राजगढ़(धार)। मालव केसरी पूज्य गुरुदेव श्री सौभाग्य मल जी महाराज साहब की 36 वी पुण्यतिथि जप तक के साथ मनाई गई’ जिनशासन गौरव आध्यात्मिक जी जन-जन की आस्था के केंद्र आचार्य श्रीउमेश मुनि जी महाराज साहब के शिष्य आगम विशारद बुद्ध पुत्र प्रवर्तक देव श्री जिनेंद्र मुनि जी महाराज साहब की आज्ञा अनुवर्ती एवं महासती श्री पुण्य शीला जी महाराज साहब की सुशिष्या साध्वी श्री सुब्रता जी आदि ठाणा चार किशुभ निश्रा में मालव केसरी गुरुदेव श्री सौभाग्य मिल जी महाराज सा की 34वी पुण्यतिथिपर विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसके अंतर्गत बेले की तपस्या की गई छोटे-छोटे बच्चों द्वारा आयबिल एकसना आदि तपस्या का आयोजन हुआ सभी तपस्या की प्रभावना का लाभ श्रीमान मुन्नालाल गुणवंत लाल चौधरी (वागरेचा) परिवार ने लिया।
साध्वी श्री ने गुरुदेव की पुण्यतिथि पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि गुरुदेव ने बचपन से ही दीक्षा ले ली थी और उन्होंने मध्य प्रदेश राजस्थान महाराष्ट्र आदि पूरे देश में भ्रमण करते हुए समाज के उत्थान के लिए अनेक कामकिए गुरुदेव के प्रवचन से लोग मंत्रमुग्ध हो जाते थे उनकी वाणी में जादू था इसलिए उनको वाणी का जादूगर कहा जाता था।
इसी कड़ी में संघ के पूर्व अध्यक्ष संतोष कुमार बुरड़ ने आठ उपवास की तपस्या की उनका बहूमान श्री संघ की ओर से किया गया।