कर्नाटक के प्रमुख ऑन्को-सर्जन डॉ. रवि कोप्पड (Dr. Ravi Koppad) ने अपने पांच वर्षों के अनुभव से कैंसर उपचार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे न केवल जटिल कैंसर सर्जरी में माहिर हैं बल्कि वंचित और ग्रामीण समुदायों तक ये सेवाएं पहुँचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके प्रयासों ने कई निम्न-आय वर्ग के मरीजों को जीवन में नया संजीवनी प्रदान किया है।
डॉ. कोप्पड की शैक्षिक यात्रा का आरंभ जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस डिग्री के साथ हुआ। इसके बाद उन्होंने कर्नाटक इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज से एमएस में डिस्टिंक्शन के साथ डिग्री हासिल की और राज्य में पाँचवां स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कीडवाई मेमोरियल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑन्कोलॉजी से एमसीएच की पढ़ाई पूरी की, जहाँ उन्होंने विभिन्न उन्नत कैंसर उपचार तकनीकों में महारत हासिल की।
डॉ. कोप्पड सिर, गले, स्तन, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और फेफड़ों के कैंसर के जटिल मामलों में विशेषज्ञता रखते हैं। इसके अलावा, वे लेप्रोस्कोपिक और रोबोटिक सर्जरी जैसी अत्याधुनिक तकनीकों में भी निपुण हैं, जिससे मरीजों का उपचार कम जोखिम और अधिक सटीकता के साथ हो सकता है।
क्लिनिकल कार्यों के अलावा, डॉ. कोप्पड सामाजिक सेवा में भी सक्रिय हैं। वे कर्नाटक के ग्रामीण क्षेत्रों में नियमित रूप से निःशुल्क कैंसर जांच शिविरों का आयोजन करते हैं, जहाँ सैकड़ों वंचित मरीजों को जांच और परामर्श की सुविधाएं मिलती हैं। उनके इन प्रयासों से प्रारंभिक कैंसर निदान में मदद मिलती है, जिससे गरीब क्षेत्रों के लोगों के लिए उपचार की संभावनाएं बढ़ती हैं।
डॉ. कोप्पड अपने अनुसंधान प्रस्तुतियों के माध्यम से चिकित्सा क्षेत्र में भी योगदान देते हैं। विभिन्न सम्मेलनों में उनके शोध पत्र और प्रस्तुतियाँ सराहे गए हैं, और वे राज्य स्तर के मेडिकल इवेंट्स के आयोजन में भी शामिल रहते हैं। उनके सहकर्मी उनकी पेशेवर निष्ठा, अनुशासन और मरीजों के प्रति उनकी सहानुभूति की सराहना करते हैं।
डॉ. रवि कोप्पड का यह समर्पण न केवल कर्नाटक के वंचित समुदायों के लिए अत्याधुनिक कैंसर उपचार उपलब्ध कराता है, बल्कि भारत के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।