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सेंट्रम और भारतपे ने पूरी की देश के पहले डिजिटल लघु वित्त बैंक के गठन की तैयारी,भारतीय रिजर्व बैंक से हासिल किया बैंकिंग लाइसेंस

   

  मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज सेंट्रम समूह की स्थापित और लाभदायक लघु व्यवसाय ऋण देने वाली शाखा सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (सेंट्रम) और देश की सबसे तेजी से बढ़ती फिनटेक कंपनियों में से एक रेजिलिएंट इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड (भारतपे) के कंसोर्टियम को लघु वित्त बैंक (एसएफबी) का लाइसेंस जारी किया है। लगभग 6 वर्षों के अंतराल के बाद एक नया बैंक लाइसेंस जारी किया गया है। इसके लिए सेंट्रम और भारतपे ने उनकी क्षमताओं में दिखाए गए विश्वास के लिए आरबीआई के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया है।


 नए एसएफबी को ‘यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक’ नाम दिया गया है। ‘यूनिटी’ शब्द का दरअसल सेंट्रम और भारतपे दोनों के लिए कई मायनों में जबरदस्त महत्व है। यह पहली बार है जब दो साझेदार एक बैंक के गठन के लिए समान रूप से एकजुट हो रहे हैं। प्रस्तावित व्यवसाय मॉडल कोलाबरेशन और ओपन आर्किटेक्चर का एक अनूठा संगम है, जो अपने सभी हितधारकों को एक सहज डिजिटल अनुभव प्रदान करने के लिए एकजुट करता है।


 सेंट्रम का कामयाब एमएसएमई और माइक्रो फाइनेंस व्यवसाय अब यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में मिला दिया जाएगा।


 सेंट्रम ग्रुप के कार्यकारी अध्यक्ष जसपाल बिंद्रा ने इस बारे में टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘हम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए खुश हैं और एक मजबूत टीम के साथ इस नए युग के बैंक को बनाने के लिए भारतपे के साथ साझेदारी करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। निश्चित तौर पर हम भारत का पहला डिजिटल बैंक बनने की ख्वाहिश रखते हैं।’’


 भारतपे के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर ने कहा, ‘‘मैं एसएफबी लाइसेंस के साथ भारतपे और सेंट्रम की एकता में विश्वास जताने के लिए आरबीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं। हम इस अवसर का लाभ उठाने और भारत का पहला सही मायने में डिजिटल बैंक ग्राउंड अप बनाने के लिए स्मार्ट तरीके से काम करेंगे।’’


 


सेंट्रम ग्रुप के बारे में


 1997 में स्थापित सेंट्रम ने संस्थानों और व्यक्तियों के लिए फी बिजनेस और लेंडिंग प्लेटफॉर्म में विविधता कायम की है। संस्थागत सेवाओं में निवेश बैंकिंग, मिड-कॉरपोरेट और एसएमई क्रेडिट और एफआईआई को ब्रोकिंग, पेंशन फंड, भारतीय म्यूचुअल फंड, घरेलू संस्थान आदि शामिल हैं। यह एमएसएमई क्रेडिट, एचएनआई और परिवार कार्यालयों को वेल्थ मैनेजमेंट सर्विसेज, सेवाएं, टीयर 2 और टीयर 3 शहरों में किफायती आवास वित्त,  माइक्रो फाइनेंस लोन और रिटेल ब्रोकिंग भी प्रदान करता है। इसका एसेट मैनेजमेंट बिजनेस प्राइवेट डेट और वेंचर कैपिटल में फंड मुहैया कराता है।


 


भारतपे के बारे में


 भारतपे की स्थापना फाइनेंशियल इनक्लूजन को भारतीय व्यापारियों के लिए एक वास्तविकता बनाने के उद्देश्य के साथ 2018 में अशनीर ग्रोवर और शाश्वत नकर्णी ने की थी। भारतपे ने देश का पहला यूपीआई इंटरऑपरेबल क्यूआर कोड, पहली जीरो एमडीआर भुगतान स्वीकृति सेवा और पहली यूपीआई भुगतान समर्थित मर्चेंट कैश एडवांस सेवा लॉन्च की। 2020 में कोविड के बाद भारतपे ने भारत का एकमात्र जीरो एमडीआर कार्ड स्वीकृति टर्मिनल - भारत स्वाइप भी लॉन्च किया। वर्तमान में 140 शहरों में 70 लाख से अधिक व्यापारियों को सेवा देने वाली यह कंपनी यूपीआई ऑफलाइन लेनदेन में अग्रणी है, जिसके पास प्रति माह 10 करोड़ से अधिक यूपीआई लेनदेन प्रोसेस होते हैं (वार्षिक लेन-देन प्रोसेस्ड वैल्यू 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर)। लॉन्च के बाद से कंपनी पहले ही 2200 करोड़ रुपए से अधिक के डिस्बर्समेंट की सुविधा अपने कारोबारी साझेदारों को प्रदान कर चुकी है। भारतपे का पीओएस कारोबार बढ़कर प्रतिमाह 1400 करोड़ रुपए से अधिक हो गया। भारतपे ने अब तक इक्विटी और ऋण के जरिये 600 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। कंपनी के मार्की निवेशकों की सूची में टाइगर ग्लोबल, ड्रेगोनीर इनवेस्टमेंट ग्रुप, स्टीडफास्ट केपिटल, कोएट्यू मैनेजमेंट, रिबबिट कैपिटल, इनसाइट पार्टनर्स, स्टीडव्यू कैपिटल, बीनेक्स्ट, एम्प्लो और सेक्विया कैपिटल शामिल हैं। जून 2021 में, कंपनी ने 100 मिलियन से अधिक सदस्यों के साथ देश की सबसे बड़ी मल्टी-ब्रांड लॉयल्टी प्रोग्राम कंपनी, पेबैक इंडिया के अधिग्रहण की घोषणा की। जून 2021 में, सेंट्रम ग्रुप की स्थापित और लाभदायक एनबीएफसी शाखा, सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (सेंट्रम) के साथ साझेदारी में, इसे भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा एक लघु वित्त बैंक स्थापित करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी भी दी गई थी।


 

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