1 जनवरी नहीं, इन देशों में अलग तारीखों पर मनता है नया साल
नई दिल्ली, 31 दिसंबर 2025 — जब पूरी दुनिया 1 जनवरी को नए साल 2026 का स्वागत करती है, तब कई देशों में यह दिन सामान्य रहता है। दरअसल, ग्रेगोरियन कैलेंडर के अलावा दुनिया में कई प्राचीन कैलेंडर प्रचलन में हैं, जिनके अनुसार नया साल अलग-अलग समय पर मनाया जाता है।
चीन में नया साल ‘लूनर न्यू ईयर’ के रूप में जनवरी–फरवरी के बीच मनाया जाता है, जहां ड्रैगन डांस और लाल रंग का विशेष महत्व है। थाईलैंड में अप्रैल में ‘सोंगक्रान’ के दौरान पानी से नए साल का स्वागत किया जाता है। इथियोपिया में 11 सितंबर को ‘एनकुटाटाश’ मनाया जाता है और यहां 13 महीनों का कैलेंडर चलता है।
भारत और नेपाल में पारंपरिक नववर्ष मार्च–अप्रैल में आता है। भारत में गुड़ी पड़वा, उगादी और बैसाखी, जबकि नेपाल में विक्रम संवत के अनुसार नया साल मनाया जाता है। तिब्बत और श्रीलंका में भी नया साल फसल और आस्था से जुड़ा उत्सव है।
Our Thoughts:
नया साल सिर्फ तारीख बदलने का नाम नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपराओं का उत्सव है। अलग-अलग देशों के नववर्ष यह याद दिलाते हैं कि हर सभ्यता प्रकृति और समय को अपने तरीके से समझती है।


