विशेष : हमारे पास ऐसे मामले बड़ी संख्या में आते हैं जहां लोग लोन ऐप्स वालों की धमकियों और परेशान करने की पीड़ा बताते हैं। कहीं लोन लेने वाले को धमकाया जा रहा है तो कहीं जा सकती है। उनके घर वालों को। लोन ऐप्स से तुरंत कर्ज लेने वालों में मध्यमवर्गीय लोगों के साथ स्टूडेंट्स भी हैं।
अक्सर इन्हें लोन से ज्यादा राशि चुकाने के बाद भी परेशानी भुगतनी पड़ती है। पुलिस के पास भी स्थायी समाधान नहीं है। वह सिम बदलने, नंबर ब्लॉक करने का रास्ता बताती है। इसलिए बेहतर है कि ऐसा कर्ज लेने से बचें, हमेशा रिजर्व बैंक रेगुलेटेड संस्था से ही लोन लें और कंपनी की जांच-पड़ताल जरूर कर लें। रिजर्व बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट पर आपको इन ऐप्स, बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के नामों की लिस्ट मिल जाएगी।
यदि लोन ऐप्स वाले परेशान कर रहे हैं तो साइबर क्राइम सेल में तुरंत शिकायत करें। आप 1930 पर कॉल करके भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। ध्यान रखें कि ऐसे ऐप्स इंस्टॉल करते समय कॉन्टैक्ट्स, मैसेज, फाइल्स और मीडिया, फोटो गैलरी, लोकेशन और पर्सनल डेटा एक्सेस करने की परमिशन न दें।