नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में नवरात्रि की शुरुआत के साथ ही 'नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स' को लागू करने की घोषणा की। उन्होंने इन सुधारों को 'जीएसटी बचत उत्सव' का नाम दिया, जिससे देशवासियों की बचत बढ़ेगी और वे अपनी पसंद की चीजें ज्यादा आसानी से खरीद पाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बचत उत्सव का फायदा गरीब, मध्यम वर्ग, नियो मिडिल क्लास, युवा, किसान, महिलाएं, दुकानदार, व्यापारी और उद्यमी, सभी को होगा, जिससे त्योहारों के इस मौसम में 'देश के हर परिवार की खुशियां बढ़ेंगी।'
पुराने करों के जंजाल से मुक्ति
पीएम मोदी ने 2014 से पहले देश में मौजूद अलग-अलग तरह के टैक्सों की जटिलता को याद किया, जैसे ऑक्ट्रॉय, एंट्री टैक्स, सेल्स टैक्स, एक्साइज और वैट। उन्होंने बताया कि कैसे इन वजहों से सामान का एक शहर से दूसरे शहर तक भेजना बेहद मुश्किल था। उन्होंने 2014 में सत्ता में आने के बाद जीएसटी को प्राथमिकता दी, ताकि केंद्र और राज्यों के प्रयासों से देश 'वन नेशन-वन टैक्स' के सपने को साकार कर सके।
नए जीएसटी सुधारों की खास बातें
नए स्वरूप में अब सिर्फ 5% और 18% के ही टैक्स स्लैब रहेंगे।
रोजमर्रा के इस्तेमाल की ज्यादातर चीजें, जैसे खाने-पीने का सामान, दवाइयां, साबुन, ब्रश, पेस्ट और बीमा सेवाएँ, या तो टैक्स-फ्री होंगी या उन पर सिर्फ 5% टैक्स लगेगा।
जिन सामानों पर पहले 12% टैक्स लगता था, उनमें से करीब 99% चीजें अब 5% टैक्स के दायरे में आ गई हैं।
उन्होंने बताया कि होटल के कमरों पर भी जीएसटी कम किया गया है, जिससे घूमना-फिरना सस्ता हो जाएगा।
मध्यम वर्ग को 'डबल बोनान्जा'
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 11 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं और अब वे 'नियो मिडिल क्लास' की भूमिका में हैं। उन्होंने हाल ही में ₹12 लाख तक की आय को टैक्स-फ्री करने का जिक्र किया और कहा कि अब जीएसटी में छूट से गरीब और नियो मिडिल क्लास को 'डबल बोनान्जा' मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अब घर, टीवी, फ्रिज, स्कूटर-बाइक-कार जैसी चीजें खरीदना भी सस्ता हो जाएगा।
'नागरिक देवो भव:' का मंत्र
पीएम मोदी ने बताया कि अगर इनकम टैक्स में छूट और जीएसटी में छूट को जोड़ दिया जाए, तो एक साल में देश के लोगों को ढाई लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत होगी। उन्होंने कहा कि इन सुधारों में 'नागरिक देवो भव:' का मंत्र साफ दिखाई देता है।
आत्मनिर्भरता और स्वदेशी पर जोर
संबोधन के अंत में, पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को पाने के लिए एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और कुटीर उद्योग) के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जीएसटी दरें कम होने से इन उद्योगों को भी डबल फायदा होगा।
उन्होंने हर भारतीय से स्वदेशी सामान खरीदने की अपील की और कहा, "गर्व से कहो ये स्वदेशी है, गर्व से कहो, मैं स्वदेशी खरीदता हूं।" उन्होंने सभी राज्य सरकारों से भी आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी अभियान में सक्रियता से जुड़ने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने सभी को नवरात्रि और जीएसटी बचत उत्सव की शुभकामनाएं देते हुए अपना संबोधन समाप्त किया।
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