BREAKING NEWS
latest



 

युवाओं की उम्मीदों पर खरी उतरी हेमंत सोरेन सरकार, हाई कोर्ट का फैसला आते ही तेज हुई नियुक्ति प्रक्रिया - अभ्यर्थियों ने जताया आभार

 

पिछले कई महीनों से JSSC CGL परीक्षा से जुड़े विवादों और कानूनी अड़चनों के कारण अभ्यर्थियों को काफी मानसिक तनाव और अनिश्चितता का सामना करना पड़ा। परीक्षा परिणाम रुकने और नियुक्ति प्रक्रिया ठप होने से हजारों युवाओं का भविष्य अधर में लटक गया था। अभ्यर्थियों ने लंबी कानूनी लड़ाई और लगातार विरोध प्रदर्शनों के बीच उम्मीदों का दामन नहीं छोड़ा। उनका कहना था कि सरकार से उन्हें यह भरोसा था कि न्याय जरूर मिलेगा और उनकी मेहनत व्यर्थ नहीं जाएगी। इसी विश्वास के साथ वे समाधान की प्रतीक्षा करते रहे।

कुछ दिनों पहले झारखंड में युवाओं के चेहरे पर फिर से मुस्कान लौट आई, जब झारखंड उच्च न्यायालय ने जेएसएससी संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (CGL) के रिज़ल्ट और नियुक्ति प्रक्रिया से जुड़ी सभी बाधाओं को हटा दिया। इस फैसले के बाद मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में उत्साह और जश्न का माहौल देखने को मिला। ढोल-नगाड़ों के साथ पहुंचे सैकड़ों अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की और उनके प्रयासों के लिए आभार जताया। मुख्यमंत्री ने सभी को बधाई देते हुए कहा कि युवाओं का संघर्ष और मेहनत आखिरकार रंग लाई है। उन्होंने यह भी कहा कि षड्यंत्र थोड़े समय के लिए सत्य को रोक सकता है, लेकिन उसे मिटा नहीं सकता। सरकार ने निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की, जिसके चलते अदालत ने भी सच को सम्मान दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधी ताकतों ने हमेशा प्रतियोगी परीक्षाओं को बाधित करने की कोशिश की है, लेकिन उनकी सरकार युवाओं के सपनों को टूटने नहीं देगी। उन्होंने बताया कि जेपीएससी ने पिछले 18 वर्षों में जितनी परीक्षाएं कराईं, उतनी परीक्षाएं उनकी सरकार ने केवल 5 वर्षों में ही आयोजित कर दीं। यह परीक्षा प्रणाली को सुचारू और पारदर्शी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। सोरेन ने कहा कि जब युवा खुशहाल होंगे तभी झारखंड खुशहाल होगा, इसलिए राज्य सरकार युवाओं के सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य के लिए लगातार प्रतिबद्ध है। इस फैसले ने अभ्यर्थियों में नई ऊर्जा और उम्मीद का संचार किया है, जो अब अपने सपनों को साकार करने के लिए तैयार हैं।

« PREV
NEXT »