झाबुआ। तप करने के लिये मन को साधना पड़ता हे | जो मन को साध ले वह जीत जाता हे | तप से रसेन्द्रिय पर नियंत्रण होता हे | आज की तपस्वी श्रुति शाह संकल्प की धनी है | संकल्प से ही सिद्धी मिलती हे | उन्होंने पहले दिन से ही तय कर लिया था कि मुझे यह विराट तप करना है और उस संकल्प ने उन्हें सफल बनाया। देव गुरु कृपा से शक्ति मिलती हे | उनकी इस तपस्या की हम सभी बहुत अनुमोदना करते हे। मुनि श्री ने बताया गुजरात से नंदलाल जी सा के. 1950 में सर्वप्रथम झाबुआ मालवा में आए थे। वहां से इस परिवार ने धीरे-धीरे प्रगति की आज वटवृक्ष ग्रुप में सफलता प्राप्त की है ।हमारा आशीर्वाद इसी तरह से शाह परिवार आगे भी सफल बनते रहो ।" ऊपरोक्त विचार पूज्य मुनिराज श्री रजतचन्द्र विजयजी म.सा.ने तप अनुमोदन समारोह मे आज 13/9 को व्यक्त किये | आज कु.श्रुति महेश शाह,के 31उपवास मोना संतोष रूनवाल , गौतम मुकेश संघवी के 11 उपवास पूर्ण हुए | उनकी तपस्या की भी अनुमोदना पूज्य मुनिश्री ने की। सुबह श्रुति महेश शाह के निवास स्थान से वरघोड़ा निकला | वरघोड़ मे रथ मे 31 उपवास की तपस्वी श्रुति शाह 11 उपवास की तपस्वी मोना रुनवाल और गौतम संघवी बेठे थे | वरघोड़ा जिसमे पूज्य मुनिराज श्री रजतचन्द्र विजयजी और पूज्य मुनिश्री जीतचन्द्र विजय जी भी सम्मिलित हुए। समाज जन भी बड़ी संख्या मे शामिल हुए | इसके बाद वरघोड़ा लक्ष्मीबाई मार्ग होते हुए बावन जिनालय पहुँचा | यहाँ धर्मसभा हुई | पूज्य आचार्य श्री ऋषभचन्द्र सुरीजी म.सा.के तस्वीर के समक्ष बाबूलाल चंदूलाल शाह परिवार ने दीप प्रज्जवलित किया। श्रुति शाह को बहुमान का तिलक लगाने का लाभ कु.टीसा सूर्य प्रकाश कोठारी ने 8 उपवास से लिया | माला पहनाने का लाभ दिलीप संघवी ने 5 उपवास से लिया | इसके बाद लाभार्थी शाह परिवार के सदस्यों का बहुमान गुरु समर्पण चातुर्मास समिति की और से समस्त सदस्योंने बारी बारी से किया | श्री संघ की और से अभिनंदन पत्र का वांचन श्री संजय मेहता और चातुर्मास।समिति की और से अभिनंदन पत्र क़ा वांचन डा. प्रदीप संघवी ने किया/ पूज्य मुनिद्वय कीऔर से श्रुति शाह को महावीर प्रभु की मरकच रत्न की परिकर युक्त मनोहारी प्रतिमा भेंट की गई। चातुर्मास समिति की और से श्रुति को सोने का सिक्का और अन्य तपस्वी को चाँदी का सिक्का अनुमोदना स्वरूप भेट किया । इसके बाद सभी तपस्वी क़ा बहुमान श्रीसंघ, हेमेंद सूरी मण्डल, परिषद परिवार . जैन सोशल ग्रूप नवकार ग्रूप मालवा महासंघ ,भारतीय जैन संगठना आदि संस्थाओं ने किया/ संचालन मनोज जैन मनोकामना ने किया/ आगामी 15 एवं 16 सितंबर को कु. प्रिया राजेंद्र जी राठौड़ के 21 उपवास की तप अनुमोदना में भव्य चौविसी,वरघोड़ा धर्मसभा , बहुमान व स्वामीवात्सल्य का आयोजन रखा गया है। 20 सितंबर को चैत्य परिपाटी का आयोजन ऋषभदेव जिनालय से महावीर बाग तक का होगा। जहां प्रवचन धर्मसभा भक्ति भावना एवं स्वामीवात्सल्य के आयोजन होंगे । जिसके लाभार्थी जयेश हस्तीमल संघवी है।
Most Reading
-
भगवान शिव हर तरह की इच्छाओं की पूर्ति करने वाला मंशा महादेव व्रत कल यानि 1 अगस्त सोमवार से आरंभ हो रहा है। राजगढ़ व आसपास के क्षेत्रों में ...
-
यदि आपने कुछ करने की हिम्मत है तो इस फील्ड में आप कुछ भी कर सकते हो बस आपको धैर्य के साथ काम करना होगा फिर मंजिल तक पहुंचने के लिए दुनिय...
-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रदेश के विद्यार्थियों के हित में महत्वपूर्ण घोषणाएँ की हैं। उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा मण्ड...
-
राजगढ(धार) - प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 07 जनवरी 2022 से 11 जनवरी 2022 तक 5 दिवसीय गुरूसप्तमी महामहोत्सव का आयोजन श्री मोहनखेडा महातीर्थ पर...
-
Digital Marketing: बस आपको धैर्य के साथ काम करना होगा। फिर मंजिल तक पहुंचने के लिए दुनिया की कोई भी ताकत आपको नहीं रोक सकती। डिजिटल मार्...