संगीत एक ऐसी कला है जो सीधे दिल तक पहुंचती है, और जब शब्दों में आत्मा हो तो गीत सदियों तक याद किए जाते हैं। सौरभ भारत उन गिने-चुने गीतकारों और संगीतकारों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी लेखनी और संगीतबद्ध रचनाओं से अलग पहचान बनाई है।
मेरठ से मुंबई तक का सफर
उत्तर प्रदेश के मेरठ से ताल्लुक रखने वाले सौरभ भारत आज मुंबई में रहते हैं और भारतीय संगीत एवं फिल्म इंडस्ट्री में अपनी रचनात्मकता के लिए पहचाने जाते हैं। दिलचस्प बात यह है कि संगीत के इस सफर के साथ-साथ वे मर्चेंट नेवी में भी काम कर रहे हैं। उनकी यह डबल लाइफ उन्हें और भी दिलचस्प बनाती है—समंदर की लहरों के बीच कर्तव्य निभाना और संगीत की लहरों में भावनाएं उड़ेलना।
फिल्मों और वेब सीरीज के लिए लिखा संगीत
उनकी लेखनी सिर्फ शब्दों का खेल नहीं, बल्कि भावनाओं की जीवंत प्रस्तुति होती है। यही वजह है कि उनके लिखे गाने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना लेते हैं।
बड़ी म्यूजिक कंपनियों के साथ जुड़ाव
बॉलीवुड और भक्ति संगीत के बड़े नाम टी-सीरीज़, टाइम्स म्यूजिक, शेमारू और संस्कार टीवी जैसी कंपनियों के साथ काम कर चुके सौरभ की यात्रा संगीत प्रेमियों के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है।
राजनीतिक शख्सियतों के लिए भी लिखा संगीत
संगीत केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि प्रेरणा और विचारों की अभिव्यक्ति का ज़रिया भी होता है। यही कारण है कि सौरभ भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए "नमो मोदी" और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए "योगी युग" जैसे गाने लिखे हैं।
इन गीतों को उन्होंने अपने खुद के यूट्यूब लेबल "एसभारत एंटरटेनमेंट" पर जारी किया, जिससे उन्हें डिजिटल दुनिया में भी पहचान मिली।
संगीत के प्रति जुनून
सौरभ भारत का मानना है कि संगीत केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि आत्मा की आवाज़ होती है। एक अच्छे गीतकार के लिए यह ज़रूरी है कि वह समाज की भावनाओं और बदलते समय को समझे और उसे अपने शब्दों में ढाले। शायद यही कारण है कि उनके गीत श्रोताओं के दिलों को छू लेते हैं।
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आगे क्या?
सौरभ भारत अपने अनोखे अंदाज में संगीत रचते रहेंगे और हमें यकीन है कि आने वाले समय में उनके और भी बेहतरीन गीत सुनने को मिलेंगे। उनका सफर बताता है कि अगर इंसान में जुनून और मेहनत का जज्बा हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं होती।