भोपाल। गंतव्य स्थल प्रबंधन/कैम्पिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित 12 ईकोपर्यटन गंतव्य स्थलों (सापना ईकोपर्यटन स्थल वनमंडल दक्षिण बैतूल, मगरपाठ व कठौतिया ईकोपर्यटन स्थल वनमंडल सीहोर, बोदाखो व समरधा ईकोपर्यटन स्थल वनमंडल भोपाल, चिडिखो अभ्यारण्य वनमंडल राजगढ़, देलाबाडी ईकोपर्यटन स्थल रातापानी टाइगर रिजर्व, उमरीखेडा ईकोपर्यटन स्थल वनमंडल इंदौर, देवखो कुनो वन्यप्राणी अभ्यारण्य, चारखेडा ईकोपर्यटन स्थल वनमंडल खंडवा, पनपथा ईकोपर्यटन स्थल बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व एवं खिवनी अभ्यारण्य वनमंडल देवास) से आए कुल 49 सदस्यों (वन परिक्षेत्र अधिकारी, वनरक्षक, समिति अध्यक्ष एवं समिति कोषाध्यक्ष/सदस्य) को वित्तीय प्रबंधन एवं प्रचार प्रसार व बुकिंग प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। समस्त प्रशिक्षणार्थियो द्वारा ईकोपर्यटन विकास बोर्ड द्वारा नवनिर्मित स्थल मगरपाठ का अवलोकन भी किया गया एवं समस्त प्रशिक्षणार्थियो द्वारा इस साईट को सराहा ।
प्रशिक्षण के अंतिम सत्र में डॉ समीता राजोरा, भा.व.से, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, ईकोपर्यटन विकास बोर्ड एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक, श्री स्वरुप दीक्षित, उप वन संरक्षक, ईकोपर्यटन विकास बोर्ड, श्रीमती अर्चना पटेल, वनमंडलाधिकारी, वनमंडल सीहोर, श्री संदेश माहेश्वरी, सहायक महाप्रबंधक, ईकोपर्यटन विकास बोर्ड एवं श्री सुनील पन्द्रे, सहायक महाप्रबंधक, ईकोपर्यटन विकास बोर्ड द्वारा समस्त प्रशिक्षणार्थियो को प्रमाण पत्र वितरित किये गये ।
प्रशिक्षणार्थियो द्वारा निम्न बिन्दुओ पर प्रशिक्षण प्राप्त किया गया:
सत्र 1 – वित्तीय प्रबंधन
• बुकिंग प्रक्रिया
• राशि प्रबंधन (आवक/जावक)
• मानदेय वितरण
• विक्रेता चयन एवं राशि प्रदान
• गंतव्य स्थल से प्राप्त राशि का विभाजन (नियमानुसार)
• कैशबुक संधारण
• ऑडिट प्रक्रिया
• कैम्पींग स्थल की सहायता प्रणाली
• सामग्री क्रय करने की व्यवस्था (अधिकतर सामग्री स्थानीय ग्राम से ही खरीदा जाना)
सत्र 2 – प्रचार प्रसार एवं बुकिंग प्रक्रिया
• शिष्टाचार
• ब्रोशर प्रबंधन
• फ़ीडबैक
• साईनेज प्रबंधन (बोर्ड व साईनेज की डिजाइन, मैटर, सूची, आदि)
• सोशल मीडिया प्रबंधन (फ़ोटोग्राफस)
• बुकिंग प्रक्रिया (पैकेज के प्रकार – डे, कैम्पींग, ट्रेकिंग,)
• गतिविधियों की सूची (प्राकृतिक पथ भ्रमण, पक्षी दर्शन, विलेज वाक, रात्री जंगल वाक, स्तर गेजिंग, साहसिक गतिविधि, सेल्फ़ी पॉइंट, बैल गाड़ी की सैर, आदि)