मुख्यमंत्री चौहान मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस,डीजीपी विवेक जौहरी,अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव संजय शुक्ला उपस्थित थे।
जाँच करें तथा दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करें
वल्लभ भवन के एक कर्मचारी की कोविड से मृत्यु के मामले में बताया गया कि वह जेपी अस्पताल के फीवर क्लीनिक में गया था तथा वहाँ से उसे दवा देने के बाद वापस भिजवा दिया गया, उसका टेस्ट नहीं किया गया। बाद में गंभीर रूप से बीमार होने पर वह दोबारा अस्पताल आया, परंतु उसे उपचार के बावजूद भी बचाया नहीं जा सका। मुख्यमंत्री चौहान द्वारा प्रकरण को गंभीरता से लिया जाकर तुरंत जाँच कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
915 लोगों पर 1 लाख 85 हजार रूपए का ज़ुर्माना
भोपाल जिले की समीक्षा में बताया गया कि भोपाल में मास्क न लगाने तथा यहाँ-वहाँ थूकने पर 915 लोगों पर 1 लाख 85 हजार रूपए का फाईन किया गया है।
मध्यप्रदेश की कोरोना पॉजिटिविटी रेट 4.42 प्रतिशत
एसीएस हैल्थ सुलेमान ने बताया कि मध्यप्रदेश की कोरोना पॉजिटिविटी रेट 4.42 प्रतिशत है, जबकि पूरे देश की 5.51 प्रतिशत है। हमारी रिकवरी रेट 68.8 प्रतिशत है, जबकि पूरे देश की 49.1 प्रतिशत है। प्रदेश के 22 जिलों में 10 से कम कोरोना के मरीज है तथा 04 जिले अलीराजपुर, होशंगाबाद, सिवनी और सीहोर कोरोना मुक्त है। प्रदेश की टेस्टिंग क्षमता प्रतिदिन 6 हजार से अधिक है।