राजगढ़ (धार): नाग पंचमी से शुरू हुए गवली समाज के प्रमुख भुजरिया पर्व का समापन 20 अगस्त को भव्य शोभायात्रा के साथ किया जाएगा। इस पर्व का शुभारंभ समाज की महिलाओं द्वारा खेतों से मिट्टी लाकर और मंगल गीत गाते हुए राजगढ़ के गवली मोहल्ले में जवारे बोने से हुआ। पिछले 10 दिनों से गवली समाज के प्रत्येक घर में जवारे की पूजा-अर्चना और झूला-झुलाने की रस्म धूमधाम से निभाई जा रही है।
भुजरिया पर्व के दौरान, गवली समाज की महिलाएं पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार, मंगल गीत गाकर जवारे की पूजा कर रही हैं। इस धार्मिक आयोजन ने समाज में उत्साह और आस्था का माहौल पैदा कर दिया है।
20 अगस्त 2024 को जवारे के विसर्जन के लिए नगर में एक विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया जाएगा। इस शोभायात्रा में समाज के वरिष्ठ सदस्य, युवा, महिलाएं और बालिकाएं पारंपरिक वेशभूषा में सजधज कर भाग लेंगे। शोभायात्रा गवली मोहल्ले के चौरासी चौक से शुरू होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए माही नदी के तट पर पहुंचेगी, जहां जवारे का विधिवत विसर्जन किया जाएगा।
शोभायात्रा के दौरान समाज के सदस्य नाचते-झूमते, डांडिया रास करते हुए हर्षोल्लास के साथ नगर के विभिन्न मार्गों पर भ्रमण करेंगे। इस धार्मिक यात्रा का नेतृत्व समाज के वरिष्ठ नागरिक करेंगे और महिलाएं एवं बालिकाएं मंगल गीत गाते हुए इस उत्सव को और भी भव्य बनाएंगी।
गवली समाज के मीडिया प्रभारी तुषार यादव ने बताया कि इस शोभायात्रा में समाज के सभी वर्ग अपने व्यापार प्रतिष्ठान बंद रख कर उत्साहपूर्वक शामिल होंगे, और नगर में भक्ति और उत्सव का वातावरण बनाएंगे।