उदयपुर (राज.) । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जैन समाज के कल्याण एवं उत्थान हेतु “श्रमण संस्कृति बोर्ड” के गठन का आदेश जारी किया।
श्रमण डॉ पुष्पेन्द्र ने बताया कि राजस्थान सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, जयपुर द्वारा आदेश प्रतिलिपि में राज्य में “श्रमण संस्कृति बोर्ड” की स्थापना का आदेश जारी किया।
अब राज्य में “श्रमण संस्कृति बोर्ड” के अंतर्गत जैन समुदाय अपनी मूलभूत समस्याओं व अपने सिद्धांतों की पुरजोर रक्षा-सुरक्षा कर सकेगा व सामाजिक, धार्मिक स्थलों, शैक्षिक एवं उनके अधिकारों की सुरक्षा संरक्षण प्रदान करने हेतु समुचित व्यवस्था होगी तथा धार्मिक स्थलों, संस्थाओं, मंदिरों तीर्थक्षेत्रों एवं ट्रस्टों का सरकारीकरण या अधिग्रहण आदि नहीं किया जा सकेगा एवं धार्मिक स्थलों के समुचित विकास एवं सुरक्षा के व्यापक प्रबंध शासन द्वारा किये जायेंगे। मंदिरों, तीर्थ स्थलों, शैक्षणिक संस्थाओं आदि के प्रबंधन का उत्तरदायित्व समुदाय के हाथ में रहेगा।
उल्लेखनीय है कि श्रमण डॉ पुष्पेन्द्र ने 6 जून को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री से “श्रमण संस्कृति बोर्ड” गठन की माँग की थी। श्रमण संस्कृति बोर्ड स्थापित करने वाला राजस्थान दूसरा राज्य है इससे पूर्व आंध्र प्रदेश में बोर्ड का गठन किया जा चुका है। राजस्थान राज्य के अल्पसंख्यक वर्ग का जैन समुदाय गहलोत सरकार का सदैव आभारी रहेगा जिसमें उन्होंने जैन समुदाय के लिए यह महत्वपूर्ण घोषणा संपन्न की।