राजगढ़ /धार। राजगढ़ के राजेंद्र भवन में परम पूज्य गच्छाधिपति श्री हितेशचंद्र सुरिश्वरजी महाराज साहब के आज्ञानुवर्ती मुनि श्री पुष्पेंद्रविजयजी महाराज साहब, मुनि श्री रूपेंद्रविजयजी महाराज साहब एवं मुनि श्री जीतेंद्रविजयजी महाराज साहब की पावन निश्रा में "ज्ञानांजन चातुर्मास" के अंतर्गत आठ दिवसीय पर्यूषण पर्व का आयोजन किया जा रहा है।
पर्व के चौथे दिन मुनि श्री पुष्पेंद्रविजयजी महाराज साहब द्वारा कल्पसूत्र ग्रंथ के वाचन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर कल्पसूत्र वोहराने (वाचन) का लाभ श्री अशोक कुमार राजमलजी भंडारी परिवार ने लिया, जबकि अष्टप्रकारी पूजा का लाभ श्री पारसमलजी काकरिया परिवार ने प्राप्त किया।
पर्व के दौरान नगर के सभी जैन मंदिरों में भगवान की आकर्षक अंगरचना की जा रही है। प्रवचन, प्रतिक्रमण आदि धार्मिक कार्यक्रमों में समाजजन उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं।
महावीर स्वामी जन्म वाचन समारोह:
24 सितंबर, रविवार को पर्व के पांचवें दिन राजेंद्र भवन में दोपहर 2 बजे से भगवान महावीर स्वामी के जन्म का वाचन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में 14 स्वप्नों की बोलियाँ लगाई जाएंगी, जिसमें सभी समाजजन बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। भगवान महावीर के जन्म के समय प्रियवंदा दासी बनने की बोली का लाभ विमल साइकिल वालों ने लिया है। इस दिन दोनों समय स्वामीवात्सल्य का आयोजन भी रहेगा।
शहर के श्री राजेंद्र भवन, नवरत्न आराधना भवन एवं स्थानक भवन सहित सभी स्थानों पर पर्यूषण पर्व उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है। अनेक श्रावक-श्राविकाएँ इस दौरान तप के साथ-साथ पौषध (उपवास) भी ग्रहण कर रहे हैं।
पर्व के समापन पर सामूहिक क्षमापना का आयोजन किया जाएगा। समाज के सभी वरिष्ठजन एवं चातुर्मास समिति के सदस्य इस पावन आयोजन की व्यवस्थाओं में जुटे हुए हैं।