धार – धार जिला प्रशासन ने एक गंभीर साइबर फ्रॉड के प्रयास के बाद नागरिकों और सरकारी अधिकारियों को अत्यधिक सतर्कता बरतने की सख्त चेतावनी दी है। यह मामला तब सामने आया जब साइबर अपराधियों ने डही के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर (बीएमओ) को कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की डिस्प्ले पिक्चर (DP) लगाकर एक संदिग्ध व्हाट्सऐप संदेश भेजा।
📱 धोखाधड़ी का तरीका: विदेशी नंबर और फेक DP
शिकार बने: डही के बीएमओ (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर)।
संदिग्ध नंबर: $+84916423486$ (एक विदेशी नेटवर्क से संचालित)।
धोखाधड़ी का हथियार: व्हाट्सऐप प्रोफाइल पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा की फोटो लगी हुई थी।
संदेह का कारण: संदेश की भाषा और प्रोफाइल की संदिग्धता ने बीएमओ को तुरंत धोखाधड़ी की आशंका का संकेत दिया।
प्रशासन ने तत्परता से लिया एक्शन
बीएमओ ने तत्काल कुक्षी एसडीएम विशाल धाकड़ को घटना की सूचना दी। एसडीएम श्री धाकड़ ने जांच में पाया कि यह नंबर भारत के किसी भी मोबाइल ऑपरेटर का नहीं है। उन्होंने तुरंत बीएमओ को नंबर ब्लॉक करने का निर्देश दिया और जिले के अन्य अधिकारियों को भी सावधान रहने की सलाह दी।
जिला प्रशासन की नागरिकों से अपील
जिला प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए साइबर सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है और जिले के नागरिकों से निम्नलिखित अपील की है:
निजी जानकारी साझा न करें: किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश पर अपनी गोपनीय निजी जानकारी (OTP, बैंक डिटेल्स आदि) साझा न करें।
संदिग्ध लिंक से बचें: किसी भी अज्ञात लिंक या संदेश पर क्लिक न करें।
पहचान सत्यापित करें: किसी भी अज्ञात नंबर या सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भरोसा करने से पहले उसकी पहचान सत्यापित करें, खासकर जब प्रोफाइल पर किसी उच्च अधिकारी की फोटो लगी हो।
साइबर जागरूकता पर जोर
जिला प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि साइबर अपराधी अब सरकारी अधिकारियों और आम लोगों दोनों को निशाना बना रहे हैं। प्रशासन ने कहा है कि "सावधानी ही सुरक्षा है" और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जिले में साइबर जागरूकता अभियान को और बेहतर तरीके से संचालित किया जाएगा।
यह घटना दर्शाती है कि आम जनता से लेकर उच्चाधिकारियों तक, हर किसी को साइबर फ्रॉड के नए तरीकों से सतर्क रहने की ज़रूरत है।



