अविकसित क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण उपकरणों के माध्यम से समावेशी स्वास्थ्य सेवा का समर्थन
उज्जैन : देश के सबसे बड़े स्मॉल फाइनेंस बैंक, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने आज उज्जैन चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को एक वेंटिलेटर दान किया । यह पहल बैंक की स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और गंभीर चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह योगदान एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के सतत सीएसआर कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय-केन्द्रित प्रभाव पैदा करने के प्रयासों का एक हिस्सा है।
यह सहयोग उज्जैन चॅरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं को महत्वपूर्ण रूप से मजबूती देगा। यह एक सुव्यवस्थित, गैर-लाभकारी संस्था है जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के वंचित समुदायों सहित एक विस्तृत भौगोलिक क्षेत्र के लाभार्थियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है।
श्री संजय अग्रवाल, फाउंडर, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक ने कहा, "गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच अब भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है, विशेष रूप से वंचित समुदायों के लिए। उज्जैन चॅरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को हमारा यह सहयोग इस कमी को दूर करता है और वंचित तबके के मरीजों के लिए एडवांस क्रिटिकल मेडिकल आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। यह साझेदारी उन क्षेत्रों में स्वास्थ्य ढांचे को सशक्त बनाने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जहां इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।"
इस कार्यक्रम में उज्जैन चैरिटेबल ट्रस्ट हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के प्रमुख प्रतिनिधियों और एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही।
इस प्रकार की पहलों के माध्यम से एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक समुदायों को आवश्यक स्वास्थ्य सहायता देकर सशक्त बनाता आ रहा है।
सीएसआर इकाई एयू फाउंडेशन के माध्यम से एयू एसएफबी मुख्य रूप से तीन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है- कौशल विकास और रोजगार सहायता, जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं का विकास, तथा महिला सशक्तिकरण। एयू इग्नाइट ने 16 अकादमियों में अब तक 29,500 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है, जिससे 22,000 से अधिक को रोजगार मिला है। बनो चैंपियन प्रोग्राम के माध्यम से राजस्थान के 60+ स्थानों पर 90 प्रशिक्षकों के साथ 8,000 से अधिक ग्रामीण बच्चों को खेल प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। एयू उद्योगिनी ने राजस्थान और मध्यप्रदेश के 33 जिलों में 4,000 से अधिक महिलाओं को सशक्त किया है। इसके अलावा, एयू कर्तव्य कार्यक्रम स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण और समुदाय विकास जैसी विविध सामाजिक आवश्यकताओं को संबोधित करता है।