उपलब्धि:बिना ड्राइवर के चलने वाली कार बनाने वाली कंपनी में राजगढ़ के साफ्टवेयर इंजीनियर कुणाल का हुआ चयन
राजगढ़ में हेड कांस्टेबल जगदीश परिहार के बेटे ने रोज 15 घंटे पढ़ाई कर पाई सफलता
Raigarh (Dhar) । राजगढ़ के पुलिस थाने में पदस्थ हेड
कांस्टेबल के बेटे ने अपनी पढ़ाई का परचम लहराते हुए नगर के साथ-साथ देश नहीं
विदेश में अपना नाम रोशन किया है। पुलिसकर्मी जगदीश परिहार के बड़े बेटे कुणाल
परिहार (software engineer kunal parihar) ने अपनी पढ़ाई जिले के बाग से कि उसके बाद 11वीं में सोचा था कि मैं सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने का
लेकिन 12वीं के बाद आईआईटी जेईई की परीक्षा कर
कॉलेज आईआईटी जम्मू मे 4 साल तक वहां रहकर पढ़ाई की इस दौरान
समर इंटरनेट इंटरशिप के लिए सिंगापुर में काम मिला ग्रेजुएशन करने के पूर्व ही 3 वर्ष के अंदर सॉफ्टवेयर इंजीनियर मैं चयन सिंगापुर Desay
S V Automotive में लग गई । 35 लाख रुपए वार्षिक पैकेज मिला ,उक्त जाप बिना ड्राइवर की कार बनाने
वाली कंपनी में उसकी नौकरी लगी दसवीं में गणित की पढ़ाई में अच्छे नंबर आते हैं थे
कुणाल ने बताया कि मैं 24 घंटे में 15 घंटे पढ़ाई करता था 2 घंटे क्रिकेट और बैडमिंटन खेलने का
शौक है खेलता था ।
जगदीश परिहार हेड कांस्टेबल है,आज विदेश में चयन पर पूरे
पुलिस विभाग को गर्व-: घर में ना तो मोबाइल था ना टीवी थी,पुलिस थाने के पीछे बने सरकारी क्वार्टर में
रहने वाले जगदीश परिहार हेड कांस्टेबल है ,उनका सपना था की मेरे
साथ साथ मेरा बेटा भी आईएएस ऑफिसर बने पुलिस विभाग में लेकिन बेटा उनकी उम्मीद से
ज्यादा पढ़ाई कर आज विदेश में चयन पर पूरे पुलिस विभाग को गर्व महसूस करा
रहा है कुल 90 बच्चों में केवल 2 बच्चों का ही चयन हुआ पिता जगदीश परिहार 1989 पुलिस विभाग में सेवा दे रहे हैं कुणाल का छोटा भाई अंकित परिहार
यूपीएससी सिविल सर्विस इंदौर कौटिल्य अकैडमी में पढ़ाई कर रहा है मां ग्रहणी है बहन अंकिता की शादी झाबुआ में हुई।
तीन राउंड के इंटरव्यू के बाद मुझे चुना गया :- कुणाल परिहार ने बताया मैंने जॉब के लिए ऑनलाइन सिंगापुर कंपनी ने अप्लाई किया था और फिर तीन राउंड के इंटरव्यू के बाद मुझे चुना गया मैंने महेश मेमोरियल हायर सेकेंडरी स्कूल बाग मे 10 वी तक पढाइ की व 12वी 2015 में गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल बाग से की है । ग्रेजुएशन जुलाई 2020 में खत्म हुआ साथ ही बताया कि कार की लोकेशन कहां पर है एग्जैक्ट वही बता पाएगा उसके लिए जीपीएस से भी अच्छा सिस्टम लगाया गया है उसका मैं देखरेख कर रहा हूं साथी इसका डायरेक्शन भी पता लगता है कि दाए हाथ पर जाना है बाएं हाथ पर जाना है।