अब नहीं चलेगा AI का धोखा, Vastav AI चुटकियों में पकड़ेगा फेक फोटो, वीडियो और ऑडियो
डिजिटल युग में जहाँ एक ओर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने इंसानी जीवन को आसान बनाया है, वहीं दूसरी ओर इसका दुरुपयोग गहरी चिंता का विषय बनता जा रहा है। Deepfake तकनीक के जरिए असली दिखने वाले नकली वीडियो, फोटो और ऑडियो तैयार किए जा रहे हैं, जिनका इस्तेमाल अफवाहें फैलाने, चरित्र हनन करने, चुनाव प्रभावित करने और साइबर क्राइम को अंजाम देने के लिए किया जा रहा है। इसी चुनौती से निपटने के लिए भारत की प्रमुख साइबर सुरक्षा कंपनी Zero Defend Security ने एक क्रांतिकारी समाधान पेश किया है – Vastav AI।
Vastav AI क्या है और क्यों है खास?
‘Vastav’ का मतलब है सच्चाई और यही इस तकनीक का मूल उद्देश्य है — डिजिटल कंटेंट की सच्चाई को सामने लाना। Vastav AI एक अत्याधुनिक डीपफेक डिटेक्शन सिस्टम है, जिसे संथोष कुमार और नवनीत सिंह जैसे अनुभवी साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञों ने विकसित किया है। यह सिस्टम एआई द्वारा बनाए गए फोटो, वीडियो और ऑडियो कंटेंट को 99% तक सटीकता से पहचान सकता है। Vastav सिर्फ यह नहीं बताता कि कोई कंटेंट नकली है, बल्कि उसकी रिपोर्ट, हीटमैप और कॉन्फिडेंस स्कोर के माध्यम से स्पष्ट करता है कि क्यों और कैसे वह फर्जी है।
कैसे करता है काम – एक नजर टेक्नोलॉजी पर
Vastav AI को इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि यूज़र्स किसी भी संदिग्ध डिजिटल कंटेंट को अपलोड करके उसकी वास्तविकता की जांच कर सकते हैं। सिस्टम गहराई से पिक्सल एनालिसिस, मेटाडेटा इनसाइट्स और फ्रेम-लेवल ऑडिटिंग करता है और हीटमैप द्वारा उन हिस्सों को दर्शाता है जो कृत्रिम रूप से बदले गए हैं। इसके साथ ही, यह एक कॉन्फिडेंस स्कोर प्रदान करता है जो दर्शाता है कि कंटेंट कितना फर्जी है। अंत में, Vastav एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करता है जिसे PDF, JSON, DOCX समेत 10+ फॉर्मेट्स में एक्सपोर्ट किया जा सकता है।
राष्ट्रीय पहचान: CIDECODE 2025 में मिला सम्मान
CID कर्नाटक द्वारा आयोजित CIDECODE Hackathon 2025 में Vastav AI को नवाचार, राष्ट्र सुरक्षा में योगदान और टेक्नोलॉजिकल उत्कृष्टता के लिए विशेष सम्मान दिया गया। मौजूदा समय में, जहां हर दिन फेक वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, Vastav AI जैसे सिस्टम की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक है। खासकर चुनाव, राष्ट्रीय घटनाओं और क़ानूनी मामलों में इसका इस्तेमाल बेहद प्रभावशाली साबित हो सकता है।
सार्वजनिक और सरकारी उपयोग के लिए योजना
Zero Defend Security ने Vastav AI को सरकारी एजेंसियों और कानून प्रवर्तन विभागों के लिए निशुल्क उपलब्ध कराया है, ताकि वे इसका उपयोग जांच और साइबर अपराध रोकथाम में कर सकें। वहीं, आम नागरिकों और निजी कंपनियों के लिए इसका पेड वर्जन और सब्सक्रिप्शन मॉडल जल्द ही लॉन्च किया जाएगा। कंपनी इसे भविष्य में एपीआई इंटीग्रेशन और मोबाइल ऐप के रूप में भी लाने की योजना बना रही है, जिससे इसका उपयोग और भी आसान हो सके।
Zero Defend Security: भारत में साइबर सुरक्षा का भरोसेमंद नाम
Zero Defend Security सिर्फ Vastav AI तक सीमित नहीं है। यह कंपनी रैनसमवेयर प्रोटेक्शन, DDoS मिटिगेशन, थ्रेट इंटेलिजेंस, VAPT, क्लाउड और एंडपॉइंट सिक्योरिटी जैसी उन्नत सेवाएं प्रदान करती है। इसके साथ ही यह एथिकल हैकिंग, रेड/ब्लू टीमिंग, OSCP, OSINT, वेब और मोबाइल ऐप सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में ट्रेनिंग भी प्रदान करती है।
Vastav AI सिर्फ एक सॉफ्टवेयर नहीं, बल्कि डिजिटल सच्चाई का प्रहरी है। भारत में निर्मित, वैश्विक मानकों से परिपूर्ण यह तकनीक आने वाले वर्षों में विश्वस्तर पर Deepfake से लड़ाई में भारत की मजबूत उपस्थिति स्थापित करेगी।