समरीन की कहानी एक ऐसी प्रेरणा है जो बताती है कि जीवन में कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों, अगर हम अपने उद्देश्य के प्रति समर्पित रहें, तो हर बाधा को पार कर सकते हैं। केवल 11 साल की उम्र में अपनी माँ को खोने का दर्द ऐसा था जिसने समरीन की पूरी दुनिया बदल दी। उस दिन की वह दर्दनाक घटना आज भी उनकी यादों में ताजा है, जब उनकी माँ को समय पर चिकित्सा सहायता न मिलने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी।
पर इस दिल दहलाने वाली घटना ने समरीन को तोड़ा नहीं, बल्कि उनके भीतर एक ऐसी आग जलाई जिसने उनके जीवन का नया उद्देश्य बना दिया—दूसरों की ज़िंदगियाँ बचाना।
समरीन का बचपन कठिनाइयों से भरा था। उनके पिता, जो एक रिक्शा चालक थे, परिवार का पालन-पोषण बमुश्किल कर पा रहे थे। ऐसे में उच्च शिक्षा का सपना तो दूर की बात लगती थी। लेकिन समरीन का जज्बा अलग था। उन्होंने ठान लिया कि परिस्थितियाँ चाहे जितनी भी मुश्किल क्यों न हों, वह हार नहीं मानेंगी। छोटी उम्र में ही उन्होंने दिल्ली के नज़ामुद्दीन इलाके के एक स्थानीय डॉक्टर के साथ काम करना शुरू किया और प्राथमिक चिकित्सा सीखने लगीं। उनके सपने थे कि वह डॉक्टर बनेंगी, लेकिन आर्थिक स्थिति ने उन्हें इस राह पर आगे बढ़ने से रोक दिया।
समरीन ने तब भी हार नहीं मानी। उन्होंने डॉक्टर न बन पाने की बाधा को एक नया अवसर बना लिया। जब प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) के तहत पैरामेडिक का कोर्स आया, उन्होंने बिना किसी देरी के इस कोर्स में दाखिला लिया। यह कोर्स उनके जीवन का नया रास्ता बना और उन्हें चिकित्सा सेवा में योगदान देने का अवसर मिला।
समरीन का पहला अनुभव आज भी उनके लिए खास है। वह बताती हैं कि उनकी पहली इमरजेंसी कॉल पर उन्होंने एक महिला को दिल का दौरा पड़ने पर सीपीआर देकर उसकी जान बचाई थी। उस पल में उन्हें महसूस हुआ कि वह अपनी माँ को तो नहीं बचा सकीं, लेकिन अब वह दूसरों की माताओं को ज़रूर बचा सकती हैं।
यह कहानी उन सभी महिलाओं के लिए एक बड़ी सीख है कि जीवन में चाहे कितनी भी बड़ी मुश्किलें आएँ, अगर हम हार नहीं मानते, तो सफलता जरूर मिलती है। समरीन का संघर्ष और उनकी जीत यह साबित करती है कि इरादों की ताकत के आगे कोई भी कठिनाई टिक नहीं सकती। आज वह न केवल अपने परिवार की जिम्मेदारी उठा रही हैं, बल्कि उन कई लोगों की ज़िंदगी बचा रही हैं जिन्हें समय पर चिकित्सा सहायता की जरूरत होती है।
समरीन बताती हैं, "कभी-कभी परिस्थितियाँ बहुत कठिन होती हैं, कभी-कभी हमें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ता है, लेकिन जब मैं उन ज़िंदगियों के बारे में सोचती हूँ जिन्हें हमने बचाया है, तब मुझे लगता है कि मेरी मेहनत का फल मिल रहा है।"
समरीन का संदेश खासतौर पर महिलाओं के लिए है—कभी भी हार मत मानो। अगर आपमें अपने सपनों के प्रति सच्चा जुनून और दृढ़ संकल्प है, तो चाहे कितनी भी बड़ी बाधाएँ आएं, आप अपने लक्ष्य तक जरूर पहुँचेंगी।
उनकी प्रेरणादायक यात्रा यह बताती है कि एक महिला के पास असीमित ताकत होती है। संघर्ष से भरा जीवन हो या कठिनाइयों की लंबी सूची—अगर एक महिला ठान ले, तो वह हर मुश्किल को पार कर सकती है। समरीन का जीवन उन सभी महिलाओं के लिए एक आदर्श है, जो अपने सपनों के पीछे भाग रही हैं। चाहे रास्ता कितना भी कठिन हो, समरीन हमें सिखाती हैं कि यदि आपके इरादे मज़बूत हैं, तो आप दुनिया में कुछ भी हासिल कर सकती हैं।
उनका संदेश सीधा और सशक्त है: "कभी भी हार मत मानो। अगर आपमें जुनून और इच्छाशक्ति है, तो आप अपने सपनों को साकार करने के रास्ते ज़रूर ढूंढ लेंगी।"
समरीन की यह प्रेरक कहानी हर महिला को सिखाती है कि मुश्किलें सिर्फ आपकी ताकत को और मजबूत करने के लिए आती हैं। आपको केवल डटे रहना है, और एक दिन आपको जरूर सफलता मिलेगी।