राजगढ़(धार)। धनतेरस (Dhanteras) हिन्दुओं के प्रमुख त्योहार दीपावली (Diwali) पर्व का पहला दिन है. शुक्रवार को धन त्रयोदश है एवं रविवार को दिपावली। इस दिन अपनी कुल रीति के अनुसार ही धन की देवी महालक्ष्मी एवं कुबरे महाराज का पूजन करना चाहिए।
उक्त जानकारी देते हुए नगर के पांच धाम एक मुकाम श्री माताजी मंदिर के ज्योतिषाचार्य श्री पुरूषोत्तमजी भारद्वाज ने बताया की कल धन त्रयोदश श्री कुबेर पूजन, लक्ष्मी पुजन एवं यम तर्पन व यम प्रीत्यर्थ दीपदान हेतु प्रातः 07:56 से 10:47, दोपहर 12:13 से 1:38 बजे सायं 5: 58 से 8:32 मिनट का महुर्त शुभ रहेगा।
रविवार को दिपावली (Diwali) महापर्व पर श्री महालक्ष्मी पूजन अर्चन, गादी स्थापना, स्याही भरना एवं कलम दवात सवांरना हेतु चल - प्रातः 7ः58 से 9ः24 बजे, लाभ प्रातः 9ः24 से 10ः49 बजे, अमृत प्रातः 10ः49 से 12ः14 बजे, अभिजित मुहुर्त दोपहर 11ः47 से 12ः36 बजे, शुभ दोपहर 1ः40 से 3ः05 बजे, शुभ सायं 5ः55 से 7ः30 बजे, अमृत सायं 7ः30 से 9ः05 बजे, चल रात्रि में 9ः05 से 10ः40 बजे तक रहेंगा। इसी दिन वृश्चिक लग्न प्रातः 08ः09 से 10ः24 बजे, कुम्भ लग्न दोपहर 2ः17 से 3ः50, गोधूली प्रदोश सायं 5ः49 से 7ः02 बजे, वृषभ लग्न सायं 7ः02 से 9 बजे तथा सिंह लग्न रात्रि 1ः29 से 3ः40 बजे तक शुभ महूर्त रहेंगे है। शुभ मुहुर्त में श्री गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) , अन्नकुट महोत्सव, नवीन वस्त्र धारण, देव-गुरू दर्शन, दुकान एवं कार्यालय खोलना, नवीन कार्य शुभारंभ, रोकड़ मिलान एवं लेखन, गादी स्थापना, पूजन परिजन से क्षमायाचना आशीर्वाद ग्रहण आदी कार्य करें। अपने कुलदेवी तथा देवता का पूजन कुल रीति के अनुसार ही करें। यह दिपावली सभी के लिए मंगलमय रहेगी । 29 अक्तूबर मंगलवार को भाई दूज एवं 31 अक्टूबर गुरुवार को विनायक चतुर्थी के दिन श्री मंसा महादेव का व्रत उद्यापन होगा।