स्टोरी : 2 वर्ष पूर्व,21 मार्च को राजगढ़ नगर में जीव दया प्रेमी, अध्यात्म योगी गणिवर्य गुरु आदर्श रत्न सागर जी महाराज साहब के मार्गदर्शन में गुरु नवरत्न के जन्मोत्सव पर उनके भावों को समझते हुए गायों की सेवा का निर्णय किया था।
गुरु का मार्गदर्शन के बिना शिष्य कभी सही ढंग से आगे नही बढ़ सकता है इसी का उदारहण है कि गुरु नव आदर्श जीवदया सेवा समिति राजगढ़ जो ऐसा कार्य कर रही है जो सभी के लिये प्रेरणादायक भी है। समिति के सदस्यों ने छोटे स्तर से कार्य शुरू कर इस कार्य को बड़े स्तर तक पहुंचाया है समिति के सदस्यों का कहना है इस कार्य मे हर कोई जुड़ सकता है समिति का उद्देश्य जीवदया के कार्य मे सभी सहभागिता कर सेवा के उद्देश्य से जुड़े। सदस्यो का कहना हम नाम के लिए नहीं हम सेवा के उद्देश्य से यह कार्य कर रहे है। ओर गुरु नव आदर्श जीवदया सेवा समिति बनाकर शुरुआत हुई,समिति के सदस्यों ने शुरुआत में वह गुड़ और घी के साथ 100 रोटियों की सेवा करते थे,लेकिन गुरुदेव के आशीर्वाद से उन्होंने यह संख्या बढ़ाते हुए 300 रोटियों तक पहुंचा दी। इसके साथ ही वे सदस्यों के सहयोग से प्रतिदिन 500 किलो सब्जी की सेवा भी करने लगे।
उनकी निष्ठा और उनके साथ संगठित समुदाय का सहयोग ने इस कार्य को विस्तारित किया और वे अब लगभग 1 टन ताजी हरी सब्जी की सेवा करते हैं। यहां तक कि उन्होंने अपने हाथों से गौशालाओं तक सब्जी पहुंचाने का कार्य भी संभाला है।
यहां सभी वर्गों के लोग जुड़ सकते हैं,चाहे वह बच्चे की जन्मोत्सव हो या किसी की पुण्यतिथि। सभी को एक साथ आकर इस महान कार्य का समर्थन करने का अवसर मिलता है।
जीव दया के सदस्य नहीं सिर्फ एक सेवाकर्मी हैं, वरन् वे एक नेतृत्व स्थापित करने वाले हैं। उनके माध्यम से हम सभी को एक साथ आकर अपने समाज की सेवा करने का प्रेरणा मिलता है।
इन गौशाला में पहुँचती सेवा करने वाली टीम सदस्य
1. फूलगावड़ी श्री कृष्ण गौशाला
2 सरदारपुर चौकड़ी निकुंज धाम गौशाला
3. श्री मोहनखेड़ा गौशाला
4. श्री गणेश बड़केश्वर भोपावर
5. गोगा देव गौशाला राजगढ़
व गौशाला के अलावा अन्य स्थानो में भी पहुँचकर जीवदया का कार्य कर रहे है
इस ग्रुप राजगढ़ सहित अन्य स्थानो से सदस्य है । सदस्यों के द्वारा दी गई जानकारी अनुसार इंदौर,अहमदाबाद,देपालपुर सहित सरदारपुर तहसील के अनेक लगभग 22 सदस्य इस कार्य मे सहभागिता निभाते है।