राजगढ़(धार)। श्रमणसंघ के दो विशिष्ट महान आचार्य भगवंत का पुण्यस्मृति दिवस एक साथ आना विशिष्ट संयोग है,दोनो महान आचार्य भगवंत के अनुयायी सम्पूर्ण देश ही नही विदेश मे रहते है,दोनो आचार्य के जीवन मे अनेको विशेषता रही है, एक आचार्य भगवंत श्री आनंदऋषि जी म.सा जो सम्पूर्ण संयम जीवन मे 3-3 बार आचार्य पद पर आसीन हुए, दुसरे पुज्य आचार्य भगवंत श्री उमेश मुनिजी म.सा जिनको सम्पूर्ण संयम जीवन मे 3-3 बार आचार्य पद प्रदान किया गया,परंतु दो बार तो पुज्य श्री उमेश मुनिजी म.सा ने आचार्य पद लेने से स्पष्ट रूप से मना कर दिया,तीसरी बार संघ श्रमणसंघ के वरिष्ठ संतो के बार बार आग्रह ओर श्रमणसंघ को मजबूत करने के लिए पुज्य श्री उमेश मुनिजी म.सा ने मन ना होते हुए भी वर्ष 2003 मे आचार्य पद को स्वीकार किया एवं श्रमणसंघ का सफ़ल रुप से संचालन किया,पुज्य श्री के संयम साधना का ईतना प्रभाव रहा की जैन ही नही अजैन वयक्ति भी उनसे बहुत प्रभावित हुए ओर अपने जीवन मे अनेको पाप किया का त्याग पुज्य श्री के समक्ष किया, पुज्य श्री के जीवन मे विनम्रता का विशिष्ट गुण था वो छोटे बच्चो को भी आप कह कर संबोधित करते थे,पुज्य आचार्य भगवंत संयम पालन करने और करवाने के लिए सदैव सजग रहते थे, संयम पालन की क्रिया मे किसी भी प्रकार की स्थिलता उन्हे स्वीकार नही थी,उक्त प्रेरणादायी प्रवचन सोमवार को पुज्य आचार्य भगवंत श्री आनंदऋषि जी म.सा एवं पुज्य आचार्य भगवंत श्री उमेश मुनिजी म.सा के पुण्यस्मृति दिवस पर स्थानक भवन पर आयोजित धर्मसभा मे रोचक वक्ता पूज्य श्री संदीप मुनि जी,श्री अतिशय मुनिजी म.सा,श्री रविमुनि जी म.सा ने वयक्त किये, तीनो संतो ने पुज्य आचार्य भगवंत श्री उमेश मुनिजी म.सा के जीवन मे घटी अनेको घटना के बारे मे वर्णन किया एवं उनके बताये गये मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान की।
गुरु सौभाग्य प्रकाश भक्त मंडल के प्रांतीय सदस्य हेमंत वागरेचा ने बताया की सोमवार को स्थानक भवन पर पुज्य आचार्य भगवंत के पुण्यस्मृति दिवस पर प्रातः सकल श्री के श्रावक श्राविका के सामुहिक जाप का आयोजन एवं प्रभावना का वितरण गुणवंतलाल वागरेचा परिवार के द्वारा किया गया, साथ ही 3-3 सामुहिक सामायिक का आयोजन एवं प्रभावना का वितरण बाबूलाल मूणत परिवार के द्वारा किया गया, श्री संघ की ओर से हेमंत वागरेचा द्वारा पुण्यस्मृति दिवस पर सानिध्य प्रदान करने एवं राजगढ पधारने के लिए संत मंडल के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करी गयी ।
समाज के वरिष्ठ संरक्षक भेरुलाल वागरेचा ने बताया की रोचक वक्ता पूज्य श्री संदीप मुनिजी म.सा आदि संत मंडल का ईस वर्ष का चातुर्मास घोटी(महाराष्ट्र) मे होगा, संत मंडल 450 किलो मीटर से अधिक का विहार कर चातुर्मास के लिये घोटी महाराष्ट्र पहुंचेगे।
प्रवीण वागरेचा ने बताया की जाप,सामुहिक सामायिक एवं प्रवचन सभा मे सकल श्री संघ के सैकड़ों श्रावक श्राविका बच्चे आदि ने सहभागीता करी,पुज्य संदीप जी म.सा ने पोरवाल धर्मशाला मे पहुंच कर सामुहिक वर्षीतप कर रहे सभी आराधको को मांगलिक श्रवण करवायी,संत मंडल का विहार मंगलवार को प्रातः रिंगनोद की ओर होगा,आप मालवा निमाड के अनेक नगरो मे विचरण करते हुए चातुर्मास हेतु घोटी महाराष्ट्र पहुंचेगे।