राजगढ़ (धार)। धर्मदास सम्प्रदाय मे बुधवार को प्रातः दो संयमी आत्मा का आकस्मिक देह परिवर्तन हो गया,प्रवर्तक श्री प्रकाशमुनि जी म.सा निर्भय की कृपापात्री उपप्रवर्तिनी विदुषी महासती श्री आदर्शज्योतिजी म.सा का 55 वर्ष की दीर्घ दीक्षा पर्याय मे भंडारी पौषधशाला राजमोहल्ला इंदौर मे संथारा सहित देवलोकगमन हो गया,कुछ ही देर पश्चात आचार्य भगवंत श्री उमेशमुनिजी म.सा के सुशिष्य,तपस्वीराज श्री दिलीपमुनिजी म.सा 15 वर्ष की दीक्षा पर्याय मे लिमखेड़ा गुजरात के समीप पद विहार करते हुए हदय गति रुकने से अकस्मात देवलोकगमन हो गया,जैसे ही दोनों संयमी आत्मा के देवलोकगमन के समाचार स्थानीय श्री संघ मे पहुंचे,श्री संघ मे निराशा का माहौल व्यापत हो गया,दोनों संयमी आत्मा के अंतिम यात्रा मे सम्मिलित होने के लिए स्थानीय श्री संघ के सदस्य इंदौर ओर लिमखेड़ा पहुंचे,दोनों संयमी आत्मा के देवलोकगमन पर स्थानीय श्री संघ मे गुरुवार को प्रातः श्रद्वांजलि सभा का आयोजन किया गया,श्रद्वांजलि सभा के प्रारंभ मे दोनों संयमी आत्मा की आत्म शान्ति हेतु नवकार महामंत्र का जाप किया गया,जाप के पश्चात श्री संघ की ओर से एस.कुमार बुरड के द्वारा दोनों संयमी आत्मा का गुणगान करते हुए श्रद्वांजलि अर्पित की गई साथ ही भेरुलाल वागरेचा,नरेन्द्र मुणत,पंकज मामा,हेमंत वागरेचा आदि ने भी श्रद्वांजलि अर्पित की,श्रद्वांजलि सभा को संबोधित करते हुए गुरु सौभाग्य प्रकाश भक्त मंडल के प्रांतीय सदस्य हेमंत वागरेचा ने बताया की प्रवर्तक श्री प्रकाशमुनि जी म.सा निर्भय की आज्ञानुवर्ति उपप्रवर्तिनी विदुषी महासती श्री आदर्शज्योतिजी म.सा एवं आचार्य भगवंत श्री उमेशमुनिजी म.सा के सुशिष्य एवं प्रवर्तक श्री जिनेन्र्दमुनि जी म.सा के आज्ञानुवर्ति लिमडी गुजरात गौरव तपस्वीराज पूज्य श्री दिलीपमुनिजी म.सा,दोनों प्रभावशाली संयमी आत्मा का आकस्मिक देह परिवर्तन हम सभी के लिये अपुरणीय क्षति है, जिसे भविष्य मे कभी भी पुरा नही किया जा सकता है,दोनों संयमी आत्मा को गुरु सौभाग्य प्रकाश भक्त मंडल म.प्र. प्रातः एवं समस्त वागरेचा परिवार की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परमात्मा से प्रार्थना करते है की दोनों संयमी आत्मा पुनः जीनशासन को प्राप्त कर अपने आत्म लक्ष्य को प्राप्त करे!
श्रद्वांजलि सभा के समापन पर दोनों संयमी आत्मा की आत्म शान्ति हेतु उपस्थिति सभी श्रावक श्राविका के द्वारा 4-4 लोगसय का ध्यान किया गया,अंत मे एस.कुमार बुरड के द्वारा उपस्थित सभी लोगो को मांगलिक का श्रवण करवाया गया,जानकारी श्री संघ के पिन्टु वागरेचा के द्वारा दी गई!