राजगढ़ (धार)। आगामी चातुर्मास के लिए राजगढ़ में तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद विजय हितेश चन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. की आज्ञानुवर्ती मुनिराज श्री पुष्पेंद्र विजय जी म.सा., मुनिराज श्री रूपेंद्र विजयजी म.सा. तथा मुनिराज श्री जितचन्द्र विजयजी म.सा. आदि ठाणा के वर्षावास की व्यवस्थाएं जोर-शोर से चल रही हैं।
चातुर्मास का मंगल प्रवेश 7 जुलाई को श्री शिव वाटिका मेला मैदान से भव्य रूप से आयोजित होगा। यह अवसर विशेष इसलिए भी है क्योंकि इसी दिन मुनिराज श्री पुष्पेंद्र विजय जी म.सा. का 25वां दीक्षा दिवस भी मनाया जाएगा, जिसके लिए एक भव्य आयोजन की योजना बनाई गई है।
आयोजन को और अधिक गरिमामय बनाने के लिए, राजेंद्र सूरीश्वरजी महाराज द्वारा रचित श्री राजेंद्र अभिधान कोष के सात ग्रंथ भी इस चल समारोह का हिस्सा बनेंगे। यह चल समारोह शिव वाटिका से ही आरंभ होगा,जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे।
चातुर्मास के दौरान नवकारसी और स्वामीवत्सल्य का आयोजन भी किया जाएगा। इन सभी व्यवस्थाओं को सुचारु रूप से संपन्न करने के लिए चातुर्मास समिति के सदस्य तैयारियों में जुटे हुए हैं। समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता अशोक भण्डारी, सन्दीप खजांची, नीलेश जैन और मुनीम राहुल राजपूत ने राजेंद्र भवन और मंदिर का निरीक्षण कर मुनि मंडल के वर्षावास हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। पूरे राजगढ़ में इस पावन आयोजन को लेकर उत्साह का माहौल है।