राजगढ़ (धार)। सोमवार नागपंचमी के दिन से सकल पंच गवली समाज राजगढ़ की माताएं एवं बालिकाएं रक्षाबंधन पर्व के अगले दिन तक भुजरिया पर्व मनाएंगे। इसमे माताएं व बालिकाएं शहर से दूर खेत की पवित्र मिट्टी अपनी टोकरी में लाकर जवारे की स्थापना की ओर 10 दिनों तक पूजा अर्चना कर रही है ।
सावन के महीने में इन भुजरियों को झूला देने का रिवाज भी है। तकरीबन 10 दिन में ये अन्न उग आता है जिन्हें भुजरियां कहा जाता है। इन भुजरियों की पूजा अर्चना की जाती है एवं कामना की जाती है कि इस साल बारिश बेहतर हो जिससे अच्छी फसल मिल सके। श्रावण मास की पूर्णिमा तक ये भुजरिया चार से छह इंच की हो जाती हैं। रक्षाबंधन के दूसरे दिन इन्हें एक.दूसरे को देकर शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद देते हैं। इन भुजरियों को एक दूसरे के कान में लगाया जाता है। बालिकाएं अच्छे वर की कामना भी करती है।
सकल पंच गवली समाज प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी भुंजरीया पर्व के समापन अवसर पर 31 अगस्त गुरूवार को एक विशाल धर्म जुलुस गवली मोहल्ला से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्ग, मैन चौपाटी, राजेन्द्रसूरि चौक, तिलक मार्ग, जैन चौक, जवाहर मार्ग, लाल दरवाजा,गाँधी मार्ग होते हुए गवली मंदिर से पुराना बस स्टेण्ड होता हुआ माही तट पर समापन होगा।
इस भुंजरीया पर्व आयोजित धर्मयात्रा प्रतिवर्ष अनेक संस्थाए स्वागत गेट,बेनर व घर-घर तोरण द्वार लगाकर पुष्पों से स्वागत करती है। उक्त जानकारी समाज के मीडिया प्रभारी तुषार गवली ने दी।