राजगढ़ (धार)। साधु साध्वी भगवंत का योग मिलना अत्यंत दुर्लभ है,अंनत पुण्यवानी के उदय से साधु दर्शन का लाभ प्राप्त होता है,साधु के दर्शन से साधुत्व का अनुमोद्न होता है,साधु दर्शन से सिद्धि का मार्ग प्रशस्त होता है,साधु के दर्शन करने मात्र से कर्मो की निर्जरा होती है,संत भगवंत दर्शन करने आने वाले को धर्म बोध प्रदान करते है,पाप कार्य से दुर होने एवं धर्म आराधना करने की प्रेरणा देते हुए मांगलिक का श्रवण करवाते है,उक्त प्रेरणादायी उद्बोधन अणु वत्स पूज्य श्री संयतमुनि जी म.सा ने शुक्रवार को स्थानक भवन पर आयोजित धर्मसभा मे फ़रमाये।
धर्मसभा को पूज्य श्री रविमुनि जी म.सा ने संबोधित करते हुए कहा की आज मनुष्य धन कमाने के लिये निरंतर प्रयत्नशील रहता है,किन्तु धर्म आराधना करने मे रुचि नहीं रखता है,यहाँ का कमाया हुआ धन यहाँ ही रह जाता है,धर्म आराधना करते हुए किये गये पुण्य कार्य अगले भव मे सहयोगी बनते है।
गुरु सौभाग्य प्रकाश भक्त मंडल के प्रांतीय सदस्य हेमंत वागरेचा ने बताया की पूज्य श्री संयतमुनि जी म.सा आदि ठाणा 5 का गुरूवार को प्रातः 11 बजे मंडी गेट से राजगढ नगर मे प्रवेश हुआ,संत मंडल की आगवानी के लिए श्री संघ के वरिष्ठ संरक्षक भेरुलाल वागरेचा सहित अनेको श्रावक श्राविका ने मंडी गेट पर पहुंच कर संत मंडल की आगवानी करी, जय सौभाग्य-जय उमेश के गगनभेदी जयकार के साथ संत मंडल का स्थानक भवन चबुतरा चौक पर मंगल प्रवेश हुआ,प्रवेश के पशचात पूज्य श्री ने उपस्थित सभी लोगो को मांगलिक श्रवण करवायी,श्री संघ के कोषाध्यक्ष अनील नखैत्रा ने बताया की पूज्य श्री संयतमुनि जी म.सा आदि ठाणा 5 ने मंगलवार को ग्राम दसई से धार के लिए विहार कर दिया था,राजगढ श्री संघ के 6 सदस्यी प्रतिनिधि मंडल ने ग्राम धामनदा से 2 किमी पहले ग्राम लोहारी पहुंच कर विहार कर रहे संत मंडल से राजगढ नगर मे पधारने की अति आग्रहपूर्ण विनती करी,पूज्य संयतमुनि जी म.सा ने साथी संत भगवंत से विचार विमर्श कर,राजगढ श्री संघ की भाव भक्ति को देखते हुए पुनः वापस पलट कर राजगढ नगर के लिये विहार करते हुए गुरुवार को राजगढ नगर मे प्रवेश किया,संत मंडल के प्रवचन प्रतिदिन प्रातः 9.15 बजे 10.15 बजे तक स्थानक भवन चबुतरा चौक पर होंगे,संघ ने सकल श्री संघ से अधिक से अधिक संख्या मे प्रवचन मे पधारने का निवेदन किया।