मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कोरोना संकट की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की आज मंत्रालय में गहन समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि प्रदेश में कहीं भी मास्क, सैनिटाइजर और खाद्य सामग्री आदि की कालाबाजारी नहीं होनी चाहिए। यह सब निर्धारित दाम पर ही बेचा जाना चाहिए। मुख्यमंत्री कहा कि यदि कोई व्यक्ति कालाबाजारी करता है और निर्धारित दाम से अधिक दाम में इन्हें बेचता है, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर मिली शिकायतों का त्वरित निराकरण
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ स्थानों से राशन की कालाबाजारी की शिकायतें आ रही हैं, इन पर सख्त कार्रवाई की जाए। प्रदेश में 97.5 लाख परिवारों को राशन का वितरण किये जाने की जानकारी पर मुख्यमंत्री ने क्रॉस चैक करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर प्राप्त शिकायतों का भी त्वरित निराकरण किया जाए।
प्रधानमंत्री के निर्देशों का हो पालन....
मुख्यमंत्री ने संकट के इस समय में आमजन को सहायता पहुंचाने के कार्यों में जन अभियान परिषद, एनसीसी, एनएसएस आदि का सहयोग लिये जाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि आज की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए निर्देशों का प्रदेश में पूरा पालन सुनिश्चित किया जाए। प्रत्येक जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट दल गठित किए जाएं, जिनमें प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही डॉक्टर, उद्योगपति, सामाजिक कार्यकर्ता आदि रहें, यह कार्य कलेक्टर सुनिश्चित करें
मास्क और सैनिटाइजर निर्धारित कीमत पर बिकें
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि मास्क एवं सैनिटाइजर भारत सरकार द्वारा निर्धारित कीमत पर ही बेचे जाने चाहिए। सभी जिलों में कलेक्टर यह सुनिश्चित करें कि मास्क और सैनिटाइजर अधिक कीमत पर न बेचे जाएं। इसके लिए मुख्यमंत्री ने इनकी कीमतें को प्रचारित करने के निर्देश दिए ।
मुख्यमंत्री ने वृद्धाश्रमों एवं दिव्यांग आश्रमों में भी कोरोना के संबंध में जांच करवाए जाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि संक्रमण की निगरानी के लिए ड्रोन का प्रयोग भी किया जाए। किसानों के लिए एक मोबाइल एप तैयार किया जाए, जो उन्हें बताए कि उन्हें कृषि संबंधी सहायता कहां मिलेगी तथा कृषि यंत्र, हार्वेस्टर आदि की सूचना किस प्रकार प्राप्त होगी। कलेक्टर अपने-अपने जिलों में धर्मगुरुओं, सामाजिक संगठनों आदि की बैठक लेकर इस संकट में उनका भी पूरा सहयोग लें। सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाए।
सचिव आयुष एम. के. अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में इन दवाओं के अभी तक 22 लाख पैकेट्स का निःशुल्क वितरण कराया गया है।
आयुष विभाग करे नि:शुल्क दवा वितरण....
मुख्यमंत्री ने आयुष विभाग को निर्देश दिए कि आमजन को आयुर्वेदिक, होमियोपैथी एवं यूनानी दवाओं का निःशुल्क वितरण कराया जाए। ये दवाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी सहायक होती हैं। आयुष डॉक्टर्स को भी आवश्यक प्रशिक्षण देकर हर जिले में इनकी सेवाएं ली जाएं।