राजगढ़ (धार)। चातुर्मास 2025 के पावन अवसर पर राजेंद्र भवन, राजगढ़ में परम पूज्य आचार्य देवेश श्रीमद् विजय हितेशचंद्र सुरिश्वरजी महाराज साहब की आज्ञानुवर्ती मंडली—मुनि श्री पुष्पेंद्र विजय जी, मुनि श्री रूपेंद्र विजय जी और मुनि श्री जीतचंद्र विजय जी महाराज साहब—के सान्निध्य में प्रतिदिन प्रेरक प्रवचन आयोजित किए जा रहे हैं।
आज के प्रवचन में मुनि पुष्पेंद्र विजय जी महाराज ने कार्यकर्ताओं की निष्ठा और समर्पण के महत्व पर विशेष प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब कार्यकर्ता के काम और उसकी निष्ठा का सम्मान नहीं होता तो वह हताश होकर समाज से दूर हो जाता है, जिससे समाज और संगठन दोनों ही कमजोर होने लगते हैं। मुनिश्री ने सभी को कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने एवं उनकी सेवाओं को सराहने का संदेश दिया।
वर्तमान में मुनिश्री की निश्रा में 36 दिवसीय 'नमो आयरियाणम' तप चल रहा है, इसके बाद नमस्कार महामंत्र की आराधना भी प्रारंभ होगी। सकल जैन श्रीसंघ आयोजन में पूरे उत्साह से भाग ले रहा है और चातुर्मास समिति के सदस्य भी नियमित व्यवस्था में जुटे हैं।