पिछले एक दशक में पंजाबी म्यूज़िक इंडस्ट्री ने जबरदस्त ग्रोथ देखी है। इसी दौर में कुछ म्यूज़िक लेबल्स ने न सिर्फ हिट गाने दिए, बल्कि नए कलाकारों को मंच देकर इंडस्ट्री का चेहरा भी बदला। MAD4MUSIC ऐसा ही एक नाम है, जो आज पंजाब के सबसे सक्रिय और चर्चित म्यूज़िक लेबल्स में गिना जाता है।
इस लेबल की शुरुआत साल 2012 में पिंकी ढिल्लों (पूरा नाम पुष्पिंदर पाल सिंह ढिल्लों) ने की थी। इसका हेडक्वार्टर चंडीगढ़ में है, और इसकी पहचान एक ऐसे प्लेटफॉर्म के तौर पर बनी है जो न केवल हिट गाने रिलीज़ करता है, बल्कि इंडस्ट्री को नए सिंगर्स और ट्रेंड्स भी देता है।
MAD4MUSIC के बैनर तले कई सुपरहिट गाने रिलीज़ हुए हैं। ‘जानी तेरा ना’, ‘तेरी प्यारी प्यारी दो अखियां’, ‘दूजी वारी प्यार’ और ‘दिल’ जैसे गानों ने सोशल मीडिया से लेकर शादी-ब्याह तक हर जगह अपनी जगह बनाई। ये गाने सिर्फ वायरल नहीं हुए, बल्कि इन्हें लंबे समय तक याद भी रखा गया।
इस लेबल ने सुनंदा शर्मा, निंजा, जस्सा ढिल्लों, और नछत्तर गिल जैसे कलाकारों के साथ काम किया है। इनमें से कई नामों ने अपने करियर की शुरुआत MAD4MUSIC से ही की और आज ये इंडस्ट्री में मजबूत पहचान बना चुके हैं।
डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर MAD4MUSIC की मौजूदगी लगातार मज़बूत हुई है। इसके यूट्यूब चैनल पर करोड़ों व्यूज़ हैं और हर महीने नए गाने और वीडियो रिलीज़ होते हैं। इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी लेबल लगातार एक्टिव रहता है, जहां वह नए प्रोजेक्ट्स, शूटिंग अपडेट्स और कलाकारों की झलकियां साझा करता है।
हालांकि कुछ समय पहले कंपनी को लेकर कॉर्पोरेट स्टेटस की कुछ कानूनी प्रक्रियाएं सामने आई थीं, लेकिन इससे इसके म्यूज़िक प्रोडक्शन या डिजिटल गतिविधियों पर कोई असर नहीं पड़ा। आज भी MAD4MUSIC पंजाब की म्यूज़िक इंडस्ट्री में पूरी तरह सक्रिय है और लगातार नए कंटेंट पर काम कर रहा है।
यह लेबल अब तक किसी राष्ट्रीय अवॉर्ड से नहीं नवाज़ा गया है, लेकिन इसके गानों की लोकप्रियता और आर्टिस्ट डेवेलपमेंट का रिकॉर्ड खुद ही इसकी पहचान का हिस्सा बन चुका है। MAD4MUSIC उन लेबल्स में से है जिसने बिना किसी बड़े प्रोडक्शन हाउस की मदद के, अपने बलबूते पर एक मज़बूत जगह बनाई है।
आज जब पंजाबी म्यूज़िक न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी तेज़ी से फैल रहा है, ऐसे में MAD4MUSIC का योगदान और महत्व और भी बढ़ गया है। यह सिर्फ एक लेबल नहीं, बल्कि पंजाब के म्यूज़िक कल्चर का एक ज़रूरी हिस्सा बन चुका है।