राजगढ़ (धार) | दादा गुरुदेव की पाट परम्परा के अष्टम पट्टधर
श्री मोहनखेड़ा तीर्थ विकास प्रेरक प.पू. वर्तमान गच्छाधिपति आचार्यदेवेश
श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., मुनिराज श्री जिनचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जीतचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जनकचन्द्रविजयजी म. सा. एवं
साध्वी श्री किरणप्रभाश्री जी म.सा., साध्वी श्री सद्गुणाश्री जी म.सा., साध्वी श्री संघवणश्री जी म. सा. आदि ठाणा की
निश्रा व श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ
के तत्वावधान में प.पू. पीताम्बर विजेता आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय
यतीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की 60 वीं पुण्यतिथि पूजा अर्चना के साथ मनायी गयी ।
तीर्थ के
महामंत्री फतेहलाल कोठारी, मेनेजिंग ट्रस्टी
सुजानमल सेठ, कोषाध्यक्ष
हुक्मीचंद वागरेचा, ट्रस्टी संजय सराफ
एवं कायमीस्वामीवात्सल्य के लाभार्थी राजेन्द्र खजांची, समाजसेवी जयंतिलाल कंकुचोपड़ा आदि ने
आचार्यश्री यतीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलित
किया तत्पश्चात् आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा., मुनिमण्डल, साध्वीवृन्दों ने वासक्षेप कर आचार्यश्री
यतीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. को अपनी भावांजलि अर्पित की ।
_इस अवसर पर
आचार्यश्री ने एतिहासिक जानकारी देते हुये कहा कि आज के दिन पौष सुदी तीज को पाट
परम्परा के चतुर्थ आचार्य प.पू. पीताम्बर विजेता श्री यतीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की
60 वीं पुण्यतिथि है
। गुरु सप्तमी महामहोत्सव संवत 2015 से मनाया जा रहा है । दादा गुरुदेव के
देवलोकगमन के 18 वर्षों पश्चात्
श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में दादा गुरुदेव की प्रतिमा प्रतिष्ठित की गयी थी ।
आचार्य श्री यतीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की निश्रा में अर्द्धशताब्दी महोत्सव भी
मनाया गया था । गुणानुवाद सभा में थराद से आये यात्री संघ के संघपति संघवी कांजी
भाई निहालचंद जी परिवार के बाबु भाई आदि संघ के सदस्यों ने आचार्यश्री को कामली
ओढ़ाकर आशीर्वाद प्राप्त किया । श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट की
और से ट्रस्टीगणों ने संघपति परिवार का बहुमान किया ।
धर्मसभा
के पश्चात् श्रीमती लीलाबाई लालचंदजी खजांची गोठी परिवार राजगढ़ द्वारा
स्वामीवात्सल्य किया गया । शाम को महिला चौविसी का आयोजन हुआ । आज सोमवार को प.पू.
उपाध्याय श्री मोहनविजयजी म.सा. की पुण्यतिथि मनायी जावेगी । इस दिन शाम को राजगढ़
नगर की महिला मण्डलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी । 31 दिसम्बर से गुरु सप्तमी
महामहोत्सव के भव्य आयोजन प्रारम्भ होगें । इस दिन अखिल भारतीय विराट कवि सम्मेलन
रात्रि 9 बजे
से प्रारम्भ होगा जिसमें देश के ख्यातनाम कवि विनीत चौहान अलवर वीररस, डॉ. प्रवीण शुक्ल नईदिल्ली
हास्य व्यंग्य, सुदीप
भोला जबलपुर हास्य गीत, सुश्री
मुमताज नसीम अलीगढ़ गीत गजल, जानी बैरागी राजोद हास्य व्यंग्य, अर्जुन अल्हड़ कोटा हास्य
काव्य पाठ करेगें । मंच संचालन कवि शंशिकांत यादव देवास करेगें ।।
तीर्थ के
महामंत्री फतेहलाल कोठारी एवं मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ ने आग्रह करते हुये
कहा है कि इन आयोजनों में अधिक से अधिक संख्या में पधारकर जिनशासन एवं गुरुगच्छ की
शोभा में अभिवृद्धि करें ।