राजगढ़ (धार) । ग्राम छड़ावद में शनिवार को राष्ट्रगौरव महाराणा प्रतापसिंह जी 483 जन्म जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर गांव में शोर्य यात्रा एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें समाज के प्रतिभाषाली विद्यार्थियों को सम्मान भी किया गया।
शाम छह बजे षिव मंदिर प्रांगण से शोर्य यात्रा निकाली गई। यात्रा में बड़ी संख्या में युवाओं ने पारंपारिक वेषभूषा में सहभागिता की थी। यात्रा के दौरान डीजे पर देषभक्ति से ओतप्रोत गीत बज रहे थे। वही युवागण जय षिवा सरदार की जय महाराणा प्रताप की, जयकारे लगा रहे थे। इससे हर किसी के मन में देषभक्ति का भाव जाग्रत हो गया। वही यात्रा में करणी सेना परिवार इंदौर के ऋषिराजसिंह सिसोदिया, जय राजपुताना संघ प्रदेष संयोजक लाखनसिंह डोडिया, पोपसिंह राठौर बदनावर, सुसज्जित वाहन में सवार होकर ग्रामीणों का अभिवादन स्वीकरते नजर आए। मुख्य मार्गो से होते हुए यात्रा पुनः षिव मंदिर प्रांगण पहुंची। जहां सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। अतिथि स्वागत के बाद बोर्ड परीक्षा में श्रेष्ठ अंक लाने वाले कान्हा रतनसिंह पड़ियार, अमीषा रतनसिंह पंवार, नेहा उमरावसिंह मोरी, राधिका उमरावसिंह बारोड़, हेमेंद्रसिंह शंकरसिंह डाबी, कुलदीप जालमसिंह डोड, तनीषा लाखनसिंह राठौड़, रघुवीर भंवरसिंह रेवर, जया रामसिंह परमार का प्रषस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए करणी सेना परिवार के ऋषिराजसिंह सिसोदिया ने कहा कि हर व्यक्ति के लिए समाजहीत सर्वोपरि होना चाहिए। जब भी समाज पर कोई आंछ आए तो आपसी मतभेद भूलकर समाज की लड़ाई लड़े। जय राजपुताना संघ के प्रदेष संयोजक डोडिया ने कहा कि आज युवा पीढ़ि धर्म और संस्कार से दूर होती जा रही हैं। जो आने वाले समय में समाज के लिए घातक हैं। युवाओं को गर्व होना चाहिए कि हमारे पूर्वजों ने हमें सर उठाकर जीने के लिए स्वर्णिम इतिहास दिया हैं। अतिथि पोपसिंह राठौर ने भी संबोधित किया। समारोह में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना तहसील अध्यक्ष एवं पार्षद रमेष परमार सहित अन्य लोग अथिति के रूप में मंचासीन थे। श्री राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना के जिलाध्यक्ष केवलसिंह चावड़ा अन्य कार्यक्रमों में व्यस्तता के चलते समारोह में शामिल नहीं पाए थे। समारोह का संचालन पत्रकार प्रभुसिंह राजपूत ने किया।