राजगढ (धार)। श्रावण मास के अंतिम सोमवार को शिवालयों में भक्तों की भीड़ देखनें मिली। श्रावण मास के अंतिम सोमवार को शाम को बाबा चंद्रमौलेश्वर महादेव की भव्य शाही सवारी जो श्री राम सरकारी मन्दिर तीन बत्ती चौराहे आरंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई पुनः मन्दिर पहुॅची। भव्य शाही सवारी में बैड बाजो पर भजनो के साथ षिवभक्तों ने पालकी में भगवान भोलेनाथ को लिये बोल बम के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। प्रजा का हाल जानने के लिये निकले बाबा चंद्रमौलेश्वर महादेव का आर्कषक श्रृगार आर्कषक का केन्द्र रहा । साथ ही इस भव्य शाही सवारी में झीणेष्वर महोदव की झांकी,राधा-कृष्ण नृत्य दल अपने सास्कृतिक नृत्य के साथ प्रस्तुति दे रही थी साथ ही आर्कषक शिवलिंग की झांकीं आर्कषक का केन्द्र रही। इस दौरान जगह जगह बाबा चन्द्रमोलेष्वर महादेव के श्री चरणों में श्रीफल पुष्प चढ़ाकर पूजन-अर्चन कर दर्षन लाभ लिया। बाबा चंद्रमौलेश्वर महादेव की भव्य शाही सवारी का समापन पर महाआरती व प्रसादी का वितरण किया गया। भव्य सवारी में शिवभक्त बड़ी संख्या में शामिल हुए।
मंशा महादेव का श्री जगन्नाथ स्वरुप में आर्कषक श्रृंगार
श्रावण मास के अंतिम सोमवार को अतिप्राचीन माताजी मंदिर पर मनसा महादेव का मनमोहक एवम दिव्य श्रृंगार, ज्योतिषाचार्य श्री पुरुषोत्तम जी भारद्वाज एवम हेमन्त जी भारद्वाज की प्रेरणा से नगर के प्रसिद्ध मूर्तिकार सुभाष चंद्र पँवार द्वारा भांग से किया गया । श्रावण का अंतिम सोमवार होने से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुचे । श्रृंगार आरती एवम महाप्रसादी का आयोजन स्वर्गीय श्री गोविंद जी जयसवाल की स्मृति में उनके पुत्र अवि जयसवाल (महाँकाल भांग घोटा, राजगढ़) द्वारा प्रति वर्ष श्रावण मास के अंतिम सोमवार को किया जाता है । श्री माताजी मन्दिर पर भगवान के आर्कषक श्रृंगार को निहारने के लिये भक्तों की आवाजाही रही। वही रात्री में महाआरती की गई जिसमें बड़ी संख्या भक्त शामिल हुए।