राजगढ़(धार)। स्वराज अमृत महोत्सव समिति राजगढ़ के द्वारा आज नगर के उदय पैलेस में युवा संसद कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां पर नगर के लगभग प्रत्येक विद्यालय विद्यालय के छात्रों ने अपनी प्रतिभागिता सुनिश्चित की। कार्यक्रम की शुरुआत भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर अतिथि द्वारा की गई|
छात्रों ने विभिन्न विषयों पर अपने ओजस्वी विचार व सुझाव प्रस्तुत किए। समिति ने यह कार्यक्रम युवाओं के बौद्धिक स्तर व public speaking के कौशल को बढ़ाने हेतु, साथ ही अमृत महोत्सव के अंतर्गत देश के सेनानियों के बलिदान को बताने व उनके आदर्श को आत्मसात करने हेतु आयोजित किया गया|
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजपाल सिंह राठौड़ थे जो कि राष्ट्रीय युवा सलाहकार समिति भारत सरकार के सदस्य हैं। राठौड़ ने आतिथ्य भाषण में युवाओं को बोध कथा के माध्यम से अपने अतीत के वैभव पर गौरवान्वित होने तथा भविष्य के निर्माता होने हेतु प्रोत्साहित किया। उन्होंने बतलाया कि भारत किस तरह वह कैसे विश्व गुरु था व कैसे विश्व गुरु बन सकता है| उन्होंने पौराणिक कथा के माध्यम से बतलाया कि जिस तरह हनुमान जी को अपनी आंतरिक प्रतिभा का ज्ञान जामवंत जी ने करवाया था वैसे ही हर समय कोई हमें हमारी शक्तियों का ज्ञान करवाने उपलब्ध नहीं रह सकता किंतु हम आत्मज्ञान से अपनी शक्तियों को वह प्रतिभा को निखार सकते हैं वह भारत को परम वैभव पर ले जा सकते हैं|
वही कार्यक्रम में मौजूद दूसरे अतिथि प्रथम चौधरी ने विद्यार्थियों को सेना में जाने के मार्ग व अन्य कैरियर संबंधी जानकारी उपलब्ध करवा कर उनका मार्गदर्शन किया।कार्यक्रम के अंत में समिति ने समस्त प्रतिभागी अतिथि का भारत माता के चित्र को उपहार स्वरूप देकर बहूमान किया व सामुहिक वन्देमातरम गायन हुआ | कार्यक्रम के प्रभारी प्रोफेसर डॉ ईश्वरसिंह डावर ने कार्यक्रम का संचालन किया। वही कार्यक्रम का आभार रोहित गहलोत ने व्यक्त किया। समिति के सदस्यों ने आगामी कार्यक्रमों में सबकी सहभागिता हेतु आह्वान किया।