12 से 27 वर्ष तक की 180 के लगभग कन्याएं कर रही सहभागिता
राजगढ़ / मोहनखेड़ा। श्री सौधर्म बृहद् तपोगच्छीय त्रिस्तुतिक जैन संघ का प्रसिद्ध तीर्थ मोहनखेड़ा मे श्री जयंतसेन म्यूजियम में समर वेकेशन के तहत 23 मई से 30 मई 2024 तक नित्य स्नेह कन्या संस्कार शिविर का आयोजन श्री राज राजेंद्र जैन श्वेताम्बर तीर्थ दर्शन पब्लिक चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है।जिसके लाभार्थी गुरूभक्त परिवार है। शिविर पुण्य सम्राट राष्ट्रसंत युगप्रभावकाचार्य श्रीमद् विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी महाराजा के दिव्य आशीष एवं गच्छाधिपति श्री नित्यसेन सुरीश्वरजी महाराज साहब एवं आचार्य श्री जयरत्न सूरीश्वर जी महाराज साहब के आशीर्वाद व सरलमना साध्वी श्री स्नेहलता श्री जी महाराज साहब की सुशिष्या मालव शासन दीपिका साध्वी श्री तत्त्वलता श्री जी महाराज साहब आदि ठाणा 4 की पावन निश्रा में आयोजित हो रहा है।
शिविर की प्रतिदिन की गतिविधिया
शिविर में कई प्रकार के धार्मिक आयोजन किए जा रहे। प्रतिदिन प्रातः 6 बजे योगा 6.30 बजे सामूहिक सह विधी प्रभु दर्शन, गुरूवन्दन 7.30 बजे नवकासी 8.15 बजे परमात्मा का महामंगलकारी शक्रस्तव अभिषेक अलग अलग प्रकार से जिसमे अष्टप्रकारी पूजन आरती 9.30 बजे अलग-अलग विषय पर क्लासेस लगाई जाती ,जिसमें ज्ञान गंगा बहाई जाती। दोपहर 12 बजे लचं 1.30 बजे क्लास का दुसरा सत्र जिसमे जीव विचार कर्म ग्रंथ दस्त्रिक,22 अभक्षय,35 मार्गानुसारी के गुण, जैन धर्म की महत्ता एवं जनरल नॉलेज आदि क्लासेस के साथ ही दोपहर हाई टी के बाद मनोरंजन के लिए अलग-अलग गेम्स करवाए जा रहे। शाम को डिबेट संवाद प्रतियोगिता स्पीच संयम भाव यात्रा आदि कि जाती। प्रतिदिन सूर्यास्त के पूर्व भोजन व बाद मे प्रभु मिलन संवेदना और प्रतिक्रमण करवाया जाता है। विशेष बात देखने को यह मिली की अभिषेक व प्रतिक्रमण आदि की बोलिया छात्राओं द्वारा तरह तरह के त्याग पचंकाण के माध्यम से लगाई जाती जो ज्यादा दिनो तक त्याग की भावना व्यक्त करता है उससे लाभ मिलता । शिविर मे प्रतिदिन साध्वीश्री जी के साथ श्रीमती पुष्पा सुभाषचंद्र भंडारी मनावर व श्रीमती गीता बेन कोंकण अपनी सेवा दे रही है । संपूर्ण आयोजन मे श्री राज राजेंद्र जयंत से म्यूजियम मोहनखेड़ा तीर्थ ट्रस्ट के स्टॉफ द्वारा खानपान सहित अन्य कार्यो मे विशेष ध्यान रखा जाता है। ट्रस्टीगण ने समस्त पालकों से अपील की आप अधिक से अधिक संख्या में अपनी बेटियों को इस प्रकार के ज्ञानव्यापी शिविर में भेजे एवं धर्म लाभ लेवे।