राजगढ़ (धार) नगर से शत्रुंजय तीर्थ के लिए चौविहार , बेला 7 यात्रा को निकले 12 युवाओं की यात्रा निर्विघ्न सम्पन्न कर वापस लौटने पर त्रिस्तुतिक श्री संघ एवं परिषद परिवार द्वारा राजेन्द्र भवन विशाल जन मेदिनी के बीच सभी तपस्वियों का बहुमान किया गया। एवं उनकी सुख साता प्रच्छा की।
इस यात्रा में दो दिनों तक निर्जल उपवास रहता है जो बिना अन्न ओर पानी ग्रहण किये शत्रुंजय पहाड़ की दो दिन में 7 यात्रा की जाती है।
दादा आदेश्वर भगवान का ऐसा प्रभाव रहता है कि जिससे तपस्वियों को , अदृश्य शक्ति का अनुभव होता है जिससे वह निर्विघ्न यात्रा कर जिनसाशन की धर्म पताका फहराकर आता है ।
इस यात्रा में नगर राजगढ़ के राकेश जैन,हर्ष जैन,रचित जैन,सौरभ जैन,मनीष जैन,नीलेश जैन,नवीन जैन,आशीष जैन,स्वप्निल जैन,गौरव जैन,अभिषेक जैन,हर्ष जैन आदि का बहुमान मणिलाल खजांची बाबूलाल मामा , भेरूलाल भण्डारी , बसंतीलाल जैन ,मांगीलाल मामा , नितिन धारीवाल , प्रणय भण्डारी , कीर्ति भण्डारी , संजय मामा , शिनी जैन , नितिन भण्डारी , सन्तोष जैन , अनिल खजांची आदि ने किया