राजगढ़ (धार)। श्री आदिनाथ राजेन्द्र जैन श्वे. पेढ़ी ट्रस्ट श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ के तत्वाधान में गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय हेमेन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के शिष्य एवं गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय ऋषभचन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी म.सा. मुनिराज श्री जनकचन्द्रविजयजी म.सा., मुनिराज श्री जिनभद्रविजयजी म.सा. एवं साध्वी श्री सद्गुणाश्रीजी म.सा., साध्वीश्री सुमंगलाश्रीजी म.सा., साध्वी श्री विमलयशाश्रीजी म.सा., साध्वी श्री विनयदर्शिताश्रीजी म.सा., साध्वी श्री मनीषरसाश्रीजी म.सा., साध्वी श्री हर्षवर्धनाश्रीजी म.सा. आदि ठाणा की निश्रा में प.पू. अर्हतध्यानयोगी गच्छाधिपति आचार्यदेवेश श्रीमद्विजय रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की सातवीं पुण्यतिथि मनाई गई ।
इस अवसर पर मुनिराज श्री चन्द्रयशविजयजी म.सा. ने कहा कि आचार्य रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की जीवन शेली सबसे अलग हट कर थी उन्हें किसी से कोई स्वार्थ नहीं था । हमेशा माला जाप और अपनी ध्यान आराधना में ही व्यस्थ रहते थे, जब वे मुनि जीवन में थे । आचार्य बनने के पश्चात् अपनी ध्यान साधना में अल्प विराम लगा कर आपने समाज को समाज को संगठित करने का बहुत प्रयास किया ।
आचार्य श्री रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की पुण्यतिथि के अवसर पर पुणे निवासी सुरेशजी विरामी वालों ने मातुश्री राजुलदेवी व पिताश्री तेजराजजी की स्मृति में श्री मोहनखेड़ा महातीर्थ में नरेन्द्र मार्केटिंग की तरफ से 300 से अधिक जरुरत मंदों को कम्बल का वितरण किया । आपने पूर्व में भी अपने माता-पिता व आचार्यश्री रवीन्द्रसूरीश्वरजी म.सा. की पुण्यतिथि के अवसर पर कम्बल का वितरण किया था ।
आचार्यश्री की पुण्यतिथि के अवसर पर गुणानुवाद सभा में तीर्थ के मेनेजिंग ट्रस्टी सुजानमल सेठ, ट्रस्टी मांगीलाल पावेचा, महाप्रबंधक अर्जुनप्रसाद मेहता, सहप्रबंधक प्रीतेश जैन एवं साधार्मिवात्सल्य के लाभार्थी मनीष प्रकाशचन्द्र जैन चाईस, सुरेश जैन पुणे, सहित बड़ी संख्या में गुरुभक्त उपस्थित रहे ।