से प्रदेश के विभिन्न अंचलों में स्थापित होने वाली हजारों औद्योगिक एवं निर्माण इकाइयों का सामूहिक भूमिपूजन किया। गृह मंत्रीश्री शाह ने मंच से 5,810 करोड़ रुपए लागत से औद्योगिक विकास परियोजनाओं एवं सड़क विकास कार्यों का लोकार्पण कर 860 वृहद औद्योगिक इकाईयों को 725 करोड़ रुपए की निवेश प्रोत्साहन सहायता राशि सिंगल क्लिक से वितरित की। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने मध्यप्रदेश में बीते दो साल में हुए औद्योगिक विकास पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक और निवेश पुस्तिका का विमोचन भी किया। गृह मंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर प्रदेश में सायबर अपराधों को समुचित तरीके से हैंडल करने के लिये प्रदेश में ई-जीरो एफआईआर की शुरूआत भी की। नईदिल्ली के बाद ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश दूसरा राज्य है। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने मंच से चार निवेशकों को भूमि आवंटन पत्र एवं लेटर ऑफ इंटेंट प्रदान किए। इनमें मैक्केन ग्रुप के डायरेक्टर श्री अमिताभ बक्शी, एलएनजे (भीलवाड़ा समूह) के चेयरमैन श्री रिजु झुनझुनवाला, ग्रीन वेंट प्रा. लि. के श्री आशीष कुमार उपाध्याय तथा नेचर्स बायो फूड्स के वाइस प्रेसिडेंट श्री राजेश जायसवाल शामिल हैं। गृह मंत्री श्री शाह ने मंच से 5,810 करोड़ रुपए लागत से औद्योगिक विकास परियोजनाओं एवं सड़क विकास कार्यों का लोकार्पण कर 860 वृहद औद्योगिक इकाईयों को 725 करोड़ रुपए की निवेश प्रोत्साहन सहायता राशि भी सिंगल क्लिक से वितरित की। इस अवसर पर ग्वालियर जिले में 153.04 करोड़ रुपए की लागत वाले 57 निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं 23.79 करोड़ रुपए लागत के 13 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन भी किया गया।

प्रदर्शनी का किया अवलोकन, उच्च रोजगार सृजन करने वाले उद्योगपतियों का किया सम्मान

 केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह एवं अतिथियों द्वारा प्रदेश में उच्च रोजगार सृजन करने वाले उद्योगपतियों का सम्मान किया गया। इनमें वीई कमर्शियल व्हीकल्स के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर श्री बी. श्रीनिवास, वर्धमान ग्रुप के सीनियर प्रेसिडेंट श्री राजीव आगरा, न्यू जील फैशन वेयर के प्रबंध संचालक श्री दीनबंधु त्रिवेदी और गोकलदास एक्सपोर्ट्स के कार्यकारी संचालक श्री प्रभात सिंह शामिल हैं। विजन 2047 पर आधारित औद्योगिक विकास यात्रा पर लगाई गई प्रदर्शनी का केंद्रीय मंत्री श्री अमित शाह एवं अन्य अतिथियों ने अवलोकन किया। प्रदेश सरकार द्वारा विकास 2 वर्षों में औद्योगिक निवेश और आर्थिक विकास के लिए किए गए प्रयासों तथा ई-जीरो एफआईआर की जानकारी पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया । साथ ही रिसोर्सेस, रिफॉर्म्स एंड राइज कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया गया।

 केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक के औद्योगिक निर्माण कार्यों का एक साथ भूमिपूजन हुआ है। यह बताता है कि राज्य सरकार कितनी तेजी से मध्यप्रदेश का औद्योगिक विकास करना चाहती है। उद्यम से उद्योग स्थापित होता है और उद्योगों से रोजगार सृजित होते हैं। हर हाथ को काम मिलता है। इसी से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। उद्योग और अर्थव्यवस्था एक दूसरे के पूरक हैं। मध्यप्रदेश सरकार का औद्योगिक विकास के लिए उठाया जा रहा हर कदम देश-प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने में कारगर साबित हो रहा है।

 केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री शाह ने कहा है कि स्वर्गीय अटल जी की जयंती पर आयोजित अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट से राज्य के विकास को गति मिलेगी। ग्वालियर क्षेत्र ने सालों से देश को ऊर्जा और गति दी है। मुगलों के साथ संघर्ष के समय भी ग्वालियर क्षेत्र में थाना लगाया गया था। तानसेन के संगीत ने देश की सांस्कृतिक विरासत को नई गति दी है। इसी क्षेत्र में आजादी के कालखंड और देश की आजादी के बाद सेना और पैरा मिलिट्री फोर्स में सर्वाधिक जवान देने का कार्य किया है। ग्वालियर की भूमि ने ही स्व. अटल जी को विराट व्यक्तित्व प्रदान किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सभा में हिन्दी में भाषण देकर हिंदी को गौरव दिलाया। अटलजी के नेतृत्व में ही देश में पहली बार जनजातीय कार्य विभाग बना और जनजातीय कल्याण को गति मिली। अटलजी जब प्रधानमंत्री बने तब देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को उतना महत्व नहीं दिया जाता था। अटलजी ने देश को सड़क विकास परियोजनाओं को सौगात दी। उन्होंने देश को परमाणु संपन्न राष्ट्र बनाया। करगिल युद्ध में विजय अटलजी के दृढ़ निश्चयी महान व्यक्तित्व का परिचायक है। अटलजी राजनीति के महामानव थे, अजात शत्रु थे, वे सच्चे अर्थों में युग दृष्टा थे। श्री शाह ने स्व. अटल जी के साथ पं. मदन मोहन मालवीय की जयंती और श्री सी. राजगोपालाचारी की पुण्यतिथि के अवसर पर उन्हें भी श्रद्धांजलि दी।

  केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने मध्यप्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को बधाई देते हुए कहा कि देश में इंडस्ट्रियल समिट की शुरुआत श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में की थी। वाइब्रेंट गुजरात समिट के माध्यम से राज्य में निवेश आता था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भी इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए राज्य के संतुलित विकास के लिए रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव की शुरुआत की। यह मध्यप्रदेश के अंदर सभी क्षेत्रों में निवेश का आधार बना है। भविष्य में सभी राज्यों में ऐसे प्रयास किए जाएंगे। विकास के लिए राज्यों का संतुलित आवश्यक है। अलग-अलग क्षेत्रों में विकास की अलग संभावनाएं होती है। धार में पीएम मित्र पार्क से कपास उत्पादक किसानों को लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश में भौगोलिक क्षेत्र के आधार आयोजित हो रही निवेश समिट से राज्य के विकास को नई दिशा मिल रही है। आज ग्वालियर में 2 लाख करोड़ से अधिक लोकार्पण और भूमिपूजन हुए हैं। विपक्षी दलों की सरकार में मध्यप्रदेश एक बीमारू राज्य हुआ करता था। पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान इस राज्य को बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर लेकर आए। अब मुख्यमंत्री डॉ. यादव मध्यप्रदेश को विकसित राज्य बनाने के लिए कार्य कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में सड़क एवं सिंचाई के लिए विकास कार्य हो रहे हैं। सिंचाई के रकबे में 17 प्रतिशत बढ़त हासिल हुई है। मध्यप्रदेश ने पंजाब और हरियाणा को पीछे छोड़कर सात बार लगातार कृषि कर्मण पुरस्कार जीता है। मध्यप्रदेश की देश में केन्द्रीय और आकर्षक भौगोलिक स्थिति का शत-प्रतिशत दोहन करने के लिए इंदौर में एक मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क विकसित किया जा रहा है। यह देश विदेश के निवेशकों और उद्योगपतियों को आकर्षित कर रहा है। आज मध्यप्रदेश के पास सरप्लस बिजली है। स्वच्छता में भी मध्यप्रदेश ने सबको पीछे छोड़ा है। मेट्रो परिचालन देश में सबसे सस्ता मध्यप्रदेश में है। प्रदेश में कृषि, टूरिज्म, उद्योग हर क्षेत्र में नए उद्योग-धंधे लगे हैं और नए स्टार्टअप भी विकसित हुए हैं। इन स्टार्टअप में से 50 प्रतिशत स्टार्टअप महिलाएं संचालित कर रही हैं। मध्यप्रदेश ने एक साल में 4.57 लाख से अधिक नई एमएसएमई यूनिट पंजीकृत करने का रिकॉर्ड बनाया है। मध्यप्रदेश लघु एवं कुटीर उद्योग में देश का कॉटेज इंडस्ट्री हब बनने जा रहा है।

  केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि देश का पहला पीएम मित्रा पार्क फाइव-एफ के विजन पर आधारित है, इसका सर्वाधिक लाभ किसानों को ही मिलने वाला है। यहां फार्म से फाइवर, फाइवर से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन और फैशन से फॉरेन एक्सपोर्ट तक की सभी व्यवस्था होगी। मध्यप्रदेश ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में उल्लेखनीय कार्य किया है। इस मामले में भारत जल्द ही दुनिया में ग्लोबल लीडर बनेगा। हम सेमीकंडक्टर सेक्टर में आत्मनिर्भर बनेंगे और इसका निर्यात भी करेंगे। भारत ने डिजिटल इंडिया में सबसे अधिक विकास किया है। सितंबर 2025 तक देश में 125 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हैं। यूपीआई के माध्यम से फिनटेक सेक्टर में बड़ी छलांग लगाई है। विश्व के कुल डिजिटल ट्रांजैक्शन में 50 प्रतिशत भारत में हुए हैं। भारत सरकार ने कोरोना वैक्सीन निर्माण में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। आज विश्व की 60 प्रतिशत वैक्सीन भारत में बनती है। खिलौनों के निर्माण और सैन्य उपकरणों के निर्माण में भी उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कार्यकाल में एक लाख 50 हजार किलोमीटर नए राष्ट्रीय राजमार्ग बने हैं। देश में अब 163 हवाईअड्डे हैं। देश में 164 वंदेभारत ट्रेन हैं और इनके कलपुर्जे मध्यप्रदेश में बनेंगे। देश में 23 मेट्रो कनेक्टेड शहर हैं। आज देश की 2 लाख 14 हजार पंचायतें ऑप्टिकल फाइबर से कनेक्टेड हैं।

 केन्द्रीय मंत्री श्री शाह ने मध्यप्रदेश के युवाओं और निवेशकों से अपील करते हुए कहा कि वे बेहिचक मध्यप्रदेश में अपने उद्यम और उद्योग लगाएं। मध्यप्रदेश इतना अधिक उपजाऊ है कि यहां कुछ रुपया निवेश करके करोड़ों कमाए जा सकते हैं। इस दिशा में राज्य सरकार ने निसंदेह अभिनव पहल की है। मध्यप्रदेश के क्षेत्रीय विकास और आर्थिक संतुलन में उद्योग एवं निवेश एक बड़ी भूमिका निभा रहा है।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मध्यप्रदेश गढ़ रहा निवेश, रोजगार और समावेशी विकास का नया मॉडल - मुख्यमंत्री डॉ. यादव

  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश निवेश, रोजगार और समावेशी विकास का एक नया मॉडल गढ़ रहा है। अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट से प्रदेश में औद्योगिक विस्तार को नई गति मिलेगी और युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अब साकार होती संभावनाओं का अग्रणी केंद्र बन चुका है। उन्होंने कहा कि आज का यह आयोजन प्रदेश के उज्जवल औद्योगिक भविष्य की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि मध्यप्रदेश में निवेश हर मायने में फायदे का सौदा है। मध्यप्रदेश, देश का दिल होने के साथ-साथ देश की आध्यात्मिक ऊर्जा का प्रमुख पड़ाव है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अनंत संभावनायें लिए हुए है। देश के मध्य में स्थित होने के कारण मध्यप्रदेश व्यापार, व्यवसाय, उद्योग-धंधे लगाने से लेकर अपने उत्पाद को निर्यात करने के लिए एक अनुपम केंद्र बन रहा है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने मध्यप्रदेश को “भारत का विकास और अवसरों का केंद्र” बताते हुए सभी निवेशकों से प्रदेश में निवेश जरूर करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आज उन चुनिंदा राज्यों में है, जहाँ प्राकृतिक संसाधन, उद्योग-अनुकूल नीतियाँ, मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थिर शासन—सभी निवेशकों के लिए आदर्श वातावरण तैयार करते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश अपनी कई विशिष्ट पहचानों के कारण पूरे देश में अद्वितीय है। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि प्रदेश में 18 नई उद्योग-अनुकूल नीतियाँ, विस्तृत लैंड बैंक, भरपूर जल उपलब्धता, स्किल्ड मानव संसाधन, उत्कृष्ट लॉजिस्टिक्स कनेक्टिविटी और पारदर्शी प्रशासन निवेशकों को सर्वोत्तम वातावरण प्रदान करते हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि रिन्यूएबल एनर्जी, ऑटोमोबाइल, टेक्सटाइल, फूड प्रोसेसिंग, फार्मा, आईटी और पेट्रोकेमिकल्स जैसे सभी प्रमुख सेक्टरों में निवेश के व्यापक अवसर उपलब्ध हैं। उन्होंने निवेशकों को औद्योगिक सहयोग के साथ शिक्षा, अनुसंधान, संस्कृति, कौशल विकास, अवसंरचना और पर्यटन में साझेदारी के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्रीमोदी के नेतृत्व में भारत विश्व के विश्वसनीय विकास साझेदार के रूप में स्थापित हो रहा है। मध्यप्रदेश राष्ट्रीय प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने निवेशकों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि मध्यप्रदेश निवेशकों के साथ दीर्घकालिक साझेदारी के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। निवेशक भारत के दिल से जुड़े रहे। मध्यप्रदेश भी हमेशा निवेशकों के साथ सहयोग और साझेदारी करने में पीछे नहीं रहेगा।

  मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा है कि राज्य सरकार ने उद्योग एवं रोजगार वर्ष में युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए हैं। उन्होंने कहा कि स्व. अटल जी राष्ट्रनीति के शिखर पुरुष एवं राजनीति के अजातशत्रु थे। मुख्यमंत्री ने स्व. अटल जी की 101वीं जयंती के अवसर पर उन्हें नमन कर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में गरीब, किसान, महिला एवं युवाओं के कल्याण के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी एवं गृहमंत्री श्री शाह के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश इसी 11 दिसंबर को नक्सलवाद की समस्या से पूर्णत: मुक्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में औद्योगिक निवेश बढ़ाने के लिये हर संभव कोशिश कर रही है। मध्यप्रदेश में 8.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव धरातल पर उतर रहे हैं। अटलजी की जयंती के अवसर पर प्रदेश के साथ ग्वालियर को भी बड़ी सौगातें मिल रही हैं।

  केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह मध्यप्रदेश के अभ्युदय का समय है। ग्वालियर की धरती से आज प्रदेश के विकास को एक गति मिली है। उन्होंने ग्वालियर आये सभी निवेशकों एवं उद्योगपतियों का हृदय से स्वागत करते हुए कहा कि यह प्रदेश का प्रवेश द्वार है। स्व. अटल जी जैसे मूर्धन्य राजनेता देने वाले इस शहर ने देश और दुनिया को नई सोच और नये विचार दिए हैं।

  केंद्रीय संचार मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि यह दिवस अटल जी के सम्मान में केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि उत्तरदायित्व का दिवस है। भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय स्व.श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जन्म शताब्दी के अवसर पर आयोजित यह ग्रोथ समिट विकास के एक मजबूत स्तंभ की स्थापना जैसा है। स्व.अटल जी के आदर्शों और मूल्यों को आत्मसात करते हुए आज विकास की ठोस नींव रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि सुशासन किसी भी राष्ट्र की जड़ों को मजबूत करता है। जैसे वृक्ष की वृद्धि उसकी मजबूत जड़ों पर निर्भर करती है, उसी प्रकार देश का विकास सुशासन के आधार पर आगे बढ़ता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में सुशासन आज सरकार की कार्यप्रणाली का मूल आधार बन चुका है।

  केंद्रीय मंत्रीश्री सिंधिया ने कहा कि देश में सुरक्षा, राष्ट्रीय एकता और कानून व्यवस्था को वैश्विक स्तर पर सराहना मिली है। अनुच्छेद 370 के उन्मूलन के बाद देश में शांति और स्थिरता का वातावरण स्थापित हुआ है। नक्सलवाद और आतंकवाद के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई कर आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। उन्होंने कहा कि यह दृढ़ नेतृत्व और स्पष्ट निर्णय क्षमता का परिणाम है। केन्द्रीय मंत्रीश्री सिंधिया ने कहा कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी दूरदृष्टा नेता थे। उनके लिए राजनीति सत्ता प्राप्त करने का माध्यम नहीं, बल्कि परिवर्तन और राष्ट्र सेवा का साधन थी। उनका जीवन संघर्ष, संवेदनशीलता और सिद्धांतों का अद्भुत संगम रहा है। उन्होंने कहा कि आज भारत जनसेवा और जनभागीदारी के माध्यम से वैश्विक मंच पर एक सशक्त राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। यह विकास यात्रा स्व.अटल जी के विचारों और प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व का सजीव उदाहरण है। श्री सिंधिया ने कहा कि अटल जी का जीवन, उनकी कविताएं और उनके विचार आज भी देश को दिशा देने का कार्य करते हैं। सुशासन और जनकल्याण ही किसी भी सरकार का अंतिम उद्देश्य होना चाहिए। यही श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सच्ची विरासत है।

  विधानसभा अध्यक्ष श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि यह कार्यक्रम भारतरत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के व्यक्तित्व और कृतित्व को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि शताब्दी वर्ष के अवसर पर इस प्रकार का आयोजन होना वास्तव में सोने पर सुहागा है। इस अवसर पर जिले की औद्योगिक इकाइयों के भूमिपूजन का कार्य संपन्न हो रहा है, जो क्षेत्र के औद्योगिक विकास को नई गति प्रदान करेगा। साथ ही ग्वालियर द्वारा वर्ष 1905 से आयोजित होने वाले ऐतिहासिक ग्वालियर मेले का शुभारंभ भी किया गया है, जो स्थानीय परंपरा और आर्थिक गतिविधियों का महत्वपूर्ण प्रतीक रहा है।

  विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर ने कहा कि आज के दिन अटल म्यूजियम का लोकार्पण होना गौरव की बात है। यह म्यूजियम श्रद्धेय अटल जी की स्मृतियों, विचारों और सार्वजनिक जीवन की झलक को संजोए हुए है। उन्होंने कहा कि अटल म्यूजियम आने वाली पीढ़ियों को अटल जी के आदर्शों, मूल्यों और आचरण से परिचित कराएगा तथा उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करेगा। यह केवल एक संग्रहालय नहीं, बल्कि विचार और प्रेरणा का केंद्र है, जो समाज को सकारात्मक दिशा देने का कार्य करेगा।

  वरिष्ठ विधायक एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्री हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि आज का दिन क्षेत्र के इतिहास में सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस के पावन अवसर पर इस कार्यक्रम का आयोजन अपने आप में विशेष महत्व रखता है। उन्होंने कहा कि श्रद्धेय स्व.अटल बिहारी वाजपेयी जी भारत की आत्मा की आवाज थे। उनका चिंतन, उनकी वाणी और उनका नेतृत्व राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने वाला था। अटल जी ने अपने दूरदर्शी नेतृत्व और अथक परिश्रम से देश को विकास की नई दिशा दी और भारत को निवेश के लिए एक विश्वसनीय गंतव्य के रूप में स्थापित करने की मजबूत नींव रखी। श्री खंडेलवाल ने कहा कि अटल जी का जीवन, उनका आचरण और उनके आदर्श हम सभी के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आहवान किया कि हम सभी स्व. अटल जी के मूल्यों को आत्मसात करें और उन्हें अपने व्यवहार एवं सार्वजनिक जीवन में उतारने का संकल्प लें। उन्होंने कहा कि अटल जी का एक-एक वाक्य हमारे जीवन के लिए आदर्श सूत्र की तरह है, जो हमें राष्ट्र, समाज और कर्तव्य के प्रति निरंतर प्रेरित करता रहेगा।

  औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव श्री राघवेंद्र सिंह ने कहा कि भारत रत्न, भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म जयंती के पावन अवसर पर आयोजित अभ्युदय मध्यप्रदेश ग्रोथ समिट मध्यप्रदेश के औद्योगिक विकास की दिशा में एक ऐतिहासिक पड़ाव सिद्ध होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में मध्यप्रदेश आज अपने औद्योगिक इतिहास के एक नए स्वर्णिम अध्याय की ओर अग्रसर है। यह कार्यक्रम केवल निवेश और परियोजनाओं की घोषणा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह प्रदेश के युवाओं, उद्यमियों और श्रमिकों के सपनों को साकार करने का मंच है। विभिन्न उद्योगों और रोजगार योजनाओं के माध्यम से आत्मनिर्भर बने लाभार्थी आज हमारे समक्ष उपस्थित हैं, जो इस विकास यात्रा के प्रत्यक्ष साक्ष्य हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत ऊर्जावान युवा इस आयोजन से वर्चुअल माध्यम से जुड़े हैं और सभी संभाग स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिससे औद्योगिक विकास की यह भावना प्रदेश के हर कोने तक पहुँच रही है।

  प्रमुख सचिव श्री सिंह ने बताया कि आज इस कार्यक्रम के जरिए प्रदेश में 1,118 नवीन औद्योगिक इकाईयों/ परियोजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है, जिनमें 2.17 लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश होना प्रस्तावित है। इन परियोजनाओं से 1,93,772 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जो समावेशी और संतुलित विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही 5,010.1 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किए जा रहे औद्योगिक क्षेत्रों एवं अन्य महत्वपूर्ण अधोसंरचनात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन भी सम्पन्न हुआ। इनमें औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के अंतर्गत 2,806.7 करोड़ रु., मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम लिमिटेड के अंतर्गत 1,018.1 करोड़ रु., भवन विकास निगम के अंतर्गत 910.8 करोड़ रु. तथा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के अंतर्गत 274.5 करोड़ रु. की परियोजनाएँ शामिल हैं। उन्होंने बताया कि वृहद उद्योगों और एमएसएमई इकाइयों को सशक्त बनाने के लिये 860 इकाइयों को 725 करोड़ रु. से अधिक की निवेश प्रोत्साहन सहायता भी इस मौके पर वितरित की जा रही है, इससे उद्योगों को गति और निवेशकों को विश्वास मिलेगा।

  प्रमुख सचिवश्री सिंह ने बताया कि साइबर वित्तीय अपराधों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए ई-जीरो एफआईआर की सुविधा का शुभारंभ किया जा रहा है। साथ ही निवेशकों को प्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं और उपलब्ध अवसरों की समग्र जानकारी देने के लिये कॉफी टेबल बुक तथा ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी बुकलेट का भी विमोचन किया गया है। प्रमुख सचिव ने कहा कि यह आयोजन मध्यप्रदेश को औद्योगिक निवेश का एक भरोसेमंद और अग्रणी केंद्र बनाने की दिशा में एक सशक्त संदेश देता है।

  कार्यक्रम में जल संसाधन एवं ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सामाजिक न्याय, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राकेश शुक्ला, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चेतन्य काश्यप, सांसद श्री भारत सिंह कुशवाह, श्री महेन्द्र सिंह, पूर्व मंत्री श्री लाल सिंह आर्य, सांसद भिण्ड श्रीमती संध्या राय, सांसद मुरैना श्री शिवमंगल सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण उपस्थित थे। जेके टायर के प्रबंध निदेशक श्री अंशुमन सिंघानिया, प्रबंध निदेशक ग्रीनको श्री अनिल कुमार चलामला सेट्टी, एलेक्जर इंडस्ट्री के अध्यक्ष श्री अरुण गोयल, दलित चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष डॉ. मिलिंद कामले, एलएनजे भीलवाड़ा समूह के चेयरमेन श्री रिजू झुनझुनवाला, सर्विस एक्सपोर्ट काउंसिल के डायरेक्टर जनरल श्री अभय सिन्हा, सीआईआई के अध्यक्ष श्री आशीष वैश्य, रमनीक पॉवर के डायरेक्टर कम प्रमोटर श्री आशीष त्रिवेदी, न्यू जील फैशन वियर के अध्यक्ष श्री दीनबंधु त्रिवेदी, इनशोलेशन ग्रीन एनर्जी के अध्यक्ष श्री मनीष गुप्ता, डाबर इंडिया के सीईओ श्री मोहित मल्होत्रा, टोरेंट पॉवर के निदेशक श्री जिगिश मेहता, गौतम सोलर प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष श्री गौतम मोहंका, सागर ग्रुप के अध्यक्ष श्री सुधीर अग्रवाल, कॉस्मिक पीवी पॉवर के अध्यक्ष श्री जेनीश घाऐल, मैकेन फूड के निदेशक श्री अमिताभ बख्शी, प्रेस्टीज ग्रुप के प्रमोटर कम डायरेक्टर श्री हिमांशु जैन, गोकलदास एक्सपोर्ट के डायरेक्टर श्री प्रभास सिंह सहित औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधि एवं उद्योगपति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

भारत रत्न अटल जी की कलात्मक तस्वीर ने मन मोहा

  ग्वालियर के मेला मैदान में आयोजित हुई “मध्यप्रदेश अभ्युदय ग्रोथ समिट” के मुख्य मंच पर सजी भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की भव्य एवं भावपूर्ण तस्वीर (पोट्रेट) ने सभी अतिथियों का मन मोह लिया। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित मंचासीन गणमान्य अतिथियों ने इस चित्र के समक्ष श्रद्धांजलि अर्पित की। संयमित रंग-संयोजन, सूक्ष्म रेखांकन और मुखमंडल पर उकेरी गई सहज करुणा व राष्ट्रभाव ने अतिथियों को ठहरकर इस तस्वीर को देखने को विवश कर दिया। चित्र में अटल जी की दृष्टि भविष्य की ओर आश्वस्त होकर देखती प्रतीत हो रही थी। ऐसा लग रहा था मानो अटल जी विकास, संवाद और लोकतांत्रिक मूल्यों का संदेश दे रहे हैं। श्रद्धेय अटल जी की यह प्रभावशाली तस्वीर शासकीय ललित कला महाविद्यालय, ग्वालियर के प्रो. एवं ख्यात चित्रकार श्री उमेंद्र वर्मा द्वारा तैयार की गई है। यह चित्र ग्वालियर कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान के आग्रह पर विशेष रूप से बनाया गया, जिससे समिट के मंच पर अटल जी की प्रेरणा सजीव रूप में उपस्थित रहे।

पराली से गढ़ी अटल जी की प्रतिमा भेंट की

  मध्यप्रदेश अभ्युदय ग्रोथ समिट के अवसर पर केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पराली से निर्मित भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की आकर्षक प्रतिमा स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की। यह विशिष्ट एवं पर्यावरण–संवेदनशील कलाकृति नव उद्यमी श्री शुभम सिंह की क्राफ्ट कंपनी द्वारा तैयार की गई है। पराली जैसे साधारण कृषि अवशेष से साकार की गई अटल जी की यह प्रतिमा रचनात्मकता, पर्यावरण संरक्षण व नवाचार का संदेश दे रही थी।