राजगढ़ (धार) । दादा गुरुदेव की पाट परम्परा के अष्टम पट्टधर श्री मोहनखेड़ा तीर्थ विकास प्रेरक वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की निश्रा एवं मुनिराज श्री जिनचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जीतचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जनकचन्द्रविजयजी म.सा. एवं साध्वी श्री किरणप्रभाश्री जी म.सा., साध्वी श्री सद्गुणाश्री जी म.सा., साध्वी श्री संघवणश्री जी म.सा. आदि ठाणा की पावनतम सानिध्यता में श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में श्री पाश्र्वनाथ प्रभु के अट्ठम तप (तेले) की तपस्या का भव्य आयोजन श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी (ट्रस्ट) के तत्वाधान में 20, 21 एवं 22 दिसम्बर को होने जा रहा है ।
19 दिसम्बर गुरुवार को सभी तपस्वीयों की धारणा करवायी जावेगी एवं 23 दिसम्बर सोमवार को पारणे का आयोजन होगा । जिन भी तपस्वीयों को अट्ठम तप तेले की तपस्या में अपना नाम लिखाना है । वह महाप्रबंधक श्री अर्जुनप्रसाद मेहता एवं सहप्रबंधक प्रीतेश जैन को पेढ़ी पर लिखवा सकते है । तीर्थ के मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ ने सभी आराधकों से अनुरोध किया है कि अधिक से अधिक संख्या में इस आराधना में सम्मिलित होकर पुन्योपार्जन जिनशासन की शौभा में अभिवृद्धि करें ।