राजगढ़(धार)। मालव केसरी प्रसिद्ध वक्ता पुज्यपाद गुरुदेव श्री सौभाग्यमल जी म.सा के सुशिष्य सौभाग्यकुल दिवाकर श्रमणसंघीय प्रवर्तक गुरुदेव श्री प्रकाशमुनि जी म.सा निर्भय आदि ठाणा 2 एवं पुज्या महासती श्री रमणीक श्री जी म.सा रंजन,पुज्य श्री चंदनबाला जी म.सा,पुज्य श्री चेतना जी म.सा आदि ठाणा 7 धर्म नगरी बदनावर मे विराजित है, बदनावर श्री संघ के अति आग्रह पर पुज्यपाद प्रवर्तक गुरुदेव श्री ने रविवार तक बदनावर रुकने की स्वीकृति संघ को प्रदान करी जिससे श्री संघ मे उत्साह का वातावरण निर्मित हो गया।
पुज्यपाद प्रवर्तक गुरुदेव श्री का प्रवेश मंगलवार को प्रातः बखतगढ की ओर से बदनावर नगर मे हुआ,मंगल प्रवेश मे स्थानीय श्री संघ के श्रावक श्राविका वर्ग के साथ ही रतलाम,राजगढ,कोद,खाचरोद, नागदा ज. आदि अनेक जगह के श्री संघ के प्रतिनिधि मंडल ने पहुंच कर सहभागिता करी, प्रवेश यात्रा मे सैकड़ों श्रावक श्राविका बच्चे आदि ने महापुरुषो के साथ ही पुज्य प्रवर्तक श्री के गगन भेदि जयकार लगाकर पुज्य श्री का प्रवेश स्थानक भवन मे करवाया।
गुरु सौभाग्य प्रकाश भक्त मंडल के प्रांतीय सदस्य हेमंत वागरेचा ने बताया की प्रवर्तक श्री के प्रवेश दिन से ही स्थानक भवन मे धर्म आराधना के ठाठ लग रहे है, प्रवचन सभा मे स्थानीय संघ के साथ ही बाहर गाँव से आये हुए गुरु भक्तो की बड़ी संख्या मे उपस्थिति रहती है, स्थानीय श्री संघ भी आतिथ्य सत्कार का उत्साह के साथ लाभ ले रहे है, राजगढ स्थानकवासी श्री संघ के सदस्यो का अलग अलग प्रतिनिधि मंडल निरंतर 5 दिनो तक पुज्य श्री के दर्शन एवं राजगढ नगर मे पधारने की विनती को लेकर पुज्य श्री के समक्ष पहुंचा, राजगढ श्री संघ की भक्ति देख कर प्रवर्तक श्री ने प्रसन्नता व्यक्त कर संघ की अनुमोद्ना करी! प्रवर्तक श्री एवं महासती मंडल का विहार रतलाम की ओर होगा । जानकारी पिन्टु एवं प्रवीण वागरेचा ने दी।