स्टोरी : कशिश धाकड़, एक छोटे से गाँव नरसिंहगढ़ में जन्मी उनका जन्म 15 सितंबर 2009 को हुआ था। बचपन से ही कशिश में संगीत के प्रति गहरा प्यार था। उनके पिता श्री दिनेश धाकड़ भी संगीत से जुड़े हुए थे,और वे अपने बेटे को संगीत की प्रेरणा देते रहे।
बचपन से ही कशिश की गायन की क्षमता में विशेषता थी। वह गाँव के बच्चों के बीच बाल गीतों के माध्यम से अपना प्रदर्शन करते थे, जिससे उनकी पहचान बच्चों के बीच तेजी से फैल गई।
कशिश के पिता ने उन्हें संगीत की शिक्षा देने के लिए स्थानीय संगीत शाला में भर दिया । वहाँ कशिश ने अपने संगीतीय प्रतिभा को निखारा और विभिन्न संगीत उत्सवों और प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
कशिश की गायन क्षमता और रचनात्मक दिशा उन्हें दर्शकों के बीच लोकप्रिय बनाई। उनकी एक छोटी सी आवाज़ ने सभी को मोहित कर दिया।
वर्तमान में, कशिश धाकड़ ने नरसिंहगढ़ के संगीत समुदाय में अपना एक विशेष स्थान बनाया है। वह लाइव गायन के माध्यम से लोगों को मनोरंजन प्रदान करते हैं और अपनी गायन प्रतिभा से उन्हें प्रेरित करते हैं।
कशिश धाकड़ का नाम अब एक स्टार संगीतकार के रूप में मध्य प्रदेश में चमकता है। उनके संगीतीय प्रतिभा और संगीत में उनका प्यार लोगों को दिलों में बसा रहा है और उन्हें एक नए स्तर पर ले जा रहा है।