अनीमेश खरे दास, दिल्ली के 24 वर्षीय युवा कवि हैं। उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा से बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स की पढ़ाई की है। इस साल की शुरुआत में उन्होंने अपनी पहली पुस्तक “Memory Lane” प्रकाशित की थी, जिसमें 164 कविताएँ शामिल हैं जो लय, भावनाओं और जीवन के अनुभवों का सुंदर मिश्रण पेश करती हैं। यह संग्रह विलियम शेक्सपियर, पाब्लो नेरुदा और विलियम ब्लेक जैसे साहित्यिक महानायकों से प्रेरित था और बच्चों, युवाओं तथा कविता प्रेमियों द्वारा सराहा गया।
केवल कवि ही नहीं, अनीमेश एक सफल रंगकर्मी भी हैं। उन्होंने “मेरी मुन्निया” जैसी नाटकों का निर्देशन अंतरराष्ट्रीय मंचों पर किया है और कोलंबो इंटरनेशनल थिएटर फेस्टिवल जैसे आयोजनों में अपनी कला का प्रदर्शन किया है। इसके साथ ही वह पेंटिंग, संगीत रचना और सिनेमैटोग्राफी में भी सक्रिय हैं।
नई पुस्तक के बारे में अनीमेश दास कहते हैं—
“मैं लिखता हूँ क्योंकि मुझे लिखना पसंद है, और इसलिए भी क्योंकि मुझे लिखना ज़रूरी लगता है। कविता यादों को संजोने और भावनाओं को समझने का तरीका है, खासकर उन बच्चों के लिए जो दुनिया को पहली बार समझने की कोशिश कर रहे हैं।”
“Poems and Verses for Kids” हल्की-फुल्की, तुकबंदी वाली और रोज़मर्रा की खुशियों से जुड़ी कविताओं के ज़रिए प्री-स्कूल बच्चों के लिए पढ़ाई और मनोरंजन का बेहतरीन साधन है। यह किताब Kindle संस्करण में Amazon पर उपलब्ध है और बेहद किफ़ायती दाम पर खरीदी जा सकती है:
अनीमेश की कलात्मक यात्रा सलवान पब्लिक स्कूल, नई दिल्ली से शुरू हुई थी, जहाँ उन्होंने अभिनय और पेंटिंग में अपनी प्रतिभा दिखाई। कला और शिक्षा के वातावरण में पले-बढ़े अनीमेश अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर भी सक्रिय हैं और अपने पाठकों से सीधे जुड़ते हैं।
“Memory Lane” की सफलता के बाद यह नई पुस्तक उन्हें बच्चों के साहित्य की दुनिया में एक अहम आवाज़ के रूप में स्थापित करती है। आगे चलकर अनीमेश शहरी जीवन और डिजिटल युग के रिश्तों पर आधारित रचनाओं पर भी काम करने की योजना बना रहे हैं।
बच्चों के माता-पिता, शिक्षक और कविता प्रेमियों के लिए “Poems and Verses for Kids” सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि बचपन की मासूमियत और शब्दों की लय में डूबने का निमंत्रण है।