राजगढ़(धार)। दादा श्री सुपार्श्वनाथ भगवान की ऐतिहासिक माण्डव नगरी में जिज्ञासा का स्नेह युक्त पहला ज्ञान सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सर्वप्रथम सभी जिज्ञासुओं द्वारा परमात्मा के दर्शन-पूजन-चैत्यवन्दन के पश्चात सभी अपनी स्वर लहरियों के साथ भक्ति की। ततपश्चात सहभोज हुआ। फिर पहला सत्र पारस लुणावत , विजय जैन,मुकेश चत्तर , सचिन जैन,चौधरीजी नीमच , श्रीमती मिनाजी जैन श्रीमती आशाजी चौधरी जी के आतिथ्य में शुरू हुआ । जिसमे सर्वप्रथम सभी का परिचय हुआ,फिर सभी जिज्ञासुओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए इस ज्ञानमंच की सराहना की , ओर अपने अनुभव को साझा किया । दोपहर को अल्पाहार हुआ।फिर द्वितीय सत्र सम्पन्न हुआ।
इसमें गुड्डू भय्या,आशा सकलेचा,पारस जैन,विनीता मेहता, नीलू दीदी पगारिया ,कीर्ति भण्डारी, कोठरीजी धार, हेमन्त जैन, शैलेन्द्र सेठिया,सयंम जैन, शुभम सेठिया परिधि जैन आदि उपस्थित थे।
दोनो सत्रों का सफल संचालन शारदे पुत्री श्रीमती सपना संघवी द्वारा किया गया।