राजगढ़ (धार)। नगर के श्री राजेंद्र भवन पर चातुर्मास हेतु विराजीत पुण्य सम्राट श्रीमद्विजय जयन्तसेनसूरीश्वरजी महाराज साहब के पट्टधर पूज्य गच्छाधीपति श्रीमद्विजय नित्यसेनसूरीश्वरजी म. सा. एवं आचार्य श्रीमद्विजय जयरत्नसूरीश्वरजी म. सा. की आज्ञानुवर्ती एवं सरलमना समताधारी पू. गुरुमैया साध्वी श्री स्नेहलताश्रीजी म. सा. की सुशिष्या प. पू. साध्वी श्री तत्वलताश्रीजी म.सा., प. पू. साध्वी श्री कुसुमलताश्रीजी म. सा., प. पू. साध्वीश्री जिनांगयशाश्रीजी म. सा., प. पू. साध्वीश्री करुणायशाश्रीजी म. सा. का 5 माह का चातुर्मास देव-गुरु-धर्म के पुण्य प्रताप से तप-जप, धर्म-ध्यान आराधना से परिपूर्ण अपने अंतिम पड़ाव पर आ पहुचा है। कल 27-11-2023 को चातुर्मास पूरा कर चातुर्मासिक परिवर्तन होने जा रहा है ।
चतुर्मासिक परिवर्तन का चल समारोह राजेंद्र भवन से प्रातः 9 बजे प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए श्री शैतानमलजी डांगी के निवास स्थान, राजेन्द्र कॉलोनी पर पहुंच कर धर्मसभा में परिवर्तित होगा । श्री डांगीजी के निवास पर साध्वीजी की 1 दिन की स्थिरता रहेगी ।