राजगढ़(धार)। राजगढ़ पांच धाम एक मुकाम अति प्राचीन माताजी मन्दिर के ज्योतिषाचार्य श्री पुरूषोत्तम भारद्वाज ने बताया कि सभी हम कोराना देत्य के प्रहार से संपूण सृष्टि ग्रसित है ओर बचाव के लिए एकांत वास ही एक औषधि है विचारों से हम संगठित हो जाए देह से अलग अलग रहे।
आज सें चैत्र नवरात्रि का आरंभ हुआ है जो भारतवर्ष में मनाया जाता है यह बड़ा पर्व है,हम माॅ जगदम्बा की पूजा आराधना करते है लेकिन घर से बाहर निकल कर मन्दिर जाने का समय नहीं है घर पर रहना हि सबसे बड़ा धर्म है घर पर रहकर ही हदृय को ही मन्दिर बनाए ओर माॅ की घर ही स्थापना व आराधना करे। जहा शासन प्रशासन बहुत परिश्रम कर रहा है। हम अनजाने में जो आदेश उसे मान नहीं रहे है इसमें हमारी भलाई नहीं है। माॅ भगवती से प्रार्थना कि कोराना संक्रमण महामारी से बचाए।