MP NEWS: नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी द्वारा शुरू किये गये 'गंदगी भारत छोड़ो' अभियान को मध्यप्रदेश में जन-जन तक पहुँचाया जायेगा। श्री सिंह ने
कहा है कि 'गंदगी भारत छोड़ो-मध्यप्रदेश' अभियान मध्यप्रदेश में 16 अगस्त से 30 अगस्त तक चलाया जायेगा। अभियान
में शहरों में व्यक्तिगत तथा सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन पर
नागरिकों को संवेदित और जागरूक किया जायेगा। श्री सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज
सिंह चौहान के नेतृत्व में अपने शहरों को गंदगी मुक्त करने की दिशा में जुट जाएं।
अभियान में 16 और 17 अगस्त को स्वच्छता शपथ एवं व्यक्तिगत शौचालयों का रखरखाव और सफाई
पर अशासकीय संगठनों के माध्यम से झुग्गीबस्तियों एवं अन्य मौहल्लों में नागरिकों
से चर्चा की जायेगी। निकाय में आवासीय परिसरों, प्रमुख स्थानों और कार्यालयों में स्वच्छता की शपथ दिलाई जायेगी। 18 से 20 अगस्त तक नो प्लास्टिक और
रिसाइकिल,
रियूज, रिड्यूज और रिफ्यूज (चार-आर) के संबंध में निकायों, युवाओं और विद्यार्थियों से ऑनलाइन संवाद और परिचर्चाओं का आयोजन
किया जायेगा। नागरिक संगठनों एवं जन-प्रतिनिधियों के माध्यम से बाजारों और
सार्वजनिक स्थलों पर प्लास्टिक प्रतिबंध के संबंध में जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित
की जायेंगी। नागरिकों द्वारा प्लॉग रन का आयोजन किया जायेगा।
अभियान में 21 से 23 अगस्त तक कोविड-19 के संबंध में लोगों को नेपकिन और
उपयोग किये गये मास्क आदि के सुरक्षित निपटान के संबंध में जागरूक किया जायेगा।
नगरीय निकाय द्वारा क्वारेंटाइन केन्द्रों की स्वच्छता, मास्क पहनने की समझाइश और निकायों में सफाईकर्मियों को सम्मानित
करने का कार्य किया जायेगा। अभियान में 24 से 26 अगस्त तक आवासीय परिसरों में स्रोत पर अपशिष्ट पृथक्कीकरण, घरेलू हानिकारक कचरे का सुरक्षित निपटान करने के संबंध में
जन-जागरूकता के साथ ही स्व-सहायता समूह के सदस्यों एवं आवासीय संघों से चर्चा की
जायेगी। अंतिम चरण में 26 से 30 अगस्त तक निकायों एवं सहयोगी संगठनों के सहयोग से स्वच्छता श्रमदान
तथा निकायों द्वारा सभी सार्वजनिक शौचालयों के अंदर और बाहर विशेष सफाई अभियान
चलाया जायेगा।
कार्यक्रमों में मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से
पालन करने तथा कंटेनमेंट जोन में यह गतिविधियाँ नहीं करने के निर्देश दिये गये
हैं। जहाँ भी ये कार्यक्रम किये जायें, वहाँ दान-दाताओं से प्राप्त मास्क
वितरित करने के लिये स्टॉल लगाये जायें। गतिविधियों की नियमित रिपोर्टिंग की जाये।
इसके लिये गूगल लिंक नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय से जारी की जायेगी। अभियान
का व्यापक प्रचार-प्रसार कर नागरिकों को जागरूक एवं प्रोत्साहित किया जाये।