Rochak ऐसा पहला भारतीय OTT है जो किसी भी फ़िल्म या वेब सीरीज़ को कुछ ही घंटों में 15 से अधिक भाषाओं में उसी अभिनेता की क्लोन की गई आवाज़ के साथ पेश करता है। यह तकनीक पारंपरिक डबिंग की लागत और समय दोनों को लगभग 80 फ़ीसद तक घटा देती है और दर्शकों को भाषा-रहित अनुभव देती है।
भारत के स्ट्रीमिंग जगत ने आज एक छलांग लगाई है। Rochak अपने मालिकाना AI इंजन से अभिनेता की आवाज़ का पूरा वोकल फिंगरप्रिंट—पिच, गति, टोन और सूक्ष्म भाव—पढ़ता है और उसे अंग्रेज़ी, अरबी, तमिल, स्पैनिश, फ़्रेंच सहित 15 से ज़्यादा भाषाओं में हू-ब-हू दोहराता है। पारंपरिक डबिंग की हफ़्तों चलने वाली प्रक्रिया यहाँ कुछ ही घंटों में पूरी हो जाती है, जिससे रिलीज़ लागत में भारी कटौती आती है।
इस क्रांति की पहली झलक Rochak Original फ़िल्म MILF https://rochak.app में दिखी, जो एक साथ हिंदी, अंग्रेज़ी, अरबी और तमिल में जारी की गई। प्लेटफ़ॉर्म डेटा बताता है कि 70 फ़ीसद से अधिक दर्शकों ने डब ऑडियो चुना और सबटाइटल टॉगल आधे से भी कम रह गया—दर्शक वही असली आवाज़ दूसरी भाषा में सुनना अधिक पसंद करते हैं।
Rochak महज़ डबिंग तक सीमित नहीं है। ऐप में 4K HDR स्ट्रीमिंग, मल्टी-एंगिल साउंड, ऑफ़लाइन डाउनलोड, और एक मल्टी-लैंग्विज यूज़र-इंटरफ़ेस जैसी सुविधाएँ पहले दिन से मिलती हैं। एआई-जनरेटेड सबटाइटल तुरंत उपलब्ध होते हैं और वॉइस-ओवर ऑडियो के साथ ऑटो-सिंक बने रहते हैं।
प्लेटफ़ॉर्म अब वेब से आगे निकल रहा है। Android ऐप इस महीने के अंत तक ऑफ़लाइन डाउनलोड व क्रोमकास्ट सपोर्ट के साथ आ रहा है। iOS ऐप अगले महीने वही फ़ीचर-सेट iPhone और iPad पर लाएगा। स्मार्ट-TV ऐप Android TV, Fire TV और webOS के लिए विकास में है, ताकि रिमोट के एक क्लिक पर भाषा बदली जा सकेगी।
भविष्य की योजनाएँ भी उतनी ही महत्वाकांक्षी हैं। 2026 तक Rochak का लक्ष्य 35 भाषाओं का सपोर्ट, 8-K स्ट्रीमिंग, और एक “Creator Console” जारी करना है, जहाँ निर्माता फ़ाइल अपलोड करें, एआई-डबिंग, सबटाइटल, और पोस्टर जनरेशन अपने-आप हो जाए। इसके अलावा लाइव इवेंट-स्ट्रीमिंग के लिए रीयल-टाइम वॉइस-क्लोनिंग, तथा पार्टनर स्टूडियो के साथ राजस्व-शेयर मॉडल की तैयारी चल रही है।
निर्माताओं के लिए Rochak का व्यू-मिनट आधारित राजस्व-मॉडल इंडी फ़िल्मों को भी ब्लॉकबस्टर के बराबर कमाई का अवसर देता है। तकनीक, लागत-कटौती और तेज़ रिलीज़ का यह मेल Rochak को ग्लोबल सिनेमा का अगला बड़ा पड़ाव बनाता है, जहाँ भाषा अब कभी बाधा नहीं बनेगी।