राजगढ़ (धार) पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के अवसर पर रविवार, 24 अगस्त को महावीर स्थानक भवन में भगवान महावीर का जन्म वाचन बड़े हर्षोल्लास और श्रद्धा के साथ मनाया गया।
दोपहर 2 बजे श्रीमती रश्मि जैन एवं श्रीमती पुष्पा कोचर द्वारा भगवान महावीर का जन्म वाचन किया गया। इस अवसर पर भगवान महावीर के जीवन परिचय एवं उनके बताए मार्ग पर चलने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं ने "जय जय कार महावीर" और "त्रिशला नंदन वीर की जय" के नारों से वातावरण गुंजायमान कर दिया। महिलाओं द्वारा सुंदर स्तवन प्रस्तुति दी गई।
स्वामीवत्सल्य के लाभार्थी
सुबह के स्वामीवत्सल्य का लाभ श्री बाबूलाल जी मूणत परिवार, श्री माणकचंद जी बुरड़ परिवार, श्री फूलचंद जी नखेत्रा परिवार, श्री वर्धमान जी खबिया परिवार तथा श्री सन्तोष जी सुभाष जी चोरड़िया परिवार ने लिया। शाम का स्वामीवत्सल्य श्री भेरूलाल जी मोतीलाल जी वागरेचा परिवार द्वारा संपन्न हुआ। दोनों परिवारों का संघ द्वारा बहुमान किया गया।
श्रीमती समीक्षा पवन लुणावत, श्रीमती स्वेता अजित मेहता एवं श्रीमती सीमा लविश वागरेचा ने पाँच उपवास की तपस्या कर धर्म लाभ लिया। पाढ़ाशाला के बच्चों ने भी मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी।
जन्म वाचन के बाद प्रभावना का लाभ श्री संघ ,श्री बाबूलाल मूणत, श्री शेतनमल वागरेचा , श्री मोहनलाल बाफना परिवार ने लिया। इस अवसर पर राहुल मूणत ने भगवान महावीर स्वामी के जीवन पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के अंतर्गत दोपहर 3 बजे चल समारोह निकाला गया, जो चबूतरा चौक, जैन चौक, लाल दरवाजा, तीन बत्ती, चौपाटी होते हुए पुनः महावीर स्थानक भवन पहुँचा। यह पर स्वाध्यायी द्वारा मांगलिक श्रवण कराई गई।
27 अगस्त को संवत्सरी पर्व के अवसर पर संध्या समय प्रतिक्रमण किया जाएगा और सभी एक-दूसरे से क्षमा याचना करेंगे। प्रतिदिन प्रश्नमंच पर धार्मिक प्रतियोगिता एवं आराधना का क्रम जारी है।
यह जानकारी प्रेस प्रवक्ता हितेश वागरेचा ने दी